Cryptocurrency की दुनिया जितनी रोमांचक है, ये उतनी ही जोखिम भरी भी है। यहां आपकी Digital Assets की सुरक्षा में छोटी सी चूक एक झटके में करोड़ों डॉलर का नुकसान करा सकती है और आपको राजा से रंक बना सकती है। किसी Crypto Investor के Personal Wallet के साथ-साथ Hackers Group सीधे Crypto Exchanges को भी निशाना बनाते हैं और मिलियन डॉलर की रकम पल भर में साफ कर देते हैं। दुनिया में Crypto Exchange Hack की कई बड़ी घटनाएं हो चुकी है, जो Crypto Market से जुड़े हर शख्स को जरूर जानना चाहिए। दरअसल Crypto Exchange Hack से जुड़ी हर घटना या वारदात एक सबक देकर जाती है और निवेशकों को अलर्ट भी करती है। यहां हम आपको कुछ ऐसी ही बड़ी Crypto Exchange Hacking की घटनाओं के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
Bybit Hack 21 फरवरी, 2025 को हुआ था और यह Crypto Industry के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी चोरी है। दुबई स्थित इस Crypto Exchanges से 400,000 ETH (ईथर) चोरी हो गए, जिसकी कुल कीमत उस समय करीब $1.4 बिलियन (लगभग 11,600 करोड़ रुपए) थी।
Bybit Crypto Exchange में क्या थी खामी: हैकर्स ने Bybit के Hot wallet system में एक Private Key लीक का फायदा उठाकर कुछ ही मिनटों में सारा फंड साफ कर दिया। इस बड़े Cyber Attack के बाद Bybit के CEO ने अगले ही दिन Funds Recover करने के लिए Bounty Program की घोषणा की।
Bybit हैकिंग के लिए कौन था जिम्मेदार: अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने 26 फरवरी तक जांच में इस बड़ी हैकिंग के पीछे उत्तर कोरिया के TraderTraitor हैकर ग्रुप को जिम्मेदार ठहराया। इस हैकिंग की शुरुआत एक फर्जी Stock Investment Simulator प्रोजेक्ट से हुई, जो Safe{Wallet} के डेवलपर के मैक लैपटॉप में डाउनलोड होकर सिस्टम को संक्रमित कर गया। यह मैलवेयर AWS मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को बायपास करते हुए Session Token चुराने में सफल रहा, जिससे हैकरों को सीधे AWS सर्वर और फंड्स तक पहुंच मिल गई। अभी तक करीब 77 फीसदी फंड्स को ट्रेस कर लिया गया है।
जांच में अब तक क्या हुआ: Bybit तीन साइबर फॉरेंसिक एजेंसियों से जांच करा रही है। साथ ही कुछ ग्लोबल लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियां के साथ भी संपर्क में है। जांच का फोकस API Key Leakage और थर्ड-पार्टी ट्रैकिंग टूल्स जैसे Trading Bots के दुरुपयोग पर है। फिलहाल इस मामले में जांच जारी है।
भारत के सबसे बड़े Cryptocurrency Exchange WazirX पर 18 जुलाई 2024 को साइबर अटैक हुआ था, जिसमें करीब $230 मिलियन (लगभग ₹1900 करोड़) मूल्य की Digits Assets चोरी हो गई थी। हैकर्स ने कंपनी के मुख्य ट्रेडिंग वॉलेट से ही फंड्स चोरी कर लिए थे, जो एक्सचेंज की कुल संपत्ति का करीब 50 फीसदी हिस्सा था।
WazirX Crypto Exchange में क्या थी खामी: हैकर्स ने WazirX के Multisig Wallet पर हमला किया और इसके कुल स्टोरेज का करीब 50 फीसदी हिस्सा चुरा लिया था। इस कारण इस Crypto Exchange की ट्रांजैक्शन सर्विस रोक दी गई थी। WazirX के साथ-साथ हैकर्स ने क्रिप्टो प्लेटफॉर्म Radiant Capital से भी करीब 50 मिलियन डॉलर की राशि चोरी की थी।
