अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने सत्ता में आने के बाद Tariff War छेड़ दिया था, लेकिन अब ब्रिटेन के साथ व्यापार समझौता करके और चीन के प्रति सकारात्मक संकेत देकर वैश्विक बाजार में नई ऊर्जा भर दी है। अमेरिका और ब्रिटेन के बीच हुए एक अहम व्यापार समझौते के बाद वॉल स्ट्रीट में शानदार तेजी दिखी, वहीं क्रिप्टो मार्केट में भी उछाल देखने को मिला, विशेषकर बिटकाइन ने $103,000 के लेवल को पार कर लिया है।
अमेरिकी और ब्रिटेन के बीच हुए व्यापार समझौते के बाद S&P 500 में 1.4%, Dow Jones में 566 अंकों (1.4%) और Nasdaq में 1.8% की तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा Crypto Market, Oil Market और बॉन्ड यील्ड्स पर भी इसका सकारात्मक असर देखा गया।
शुक्रवार दोपहर 12.40 बजे बिटकॉइन $103,113.50 पर कारोबार कर रहा था, जो दिनभर में 4.33 फीसदी बढ़त को दर्शाता है। Intraday Trading के दौरान यह कीमत $103,969 तक पहुंच गई। हालांकि, यह अब भी जनवरी में बनाए गए $109,114 के ऑल टाइम हाई से नीचे है, लेकिन मौजूदा रिकवरी निवेशकों को राहत देने वाली मानी जा रही है। यह भी पढ़ें - क्या सोने की कीमत बढ़ने पर 150 दिन में Bitcoin उछलता है?
अमेरिका और ब्रिटेन की बीच व्यापार समझौता
अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता की उम्मीदें
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को स्थिर बनाए रखना
अमेरिका और ब्रिटेन की बीच व्यापार समझौते को डोनाल्ड ट्रंप ने Maxed-Out Trade Deals बताया है। इस डील के तहत ब्रिटेन की वस्तुओं पर 10 प्रतिशत का टैरिफ लागू रहेगा, लेकिन Rolls-Royce जैसी लक्जरी कारों पर करों में कटौती होगी। दूसरी ओर अमेरिकी बीफ और एथनॉल की आवक ब्रिटेन में बढ़ाई जाएगी। इस डील को अंतिम रूप देने में कुछ समय लग सकता है लेकिन दोनों की पक्षों की तरफ से इसे बड़ा कदम बताया जा रहा है।
अमेरिका और ब्रिटेन के बीच हुए इस व्यापार समझौते के बाद सभी की निगाहें अमेरिका-चीन वार्ता पर टिकी है। यह वार्ता इसी सप्ताह स्विटजरलैंड में होने वाली है। इस बीच ट्रंप ने संकेत दिया है कि चीनी वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ को घटाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभी चीन पर टैरिफ 145 फीसदी है और यह तय है कि अब इसमें कटौती की जाएगी।
हाल ही में फेडरल रिज़र्व ने ब्याज दरों में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया है। US FED ने ब्याज दरों को 4.25% से 4.50% के बीच स्थिर बनाए रखा है। हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप ने ब्याज दरों में कटौती की मांग की थी और यूएस फेड चेयरमैन जेरेम पॉवेल को हटाने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन पॉवेल ने कहा, महंगाई घटी है, लेकिन अभी भी 2 फीसदी के लक्ष्य से ऊपर है। इसके बाद केंद्रीय बैंक ने जब ब्याज दरों को स्थिर बनाए रखा तो भी Bitcoin में थोड़ी तेजी देखी गई।
Bitcoin में आई मौजूदा तेजी केवल तकनीकी संकेतकों का परिणाम नहीं है, बल्कि Global Diplomacy और आर्थिक फैसलों से उपजा भी एक मुख्य कारण है। अमेरिका और ब्रिटेन के बीच Trade Agreement और चीन को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नरम रुख ने बाजार में Positive Emotions पैदा कर दिए। इसके साथ ही फेड की ब्याज दरों में स्थिरता ने भी बिटकॉइन को मजबूती दी। हालांकि अभी यह अपने ऑल टाइम हाई से नीचे है, लेकिन $103,000 के पार जाना यह संकेत देता है कि Bitcoin एक बार फिर नई ऊंचाई की ओर बढ़ सकता है।
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