Crypto Presale ICO / IDO
2025 में क्रिप्टो मार्केट एक बार फिर रफ्तार पकड़ रहा है, और इसमें सबसे चर्चित विषयों में से एक है – Crypto Presale। चाहे आप नए निवेशक हों या अनुभवी ट्रेडर, प्रेसेल टोकन ऐसे अवसर लेकर आते हैं जो पब्लिक लिस्टिंग से पहले ही शानदार मुनाफा दे सकते हैं। इस पेज पर हम आपको बताएंगे कि ICO, IDO और IEO क्या होते हैं, इनमें निवेश कैसे करें, और आज के समय के टॉप प्रीसेल प्रोजेक्ट्स कौन-कौन से हैं।
Crypto Presale क्या है?
Crypto Presale वह प्रक्रिया है जिसमें कोई नया क्रिप्टो प्रोजेक्ट अपने टोकन को आम लोगों के लिए उपलब्ध कराता है पब्लिक एक्सचेंज पर लिस्ट होने से पहले। इसका उद्देश्य फंडिंग जुटाना और शुरुआती समुदाय को बनाना होता है।
Crypto Presale तीन मुख्य रूपों में होती है:
- ICO (Initial Coin Offering) - प्रोजेक्ट द्वारा सीधे टोकन बेचा जाता है।
- IDO (Initial DEX Offering) - DEX (जैसे PancakeSwap, Uniswap) पर लॉन्च होता है।
- IEO (Initial Exchange Offering) - किसी सेंट्रल एक्सचेंज (जैसे Binance, OKX) पर लॉन्च होता है।
- रियायती कीमत पर टोकन खरीदने का मौका
- प्रोजेक्ट की ग्रोथ के साथ टोकन वैल्यू में ज़बरदस्त बढ़त
- लॉन्ग टर्म होल्डर्स के लिए रिवॉर्ड्स, Airdrops व गवर्नेंस अधिकार
- Qubetics ($TICS)
- प्रीसेल स्टेज : 19वां
- Raised: $11.5M+
- टोकन प्राइस: $0.0606
- प्रोजेक्ट: नो-कोड वेब3 IDE प्लेटफॉर्म (QubeQode)
- हाइलाइट: AI आधारित डेवलपमेंट टूल जो डेवलपमेंट को आसान बनाता है।
- Lightchain AI ($LCAI)
- प्रीसेल स्टेज: 13वां
- Raised: $12.6M+
- टोकन प्राइस: $0.005625
- प्रोजेक्ट: AI-संचालित ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर
- हाइलाइट: Proof-of-Intelligence कंसेंसस मॉडल।
- प्रीसेल लॉन्च: दिसंबर 2024
- Raised: $25.9M+
- टोकन प्राइस: $0.00166
- प्रोजेक्ट: सोलाना का पहला Layer-2 स्केलिंग समाधान
- हाइलाइट: 90% तक ट्रांजैक्शन लागत में कमी।
- प्रोजेक्ट: एक DEX टूलकिट जो क्रॉस-चेन ट्रेडिंग को आसान बनाता है।
- फीचर्स: स्टेकिंग, LP रिवॉर्ड्स, ऑन-चेन गवर्नेंस
- विशेष: Multi-DEX ऑटोमेशन और यूज़र फ्रेंडली इंटरफेस।
- Web3Bay
- टोकन प्राइस: $0.1959
- प्रोजेक्ट: विकेंद्रीकृत ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म
- हाइलाइट: Seller और Buyer के बीच ट्रस्ट बनाना बिना किसी तीसरे पक्ष के।
- प्रोजेक्ट का व्हाइटपेपर पारदर्शी हो - मिशन, टेक्नोलॉजी और टोकन यूज़ के बारे में स्पष्ट हो।
- टीम की जानकारी उपलब्ध हो - क्या टीम का बैकग्राउंड विश्वसनीय है?
- स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट ऑडिटेड है या नहीं - थर्ड पार्टी ऑडिट की जानकारी ज़रूर देखें।
- कम्युनिटी कितना एक्टिव है - Twitter, Discord, Telegram पर प्रोजेक्ट की चर्चा कैसी है?
- KYC और सिक्योरिटी की स्थिति - क्या टीम ने अपनी पहचान पब्लिक की है?
- कोई निश्चितता नहीं कि टोकन लिस्टिंग के बाद बढ़ेगा ही।
- कुछ प्रोजेक्ट्स रग पुल (Rug Pull) या स्कैम हो सकते हैं।
- अत्यधिक FOMO (Fear of Missing Out) के चलते गलत निर्णय न लें।
- 2025 की शुरुआत में ही AI और Web3 बेस्ड प्रोजेक्ट्स ने करोड़ों डॉलर की फंडिंग जुटाई।
- NFT से लेकर RWA (Real World Asset) प्रोजेक्ट्स भी प्रीसेल्स में ट्रेंड कर रहे हैं।
- कई प्रोजेक्ट्स ने Launchpads पर KYC अनिवार्य कर दिया है - निवेशकों की सुरक्षा के लिए।