Coinbase Developer Platform पर Embedded Wallets Live,
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Coinbase Developer Platform पर Embedded Wallets Live, जानिए फीचर्स

Coinbase Embedded Wallets Launch हुआ, जानिए फीचर्स 

क्रिप्टो जगत में Coinbase लगातार इनोवेशन के नए आयाम छू रहा है। कंपनी के सीईओ Brian Armstrong ने हाल ही में अपने X (Twitter) अकाउंट से जानकारी साझा करते हुए घोषणा की,“Embedded wallets now live for everyone on Coinbase Developer Platform (CDP)! Easily add crypto wallets to your app.”

इस ट्वीट के साथ ही कॉइनबेस ने यह साफ कर दिया है कि अब डेवलपर्स के लिए Embedded Wallets Live हो चुका है, यानी अब कोई भी डेवलपर अपने ऐप में सीधे Crypto Wallets इंटीग्रेट कर सकेगा। यह कदम कॉइनबेस की Web3 स्ट्रेटेजी को नई दिशा देता है, जो यूज़र्स और डेवलपर्स दोनों के लिए उपयोगी साबित होगा।

Coinbase Embedded Wallets Live

Source - यह पोस्ट Brian Armstrong की X Post से ली गई है।

Coinbase Developer Platform पर Embedded Wallets Live क्या है?

Coinbase Developer Platform (CDP) पर Embedded Wallets Live एक ऐसा टूल है, जिसके ज़रिए डेवलपर्स अपने ऐप या वेबसाइट में Crypto Wallet जोड़ सकते हैं। इसका मतलब यह है कि यूज़र्स को अब अलग से कोई थर्ड-पार्टी वॉलेट डाउनलोड करने या ब्राउज़र एक्सटेंशन यूज़ करने की जरूरत नहीं होगी।

कॉइनबेस के अनुसार, यह सिस्टम डेवलपर्स को self-custodial wallets को सीधे उनके ऐप्लिकेशन में एम्बेड करने की सुविधा देता है। इससे ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया काफी आसान हो जाती है और Web3 एक्सपीरियंस बिना किसी तकनीकी झंझट के यूज़र्स को उपलब्ध होता है।

इस टूल को कॉइनबेस के पहले से उपलब्ध Onramps Product और अन्य APIs के साथ सिंक्रोनाइज़ किया गया है, ताकि डेवलपर्स को एक ऑल-इन-वन सॉल्यूशन मिल सके।

Embedded Wallets Live को क्या बनाता है खास?

Coinbase ने Embedded Wallets को सिर्फ एक साधारण टूल नहीं, बल्कि एक पूरी डेवलपर इकोसिस्टम का हिस्सा बताया है। इसमें शामिल हैं -

सीधी ऐप इंटीग्रेशन - डेवलपर्स अपने एप्लिकेशन में वॉलेट जोड़कर यूज़र्स को तुरंत crypto ट्रांज़ैक्शन करने की सुविधा दे सकते हैं।

फिएट से क्रिप्टो कन्वर्ज़न (Onramps) - इसमें ऐसे API फीचर्स हैं जो यूज़र्स को fiat currency को आसानी से crypto में बदलने की सुविधा देते हैं।

Token Swapping और Automated Yield - इसमें बिल्ट-इन टोकन स्वैप और passive yield generation का ऑप्शन मौजूद है, जिससे यूज़र्स अपने क्रिप्टो एसेट्स पर अतिरिक्त रिटर्न कमा सकते हैं।

Enterprise-Grade Security - एक्सचेंज ने बताया कि यह टूल वही इंफ्रास्ट्रक्चर उपयोग करता है जो उसकी Base App को संचालित करता है, यानी सुरक्षा और की-मैनेजमेंट का स्तर एंटरप्राइज ग्रेड है।

Developer Friendly Design - Coinbase custody और compliance संभालता है, जबकि डेवलपर्स को UI और UX पर फुल कंट्रोल दिया गया है, ताकि वे अपनी ऐप को यूज़र्स के अनुसार डिज़ाइन कर सकें।

