Maharashtra Anti Terrorism Squad (ATS) की जांच में पता चला है कि कुछ आरोपी, जिन्हें Illegal Telephone Exchange Case में गिरफ्तार किया गया था। इन आरोपियों ने WhatsApp अकाउंट किराए पर लिए थे और लाखों रुपये के Crypto Transaction किए थे।
ATS ने शुक्रवार को तीन गिरफ्तार आरोपियों को Judicial Magistrate First Class (JMFC) Sudhir Wankhade के सामने पेश किया इसमें सात दिन की और ज्यादा कस्टडी की मांग की ताकि आगे की जांच की जा सके।
ATS ने तीन सस्पेक्ट– भिवंडी के रहने वाले नौशाद अहमद सिद्धिकी (32), मोहम्मद उजैर शौकत अली अंसारी उर्फ सोनू (22) और वर्धा के रहने वाले पियूष सुभाषराव गजभिये (19) को गिरफ्तार किया। ये लोग पुणे के कोंधवा एरिया में एक अपार्टमेंट में पकड़े गए जो Illegal Telephone Exchange Case में शामिल थे।
रेड पड़ने के दौरान, ATS और Central Department Of Telecommunication की टीम ने सात सिम बॉक्स, 3,788 सिम कार्ड्स, नौ Wi-Fi राउटर्स, एक एंटीना, एक इन्वर्टर और एक लैपटॉप जब्त किया। ये सभी उपकरण इस बड़े Crypto Scam में इस्तेमाल किए जा रहे थे।
ATS अधिकारियों ने कोर्ट में बताया कि आगे की जांच के लिए आरोपियों की और ज्यादा कस्टडी की जरूरत है ताकि Thane ATS द्वारा गिरफ्तार किये गए दुसरे आरोपियों, कासिम सिद्धिकी उर्फ रेहान शेख और प्रवीण श्रीवास्तव, से मिलवाया जा सके।
Pune ATS ने कासिम उर्फ रेहान और प्रवीण को कस्टडी में लेने के लिए प्रोडक्शन वॉरंट जमा किया है क्योंकि ये दोनों कोंधवा में MS Complex, मिथा नगर में Illegal Telephone Exchange के ऑपरेशन में शामिल थे। ATS की जांच में उन सस्पेक्ट्स के नाम भी सामने आए हैं, जिनका अभी तक पता नहीं चला है, जैसे अनुराग उर्फ पर्ल और दानिश।
ATS ने बताया कि इन सस्पेक्ट ने Illegal Telephone Exchange के मैनेजमेंट लिए व्हाट्सएप अकाउंट किराए पर दिए थे। ATS ने यह भी बताया कि आरोपियों ने सिम कार्ड एक्टिवेट करने के बाद वन टाइम पासवर्ड (OTP) जनरेट किए। आरोपियों को हर OTP के लिए ₹300 मिले।
Assistant Public Prosecutor Bodhini Sasikala ने अदालत में कहा कि गजभिये ने सस्पेक्ट अनुराग से लगभग ₹9 लाख Cryptocurrency Transactions प्राप्त किए। गजभिये ने इन ट्रांजेक्शनों के लिए कई Crypto Wallets का इस्तेमाल किया।
बोधिनी ने अदालत को बताया कि ATS ने जांच के दौरान नौशाद से 77 और सिम कार्ड्स बरामद किए हैं। आरोपियों ने लगभग 6,820 सिम कार्ड्स का उपयोग किया, जिसमें से 3,865 सिम कार्ड्स जब्त किए गए हैं और बाकी सिम कार्ड्स की जांच चल रही है। गिरफ्तार आरोपियों ने सिम कार्ड्स दानिश और प्रवीण से लिए थे।
गजभिये ने अदालत को शुक्रवार को बताया कि उसे अन्य आरोपियों से हर OTP के लिए ₹50 मिले, जो पिछले आठ महीनों में लगभग ₹9 लाख हुआ। अदालत ने तीन आरोपियों को 10 सितंबर तक ATS की कस्टडी में भेज दिया।
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यह भी पढ़िए: Time's 100 Influential People in AI लिस्ट में Anil Kapoorआकांक्षा व्यास एक स्किल्ड क्रिप्टो राइटर हैं, जिनके पास 7 वर्षों का अनुभव है और वे ब्लॉकचेन और Web3 के कॉम्पलेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने योग्य बनाने में एक्सपर्ट हैं। वे डीप रिसर्च के साथ आर्टिकल्स, ब्लॉग और न्यूज़ लिखती हैं, जिनमें SEO पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि रीडर्स का जुड़ाव बढ़ सके।
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