pBFT किस तरह काम करता है इस बारे में विस्तार से जानिए
pBFT के नेटवर्क में एक प्राइमरी नोड चुना जाता है जो ब्लॉक का प्रपोजल देता है कि अगला ब्लॉक क्या होना चाहिए और सबको उसकी डिटेल भेजता है।
बाकी नोड्स इस प्रपोजल को रिसीव करके चेक करते हैं कि सब कुछ वैलिड है या नहीं और फिर वो अपना अप्रूवल भेजते हैं।
अगर ज़्यादातर नोड्स प्रपोजल से एग्री करते हैं, तो सब मिलकर उसे कन्फर्म करते हैं और वो ब्लॉक 'कमिट' स्टेट में चला जाता है।
कमिट स्टेज के बाद ब्लॉक को पूरे नेटवर्क में मान्यता मिल जाती है और उसे नेटवर्क में जोड़ दिया जाता है।
एक बार ब्लॉक कमिट हो गया, तो उसे चेंज नहीं किया जा सकता, इसका मतलब है फाइनलिटी मिल गई और ट्रांजैक्शन परमानेंट हो गया।
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