क्रिप्टो और NFT की दुनिया में जहां ट्रांसपेरेंसी और ट्रस्ट की बात होती है, वहीं हाल ही में एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। Hashling NFT प्रोजेक्ट और इससे जुड़े एक Bitcoin Mining Operations के फाउंडर Jonathan Mills पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने निवेशकों की करोड़ों डॉलर की पूंजी का गबन किया है। यह मामला 14 मई को इलिनॉय कोर्ट में दर्ज किया गया है, जिसमें Mills पर धोखाधड़ी और फिड्यूशियरी ड्यूटी के उल्लंघन का मुकदमा किया गया है।
प्लांटिफ्स (निवेशकों) का आरोप है कि Mills ने Hashling NFT और एक Bitcoin Mining Project से कमाए गए कम से कम $3 मिलियन को एक होल्डिंग कंपनी Satoshi Labs LLC में ट्रांसफर कर लिया। Mills इस कंपनी के फाउंडर और CEO हैं। उन्होंने यह झूठा दावा किया कि यह ट्रांसफर वैध है और निवेशकों की सहमति से किया गया है, जबकि असल में उन्होंने ऐसा एक फॉल्टी शेयरहोल्डर एग्रीमेंट के आधार पर किया, जो कि निवेशकों के मुताबिक गलतियों से भरा हुआ था।
निवेशकों ने बताया कि उन्होंने Solana और Bitcoin पर हुए दो NFT Drops से $1.46 मिलियन जुटाए थे। लेकिन उन्हें उस निवेश से कोई रिटर्न नहीं मिला। Mills ने शुरू में सभी को आश्वस्त किया था कि कंपनी का नाम बदलने के बाद भी उनकी इक्विटी हिस्सेदारी सुरक्षित रहेगी, लेकिन बाद में उन्होंने 67% वोटिंग अधिकार अपने पास रखे और किसी अन्य पार्टनर को 2% से ज्यादा अधिकार नहीं दिया।
जैसे ही पैसे हाथ में आए, Mills ने अपने बाकी साथियों से संपर्क तोड़ना शुरू कर दिया, यानी उन्हें "ghost" कर दिया। प्लांटिफ्स का कहना है कि Mills ने शुरुआत में एक मजबूत इरादा दिखाया और खुद की कोई फाइनेंशियल बैकिंग या NFT अनुभव न होने के बावजूद प्रोजेक्ट में खुद को शामिल किया। उन्होंने ना केवल अन्य निवेशकों को जोड़ा, बल्कि अपनी गर्लफ्रेंड से भी Hashling NFT में इनवेस्टमेंट करवाया।
साथ ही, उन्होंने मार्केटिंग, आर्टवर्क और यहां तक कि न्यूयॉर्क में NFT Conference अटेंड करने के लिए भी निवेशकों से मदद ली। लेकिन जब प्रॉफिट की बात आई, तो सबकुछ अपने नाम कर लिया।
Hashling NFT और इससे जुड़े Bitcoin Mining Operations की यह घटना यह साबित करती है कि Web3 की दुनिया में भी धोखाधड़ी के मामले सामने आ सकते हैं। Jonathan Mills के खिलाफ चल रहे मुकदमे ने पूरे NFT कम्युनिटी को झकझोर कर रख दिया है। निवेशकों ने कोर्ट से प्रोजेक्ट की सभी असेट्स पर कंट्रक्टिव ट्रस्ट लगाने और कानूनी रूप से पूरी राशि की वापसी की मांग की है। यह केस उन सभी के लिए एक चेतावनी है जो NFT और क्रिप्टो में निवेश करना चाहते हैं, ऐसे में पूरा रिसर्च करें।
यह भी पढ़िए: How to Buy Bitcoin with INR, स्टेप बाय स्टेप जानेंरोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास 13+ वर्षों का अनुभव है। जिसमें बीते कुछ वर्षों से उनका फोकस विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर रहा है। वे ऑन-चेन मेट्रिक्स, डेफी ट्रेंड्स, प्राइस मूवमेंट्स और टोकनॉमिक्स का व्यावहारिक ज्ञान रखते हैं। उनकी विशेषज्ञता डेटा-ड्रिवन आर्टिकल्स, डीप मार्केट रिसर्च, SEO-ऑप्टिमाइज्ड कंटेंट और इंडस्ट्री-फोकस्ड एनालिसिस तैयार करने में है।
रोहित वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। जहाँ लगातार कंटेंट डिलीवर करके, रोहित ने खुद को हिंदी क्रिप्टो मीडिया स्पेस में एक भरोसेमंद और प्रभावशाली आवाज़ के रूप में स्थापित किया है। उनका कंटेंट रिलायबल डेटा सोर्स, ऑन-चेन टूल्स और मार्केट रिसर्च से प्राप्त फैक्ट्स पर आधारित होता है। वे हर आर्टिकल में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देने को प्राथमिकता देते हैं।
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