डिजिटल इन्वेस्टमेंट और क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में रोज़ नए नाम और नए वादे सामने आते हैं। लेकिन कई बार ये नई पहचाने सिर्फ फ्रॉड को छिपाने का ज़रिया बन जाती हैं। हाल ही में इसी तरह का एक केस सामने आ रहा है, जिसमें Treasure.NFT प्लेटफॉर्म ने Treasure Fun के रूप में अपनी रिब्रान्डिंग की है और शुरुआत में Treasure Fun का NFT World में क्रेज दिखा है। लेकिन Treasure Fun के आने के बाद अब इसे लेकर कई सवाल भी उठ रहे है और लोग अब जानना चाहते है कि क्या यह सिर्फ एक ब्रांडिंग स्ट्रैटेजी है या एक नए स्कैम की शुरुआत?
Treasure.NFT प्लेटफार्म पहले NFT और डिजिटल इन्वेस्टमेंट के लिए लोगों के बीच चर्चा में था और शुरुआत में कुछ यूज़र्स को रिटर्न मिलने की खबरें भी आईं थी, जिससे यह ऐप काफी लोकप्रिय हो गया। लेकिन समय के साथ यूज़र्स ने विड्रॉल में परेशानियों का सामना किया और शिकायतें करनी शुरू कर दीं। जिससे पहले भी प्लेटफार्म के खिलाफ कई सवाल उठे है, लेकिन अब, नाम बदलकर Treasure Fun के रूप में यह प्लेटफॉर्म एक नई स्ट्रेटेजी के साथ सामने आया है, जो पहले से भी ज़्यादा सस्पिशियस लग रहा है। आइये डिटेल में जानते है कि, क्या है इसके पीछे की पूरी कहानी।
Treasure Fun ने अब एक नया क्रिप्टो टोकन लॉन्च किया है, TUFT। जो सुनने में एक वैलिड डिजिटल एसेट जैसा लगता है, लेकिन असल में इसकी कोई मार्केट वैल्यू नहीं है। न इसे किसी बड़े एक्सचेंज पर लिस्ट किया गया है, न ही इसकी वैलिडिटी या ट्रांज़ैक्शन हिस्ट्री ट्रांसपेरेंट है।
इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि अब Treasure Fun यूज़र्स से कह रहा है कि अगर वे अपने फंड्स वापस निकालना चाहते हैं, तो पहले TUFT Token जमा करें। यानी, पहले पैसे डालो, फिर पैसे निकालने की उम्मीद रखो यह स्कैम का क्लासिक फॉर्मूला है। कुछ यूज़र्स का दावा है कि जल्द ही यह प्लेटफॉर्म TUFT Token खरीदने के लिए $50 तक के डिपॉज़िट की डिमांड कर सकता है।
यानी पहले आपको नकली टोकन में इन्वेस्ट करने को मजबूर किया जाएगा और बाद में वो पैसे भी डूब जाएंगे। इस प्रकार, यह विड्रॉल को लेकर एक नया तरीका चुना गया है, जिससे यूज़र्स और ज़्यादा नुकसान में जा रहे हैं।
कई यूज़र्स Treasure Fun के इस ट्रांसफॉर्मेशन को एक तरह से डिजिटल फ्रॉड का मॉडर्न वर्जन बता रहे है। वहीं कई यूज़र्स यह भी मान रहे है कि, नाम बदलकर, नया टोकन लॉन्च कर और यूज़र्स को Treasure NFT Withdrawal के नाम पर उलझाकर, यह प्लेटफॉर्म उन लोगों को निशाना बना रहा है जो छोटे इन्वेस्टमेंट के ज़रिए कुछ अर्न करना चाहते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी और NFT जैसे उभरते सेक्टर में इन्वेस्ट करने से पहले जरूरी है कि आप अच्छे से रिसर्च करें और हर प्लेटफॉर्म की ट्रांसपेरेंसी को परखें। अगर कोई ऐप बार-बार अपनी पॉलिसी बदलता है, विड्रॉल रोके जा रहे हैं और अचानक कोई टोकन सामने लाकर उसे खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है तो हो सकता है कि कुछ गड़बड़ है।
लेकिन Treasure Fun को लेकर फिलहाल कोई बड़ी स्कैम से जुड़ी एक्टिविटी सामने नहीं आई है, इसलिए इसे पूरी तरह से स्कैम कहना भी सही नहीं होगा। लेकिन यूज़र्स और इन्वेस्टर्स के लिए सावधानी रखना और समझदारी के साथ डिसीजन लेना ही सही रहेगा।
Treasure Fun की रिब्रांडिंग और TUFT Token की शुरुआत इसे एक डाउटफुल प्लेटफॉर्म बनाती है। विड्रॉल के नाम पर टोकन जमा करवाना एक स्कैम जैसा लग रहा है। हालांकि अभी तक Treasure Fun से सम्बंधित कोई बड़ा स्कैम सामने नहीं आया है, लेकिन यूज़र्स को सतर्क रहना चाहिए और बिना पूरी जांच-पड़ताल करने के बाद ही इसमें कोई क़दम उठाना चाहिए।
यह भी पढ़िए: Treasure fun.xyz के टॉप फीचर्स दे रहे हर दिन कमाई का मौकासाक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
तेजी से बदलती क्रिप्टो दुनिया में वह खुद को एक ट्रस्टेड और ग्रोइंग वॉइस के रूप में स्थापित कर रही हैं।
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