Coinbase Base App, Self-Custody की दिशा में अगला कदम

कॉइनबेस का यह एप्लिकेशन यूज़र्स को पूरी तरह स्वतंत्र कंट्रोल देगा, जिससे वे अपनी digital assets को खुद प्रबंधित कर सकेंगे। Armstrong ने बताया कि यूज़र्स अब Base App की वेटलिस्ट में शामिल हो सकते हैं और यह एप्लिकेशन पहले से उपलब्ध कॉइनबेस वॉलेट के सभी फीचर्स के साथ उपलब्ध है। इसका उद्देश्य है एक ऑल-इन-वन क्रिप्टो प्लेटफ़ॉर्म बनाना, जहां ट्रेडिंग, स्टेकिंग और DeFi तक का एक्सेस एक ही जगह मिल सके।

दिलचस्प बात यह है कि Embedded Wallets Live और Base App दोनों ही एक शेयर इंफ्रास्ट्रक्चर पर बने हैं। इससे न सिर्फ सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि डेवलपर्स और यूज़र्स दोनों के लिए उपयोग में सहजता आएगी।

CLARITY Act से बढ़ा Coinbase का आत्मविश्वास

कॉइनबेस ने यह लॉन्च ऐसे समय में किया है जब अमेरिकी सरकार ने CLARITY Act को मंज़ूरी दी है, जो डिजिटल एसेट्स के लिए एक स्पष्ट रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तय करता है। इस कानून के तहत यूज़र्स को self-custody rights यानी अपनी क्रिप्टो असेट्स को बिना किसी इंटरमीडियरी के रखने का अधिकार दिया गया है।

Brian Armstrong ने इस एक्ट का स्वागत करते हुए कहा कि इससे अमेरिका में इनोवेशन को नया बल मिलेगा। हालांकि उन्होंने Senate Democrats द्वारा पेश किए गए एक नए बिल की आलोचना की, जिसमें DeFi प्रोटोकॉल्स और non-custodial wallets पर KYC अनिवार्यता जैसी पाबंदियाँ प्रस्तावित की गई हैं।

Armstrong ने इसे लेकर कहा था “यह प्रस्ताव इनोवेशन को पीछे धकेल देगा और अमेरिका को क्रिप्टो कैपिटल बनने से रोक देगा। लेकिन हम बातचीत जारी रखेंगे और सही दिशा में मार्गदर्शन देंगे।”

Coinbase का यह कदम Web3 को बदल सकता है

कॉइनबेस लगातार अपना विस्तार कर रहा है, बीते दिन ही Coinbase ने भारत के अग्रणी Crypto Exchange CoinDCX में निवेश किया है। और अब एक्सचेंज द्वारा Embedded Wallets Live लॉन्च करना Web3 डेवलपमेंट के क्षेत्र में एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। आज तक किसी भी बड़े एक्सचेंज ने डेवलपर्स को इतना सीधा और सिक्योर इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं दिया था।

यह फीचर न केवल ऐप डेवलपमेंट को सरल बनाएगा बल्कि नए यूज़र्स के लिए Web3 की दुनिया में एंट्री आसान करेगा। खासकर ऐसे समय में जब रेगुलेटरी माहौल जटिल है, कॉइनबेस का यह कदम ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को मेनस्ट्रीम में लाने की दिशा में माइलस्टोन साबित हो सकता है।

इसके साथ ही कंपनी का Base App और National Charter Plan इस बात का संकेत है कि कॉइनबेस केवल एक एक्सचेंज नहीं, बल्कि नेक्स्ट जनरेशन के फाइनेंशियल इन्फ्रास्ट्रक्चर की नींव बनना चाहता है।

