क्रिप्टो ट्रेडिंग के क्षेत्र में उतार-चढ़ाव का सामना करने वाले एक क्रिप्टो ट्रेडर ने पहले TRUMP Memecoin से काफी अच्छा प्रॉफिट अर्न किया और इसके बाद इसे $21 मिलियन का नुकसान झेलना पड़ा। यह हानि उस समय हुई जब ट्रेडर ने TRUMP Memecoin में एक और इन्वेस्टमेंट किया, लेकिन अचानक ग्लोबल ट्रेडिंग बैटल के कारण मार्केट में भारी गिरावट आई और इस गिरावट के कारण क्रिप्टो ट्रेडर को बड़ा नुकसान सहना पड़ा। इस तरह के नुकसान क्रिप्टोकरेंसी के क्षेत्र में होते रहते है, क्योंकि क्रिप्टो मार्केट में अनस्टेब्लिटी बनी रहती है। इसी तरह एक बार पहले PEPE में इन्वेस्ट करने से ट्रेडर को $500K का नुक्सान हुआ था। यह घटनाये बताती है, कि हमेशा इन्वेस्ट करने से पहले सही रिसर्च करना कितना ज़रूरी है।
सबसे पहले 18 जनवरी को इस क्रिप्टो ट्रेडर ने TRUMP Token की 860,895 यूनिट्स को $23.8 मिलियन में बेचकर $11 मिलियन का लाभ कमाया था। शुरुआत में उसने केवल $12 मिलियन का इन्वेस्टमेंट किया था और TRUMP Token Price $13.94 से बढ़कर $27.67 तक पहुंच गया था। इस लाभ ने ट्रेडर को और अधिक इन्वेस्टमेंट करने के लिए इंस्पायर किया।
लेकिन, यह सफलता लंबे समय तक नहीं चली। इसके बाद ट्रेडर ने 766,083 TRUMP Token के लिए $33.9 मिलियन का इन्वेस्टमेंट किया, प्रत्येक टोकन का प्राइस $44.25 था। ठीक इसके बाद, अमेरिकन गवर्नमेंट ने चीन, कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ (टैक्स) लगा दिए थे, जिसके कारण ग्लोबल फाईनेंशियल मार्केट में उथल-पुथल मच गई। इसके चलते TRUMP Memecoin Price में भारी गिरावट आई और ट्रेडर का इन्वेस्टमेंट लगभग आधे से भी कम हो गया। वर्तमान में, उसके पास 766,083 Token है, जो सिर्फ $12.85 मिलियन के हैं, जिससे उसे $21 मिलियन का नुकसान हो चुका है।
यह घटना क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टर्स के लिए एक चेतावनी बनकर आई है, क्योंकि यह दर्शाती है कि क्रिप्टो मार्केट के लिए कोई भी ग्लोबल इवेंट, जैसे ट्रेड वॉर या पॉलिटिकल डिसीजन कितनी बड़ी भूमिका निभा सकते है। टैरिफ की वजह से TRUMP Memecoin सहित कई अन्य क्रिप्टो प्राइस में भी बड़ी गिरावट आई है। जबकि कुछ लोग यह मानते हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप की ट्रेडिंग पॉलिसी का भी का इसमें योगदान हो सकता है, वहीं कुछ लोगों का यह भी मानना है कि यह क्रिप्टो के फ्यूचर के लिए एक बड़ा संकेत हो सकता है। यह घटना बताती है, कि TRUMP Token में पंप और डंप होने से यह नुकसान हुआ है।
हालांकि, इस नुकसान के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कनाडा और मेक्सिको पर लगाए गए टैरिफ को अस्थायी रूप से रोकने का डिसीजन लिया था, जिससे मार्केट में थोड़ी राहत मिली। लेकिन उस समय तक कई इन्वेस्टर्स के लिए देर हो चुकी थी और उनका नुकसान हो चुका था। इस घटना से यह साफ हो गया है कि क्रिप्टो ट्रेडिंग में रिस्क हमेशा बना रहता है और किसी भी प्रकार के इन्वेस्टमेंट से पहले पूरी इनफार्मेशन और अवेयरनेस ज़रूरी है।
यह घटना एक महत्वपूर्ण उदाहरण है कि कैसे ग्लोबल इवेंट और ट्रेडिंग पॉलिसी क्रिप्टोकरंसी मार्केट पर गहरा प्रभाव डाल सकती हैं। हालांकि ट्रेडर ने TRUMP Memecoin में पहले बड़ा प्रॉफिट कमाया, लेकिन ट्रेड वॉर के कारण आई अनस्टेब्लिटी ने उसे भारी नुकसान में डाल दिया। यह इन्वेस्टर्स के लिए एक बड़ा संदेश है कि क्रिप्टोकरंसी में इन्वेस्ट करते समय रिस्क को समझना और मार्केट की परिस्थितियों का इवोल्यूशन करना बहुत ज़रूरी है। क्यूंकि इसी तरह के नुकसान पहले Pepe Coin जैसी क्रिप्टोकरेंसी में भी देखे गए है।
यह भी पढ़िए: Shiba Inu ने की UAE Government के साथ Web3 पार्टनरशिपसाक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
तेजी से बदलती क्रिप्टो दुनिया में वह खुद को एक ट्रस्टेड और ग्रोइंग वॉइस के रूप में स्थापित कर रही हैं।
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