क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, FTX ने अपने कर्जदारों को $16 बिलियन देने की योजना बनाई है, जो कि Q4 2024 में लागू होगी। लेकिन कई क्रेडिटर्स इससे खुश नहीं हैं, क्योंकि उन्हें मिलने वाला भुगतान उनके नुकसान से बहुत कम है। क्रेडिटर्स का कहना है कि वे केवल 10% से 25% तक ही वसूली कर पाएंगे, जो उनके लिए एक बड़ा झटका है। BitGo के CEO Mike Belshe ने भी कहा है कि यह राशि पूरी तरह से पर्याप्त नहीं है।
क्रेडिटर्स के लिए एक और बड़ी समस्या यह है कि उन्हें मिलने वाला भुगतान उस समय की क्रिप्टो की कीमतों पर आधारित होगा जब FTX ने दिवालिया होने की घोषणा की थी। उस समय Bitcoin (BTC) की कीमत लगभग $16,000 थी, जबकि आज इसकी कीमत लगभग $65,000 है। इस तरीके से मुआवजे की गणना करने पर क्रेडिटर्स में गुस्सा है, क्योंकि वे सोचते हैं कि यह उनके वास्तविक नुकसान को नहीं दर्शाता। कुछ क्रेडिटर्स, जैसे Sunil Kavuri ने सोशल मीडिया पर अपनी निराशा जताई है। U.S. Securities and Exchange Commission (SEC) ने भी इस प्रक्रिया पर चिंता व्यक्त की है, खासकर अगर स्थिर मुद्रा का उपयोग किया गया तो।
FTX और Emergent Technologies ने हाल ही में $600 मिलियन के Robinhood शेयरों को बेचने का समझौता किया है ताकि क्रेडिटर्स को कुछ राहत मिल सके। इसके अलावा, FTX के CEO John Ray III ने कहा कि यह सौदा क्रेडिटर्स के भुगतान में तेजी लाने और कानूनी खर्चों को कम करने में मदद कर सकता है। Ray ने यह भी कहा कि पुनर्गठन योजना सही बातचीत का नतीजा है और इसका मकसद क्रेडिटर्स के लिए अधिक मूल्य बनाना है।
कुल मिलाकर, FTX के क्रेडिटर्स की स्थिति कठिन है। वे अपनी मेहनत की कमाई और जीवन बचत के नुकसान के कारण मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं। यह असंतोष न केवल FTX के लिए, बल्कि समग्र क्रिप्टो मार्केट के लिए भी एक चेतावनी है। अगर FTX अपने कर्जदारों को बेहतर मुआवजा नहीं दे पाया, तो इसका असर क्रिप्टो मार्केट की स्थिरता पर पड़ सकता है। FTX का यह मामला दिखाता है कि वित्तीय संकट में निवेशकों के अधिकारों की रक्षा करना कितना जरूरी है।
FTX के क्रेडिटर्स की स्थिति अत्यंत गंभीर है, क्योंकि उन्हें मिलने वाला मुआवजा उनके वास्तविक नुकसान से बहुत कम है। वर्तमान में, क्रेडिटर्स केवल 10% से 25% की वसूली की उम्मीद कर रहे हैं, जो उनके लिए एक बड़ा झटका है। Restructuring Process और भुगतान की गणना का तरीका भी उन्हें निराश कर रहा है, खासकर जब क्रिप्टो की कीमतें अब काफी बढ़ गई हैं। यदि FTX अपने क्रेडिटर्स को बेहतर मुआवजा नहीं दे पाया, तो इसका नकारात्मक प्रभाव क्रिप्टो मार्केट की स्थिरता पर पड़ सकता है। यह मामला इन्वेस्टर्स के अधिकारों की रक्षा की आवश्यकता को दर्शाता है।
यह भी पढ़िए : Crypto Batter को बढ़ाने की स्ट्रेटेजी, Easy Investment
यह भी पढ़िए: Cryptocurrency Price In India, 30 सितंबर के Top 5 GainersCopyright © 2024 Crypto Hindi News. All Rights Reserved.