कन्क्लूजन 

कॉइनबेस डेवलपर प्लेटफ़ॉर्म पर Embedded Wallets Live होना सिर्फ एक टेक्नीकल अपडेट नहीं है, यह Web3 को मास एडॉप्शन की ओर ले जाने वाला कदम है। यह इनोवेशन डेवलपर्स को नियंत्रण देता है, यूज़र्स को सहजता देता है और पूरी क्रिप्टो इंडस्ट्री को एक कदम आगे बढ़ाता है। कॉइनबेस ने एक बार फिर साबित किया है कि वह सिर्फ ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म नहीं बल्कि डेवलपमेंट और ट्रांसपेरेंसी का ग्लोबल इंजन है।

About the Author Rohit Tripathi

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास टेक्नोलॉजी और डिजिटल मीडिया में 13+ वर्षों का अनुभव है। बीते कुछ वर्षों से वह विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी, ऑन-चेन एनालिटिक्स, DeFi इकोसिस्टम और टोकनॉमिक्स जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित हैं। रोहित की विशेषज्ञता SEO-अनुकूल, डेटा-ड्रिवन कंटेंट और इंडस्ट्री-केंद्रित रिसर्च लेख तैयार करने में है।

वह वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। उनकी लेखनी में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देना सर्वोपरि है। वे ऑन-चेन टूल्स और विश्वसनीय मार्केट डेटा का प्रयोग करते हुए प्रत्येक लेख को फैक्ट-आधारित बनाते हैं। हिंदी भाषी रीडर्स के लिए उनका मिशन है: “हाई-क्वालिटी, फैक्चुअल और यूज़र-फर्स्ट क्रिप्टो कंटेंट उपलब्ध कराना।”

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इसका मतलब है कि अब डेवलपर्स अपने ऐप्स में सीधे Coinbase के Embedded Wallets इंटीग्रेट कर सकते हैं, जिससे यूज़र्स को बिना अलग वॉलेट डाउनलोड किए Web3 एक्सपीरियंस मिलेगा।
इन वॉलेट्स में self-custody control, fiat-to-crypto onramps, token swapping, और yield generation जैसी कई उन्नत सुविधाएं दी गई हैं, जो Web3 इकोसिस्टम को और मज़बूत बनाती हैं।
डेवलपर्स Coinbase Developer Platform के APIs और SDK का उपयोग करके आसानी से Embedded Wallets को अपने मोबाइल या वेब ऐप्स में इंटीग्रेट कर सकते हैं।
Coinbase ने बताया है कि ये वॉलेट्स उसी enterprise-grade इंफ्रास्ट्रक्चर पर बनाए गए हैं जो Base App और Coinbase Wallet को सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे डेटा और फंड्स दोनों सुरक्षित रहते हैं।
दोनों एक ही सिक्योर और स्केलेबल इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करते हैं। Base App भविष्य में यूज़र्स के लिए all-in-one self-custody वॉलेट अनुभव प्रदान करेगा।
यह वॉलेट्स डेवलपर्स को seamless crypto onboarding और बेहतर UX प्रदान करते हैं, जिससे वे compliance की चिंता किए बिना ऐप फीचर्स पर फोकस कर सकते हैं।
यह लॉन्च ऐसे समय पर हुआ है जब अमेरिकी सरकार ने CLARITY Act पास किया है, जो self-custody को कानूनी अधिकार देता है और Web3 innovation को बढ़ावा देता है।
फिलहाल यह डेवलपर्स और Web3 प्रोजेक्ट्स के लिए बीटा वर्ज़न में उपलब्ध है, लेकिन Coinbase भविष्य में इसे सभी यूज़र्स के लिए खोलने की योजना बना रहा है।
यह लॉन्च Web3 adoption को तेज़ करेगा, जिससे लाखों यूज़र्स सीधे ऐप्स में क्रिप्टो ट्रेड और ट्रांजैक्शन कर पाएंगे, बिना किसी एक्सटर्नल वॉलेट की जरूरत के।
यह कदम Coinbase को Web3 डेवलपमेंट के केंद्र में लाता है और आने वाले समय में crypto-powered applications के लिए एक नया मानक स्थापित कर सकता है।