18 अगस्त की सुरक्षा घटनाओं की बात की जाए तो इसमें सबसे अधिक नुकसान Exactly Protocol को हुआ है। बता दें कि Exactly Protocol से $7.3 Million अमाउंट की चोरी की गई थी। साथ ही 18 अगस्त को Exactly के साथ Harbor भी हैकिंग का शिकार हुई थी। इसके बाद हैकर्स ने Across Protocol का उपयोग कर 1490 ETH और ऑप्टिमिज्म ब्रिज के माध्यम से Ethereum Network में 2,832,92 ETH को ब्रिज किया। इस अटैक की वजह से Harbor के स्टेबल मिंट और वॉल्ट से धन की हानि हुई थी। Coinbase के लेयर-2 सॉल्यूशन बेस ने 9 अगस्त को लॉन्च होने के तुरंत बाद ही 4 सुरक्षा घटनाओं की समस्याओं का सामना किया था। इससे पहले 30 जुलाई को Viper प्रोग्रामिंग लेंग्वेज के 3 एडिशन नें Curve Finance पर स्टेबल कॉइन पूल से $61 Million से अधिक की चोरी की गई थी। इसी के साथ Zunami Protocol, Earn.Finance और Rocketswap भी हैकिंग के जाल में फंस चुके हैं। कुछ दिन पहले डिजीटल करंसी में सबसे बड़ी Crypto चोरी को अंजाम दिया गया था। हैकर्स ने Poly Network पर अटैक करके $61 Million की Cryptocurrency चुरा ली थी। इस अटैक को डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस के क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ी हैकिंग अटैक माना जा रहा है।
Crypto Space में हैकिंग और फ्रॉड जैसे आम बात सी हो गई है। हमें आए दिन Crypto में चोरी की खबरों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इस समस्या के समाधान के बारे में अभी तक कोई कड़ा निर्णय नहीं लिया गया है। ciphertrace के एक अध्ययन के अनुसार, DeFi से जुड़े हैक अब कुल हैक की तुलना में 60% अधिक है। पिछले साल की तुलना में यह संख्या छोटी हो सकती है। लेकिन अगर गहराई से देखा जाए तो यह बेहद ही खतरनाक आंकड़ा साबित हो सकता है। इससे यह बात तो बिल्कुल साफ है कि कैसे Crypto में हैकिंग का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इस स्कैम की वजह से Crypto में इनवेस्ट करने वाले इनवेस्टर्स को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। Crypto Space में हैकर्स बड़ी आसानी से बड़ी-बड़ी फर्मों को अपने जाल में फंसा कर बड़ी-बड़ी चोरी को अंजाम देते हैं। अब देखना यह है कि इस समस्या से निपटने के लिए कोई सख्त नियम लागू किए जाते हैं या फिर Cryptocurrency में हैकिंग का सिलसिला ऐसे ही रहेगा जारी।
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