WazirX Hack के लिए कौन था जिम्मेदार: WazirX हैकिंग के लिए उत्तर कोरिया के तानाशाह Kim Jong Un के समर्थित Lazarus Group को जिम्मेदार माना गया। उत्तर कोरिया के ये हैकर्स ग्रुप्स Crypto Exchanges और Digital Assets कस्टोडियनों को निशाना बनाते हैं। ये हैकिंग ग्रुप पहले भी कई Crypto Platforms पर साइबर हमले कर चुके हैं।
जांच में अब तक क्या हुआ: दिल्ली स्थित पटियाला हाउस कोर्ट ने मामले की जांच CBI से कराने की सिफारिश की है। वहीं सिंगापुर कोर्ट से भी WazirX को नोटिस मिला था, जिसमें कुछ सबूत मांगे गए थे। अब इस मामले में 6 जून 2025 को सुनवाई होगी।
Coinbase दुनिया के सबसे बड़े Crypto Exchange में से एक है, जो हाल ही में Cyber Attack की चपेट में आ गया। इस कारण Coinbase के निवेशकों को करीब $180 मिलियन से $400 मिलियन के बीच चूना लगा है। साथ ही यूजर्स की पर्सनल जानकारी भी लीक हो गई है।
Coinbase Crypto Exchange में क्या थी खामी: Coinbase Hack की सबसे बड़ी खामी यह रही कि हैकर्स ने किसी Technical bug or system की कमजोरी का फायदा नहीं उठाया, बल्कि किसी सपोर्ट एजेंट्स को रिश्वत देकर हैकिंग की। इन एजेंट्स ने ग्राहकों की निजी जानकारी जैसे Name, Bank Details, ID image का डाटा चुराया और फिर ईमेल के जरिए $20 मिलियन की फिरौती मांगी गई थी, ताकि वह डेटा पब्लिकली लीक न करे।
Coinbase Hack में क्या हुई कार्रवाई: Coinbase Hack में शामिल सपोर्ट एजेंट को तत्काल नौकरी से निकाल दिया गया और प्रभावित यूजर्स को मुआवजा देने का वादा गया है। Security Protocols को और अधिक Secure किया गया है। वहीं फिरौती मांगने वालों की जानकारी देने वालों के लिए Coinbase ने $20 मिलियन का इनाम घोषित किया है।
जांच में अब तक सामने आई प्रमुख बातें: Coinbase ने तत्काल FBI, CISA और Homeland Security जैसी अमेरिकी एजेंसियों को इस जांच में शामिल किया है। इसके अलावा हैक से प्रभावित यूजर्स को भी व्यक्तिगत रूप से सूचना दी गई है। इससे Cyber Hack से संबंधित कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। Coinbase ने कहा है कि वह US Department of Justice के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
Crypto Exchange Hack की इन घटनाओं से सबक मिलता है कि Hot Wallets ज्यादा जोखिम भरे हो सकते हैं। लंबी अवधि के फंड्स को हमेशा Cold Wallets में ही रखना चाहिए।
Multi-Factor Authentication भी बायपास हो सकते हैं। इसलिए सिर्फ इस पर भरोसा करके बेफिक्र न हो जाएं, अपने सिस्टम की हमेशा निगरानी करें।
Third-party Apps उपयोग करते समय सावधानी बरतें। Trading Bots, Browser Extensions और थर्ड-पार्टी Tools API Keys लीक कर सकते हैं।
फिशिंग और फर्जी प्रोजेक्ट्स से हमेशा अलर्ट रहें। Bybit Hack एक फर्जी Stock Investment Project के माध्यम से हुआ था। कभी भी अनजान लिंक या एप्लिकेशन डाउनलोड करने से बचें।
Crypto Exchange Hack की इन घटनाओं से ये साफ है कि Digital Assets की सुरक्षा केवल तकनीक पर नहीं, बल्कि सतर्कता और साइबर समझ पर भी निर्भर करती है। हर निवेशक को अपने फंड्स के लिए मजबूत पासवर्ड, Hardware Wallets के साथ-साथ Double Protection जरूर रखना चाहिए। Third Party Tools और अनजान लिंक्स से दूर रहना ही समझदारी है।
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