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Huione पर अमेरिका का शिकंजा, मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप

Published:May 02, 2025 Updated:May 03, 2025
Author: Sandeep Chourey
Huione पर अमेरिका का शिकंजा, मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप

अमेरिका ने कंबोडिया के Huione Group पर क्रिप्टो ठगी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए हैं और कंपनी की अमेरिकी बैंकिंग एक्सेस बंद करने की तैयारी की जा रही है। अमेरिका के US Treasury Department ने एक सख्त कदम उठाते हुए कंबोडिया की एक कंपनी Huione Group को अमेरिकी बैंकिंग सिस्टम से अलग करने का प्रस्ताव रखा है। US Treasury Department के वित्तीय अपराध प्रवर्तन नेटवर्क (FinCEN) ने 1 मई को इस संबंध में एक प्रस्ताव दिया है। अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा कि Huione Group ने अवैध तरीके से क्रिप्टोकरेंसी के जरिए पैसे की हेराफेरी (मनी लॉन्ड्रिंग) की। यह भी आशंका जताई गई है कि उत्तर कोरिया जैसे देशों के साइबर अपराधी इस मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले में शामिल हैं।

ये है पूरा मामला

Huione Group कंबोडिया की एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनी है, जो डिजिटल पेमेंट, क्रिप्टो एक्सचेंज और ऑनलाइन मार्केटप्लेस जैसे सेक्टर में काम करती है और इसकी कई ब्रांच फैली हुई है। अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि Huione Group ने क्रिप्टो ठगी को अंजाम देने के लिए North Korea की खतरनाक साइबर टीम Lazarus Group की मदद की है। यह वही ग्रुप है जिसने दुनिया भर में करोड़ों डॉलर की क्रिप्टो चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दिया है। गौरतलब है कि भारत में भी Digital Frauds को कम करने के लिए RBI ने AI Tool लॉन्च किया है। 


4 अरब डॉलर की मनी लॉन्ड्रिंग 

अमेरिका की FinCEN (Financial Crimes Enforcement Network) के अनुसार, Huione Group ने अगस्त 2021 से जनवरी 2025 के बीच करीब 4 अरब डॉलर (करीब ₹33,000 करोड़) की अवैध रकम को सफेद किया है। इसमें अकेले 37 मिलियन डॉलर सिर्फ एक खास ऑनलाइन फ्रॉड “क्रिप्टो पिग बचरिंग स्कैम” के जरिए कमाए गए हैं। वहीं दूसरी ओर नेशनल बैंक ऑफ कंबोडिया ने कहा है कि भुगतान फर्मों को देश में डिजिटल परिसंपत्तियों का सौदा या व्यापार करने की अनुमति नहीं है और मार्च में कंपनी का स्थानीय बैंकिंग लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। 

Lazarus Group का काला इतिहास

साइबर क्राइम की दुनिया में Lazarus Group काफी ज्यादा कुख्यात है। यह एक कुख्यात साइबर क्राइम संगठन है, जिसे उत्तर कोरिया (North Korea) से संचालित माना जाता है। इसे उत्तर कोरियाई सरकार का समर्थन प्राप्त है। कई अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि Lazarus Group को उत्तर कोरिया की खुफिया एजेंसी Reconnaissance General Bureau (RGB) का सपोर्ट मिल रहा है।

जानें क्या होता है मनी लॉन्ड्रिंग?

दरअसल अवैध तरीकों से की गई कमाई को कानूनी या ‘साफ-सुथरे’ पैसे की तरह दिखाना ही मनी लॉन्ड्रिंग होता है। जैसे किसी ने साइबर क्राइम करके क्रिप्टोकरेंसी चुराई और उसे ऑनलाइन सिस्टम के जरिए बार-बार घुमाकर यह दिखाया कि यह पैसा वैध तरीके से कमाया गया है।

कन्क्लूजन

Huione Group पर अमेरिका की सख्ती सिर्फ एक कंपनी पर कार्रवाई नहीं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क पर हमला है। अमेरिकी वित्त विभाग ने जिस तरह से Huione ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग और क्रिप्टो ठगी के लिए शिकंजा कसा है, ये दर्शाता है कि अब साइबर अपराध और डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर वैश्विक स्तर पर गंभीर कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उत्तर कोरिया के Lazarus Group जैसे अवैध संगठनों की भागीदारी इस मामले को और भी खतरनाक बनाती है।

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