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ZachXBT ने $330M के Bitcoin चोरी में $7M फंड किए फ्रीज

Published:May 03, 2025 Updated:May 03, 2025
Author: Sandeep Chourey
ZachXBT ने $330M के Bitcoin चोरी में $7M फंड किए फ्रीज

क्रिप्टो जगत में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें धोखाधड़ी के जरिए एक अमेरिकन बुजुर्ग ‘OG Bitcoiner’ के वॉलेट से करीब $330 मिलियन के Bitcoin की चोरी कर ली गई है। अब इस मामले में जांच करते हुए ZachXBT ने शुक्रवार को जानकारी दी कि चोरी किए गए 330 मिलियन डॉलर के Bitcoin में से करीब 7 मिलियन डॉलर की राशि को Binance और अन्य सहयोगी क्रिप्टो एक्सचेंज की मदद से फ्रीज कर दिया गया है। 

ZachXBT क्या है, क्या है इसकी भूमिका

क्रिप्टो वर्ल्ड में ZachXBT एक independent blockchain investigator है, जो क्रिप्टो स्कैम या फ्रॉड को उजागर करने के लिए जाना जाता है। दरअसल ZachXBT एक ब्लॉकचेन डिटेक्टिव है, जो कई सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर ऑन-चेन एनालिसिस करके क्रिप्टो घोटालों को ट्रैक करता है। एक अनुमान के मुताबिक, ZachXBT अभी तक $100 मिलियन से अधिक की चोरी और स्कैम की जांच में अपनी अहम भूमिका निभा चुका है। इससे पहले मार्च में ZachXBT ने Coinbase पर Bitcoin की बड़ी चोरी का खुलासा किया था। सबसे खास बात ये है कि ZachXBT की पहचान गुप्त हैं, लेकिन इसकी रिपोर्ट को क्रिप्टो कम्युनिटी में काफी महत्व दिया जाता है। 

बुजुर्ग के वॉलेट से कैसे पार हो गए $330 मिलियन के Bitcoin

दरअसल इस क्रिप्टो फ्रॉड में सोशल मीडिया के जरिए बुजुर्ग को झांसे में लिया गया था। अमेरिका के बुजुर्ग OG Bitcoiner को सोशल इंजीनियरिंग और फिशिंग स्कैम के जरिए शिकार बनाया गया और निकाले में पूरे फंड्स को 6 से ज्यादा क्रिप्टो एक्सचेंज और Monero (XMR) के जरिए मिक्स किया गया गया। आपको बता दें कि Monero एक ऐसी क्रिप्टोकरेंसी है, जो ट्रांजेक्शन की गोपनीयता बनाए रखती है, इसलिए ये साइबर अपराधियों की पहली पसंद बन चुकी है। इस मामले में ZachXBT ने अभी तक 2 प्रमुख संदिग्धों की पहचान की है। एक सोमाली नागरिक ‘Nina/Mo’, जो UK के Camden में कॉल सेंटर स्कैम ऑपरेट का काम करता है और दूसरा उसका साथी ‘W0rk’, जिसने कॉल और वेबसाइट के जरिए धोखाधड़ी में मदद की।

ऐसे हुआ Bitcoin का इतना बड़ा स्कैम

क्रिप्टो डिटेक्टिव ZachXBT ने सबसे पहले रविवार को एक संदिग्ध ट्रांजैक्शन का खुलासा किया, जिसमें 3520 Bitcoin का अचानक ट्रांसफर हुआ था। इस ट्रांजैक्शन की जांच में पता चला कि ये बिटकॉइन एक बुजुर्ग निवेशक के वॉलेट से चुराए गए थे, जो लंबे समय से होल्ड रखे थे। इस धोखाधड़ी में आरोपी ने बुजुर्ग को फोन कॉल, ईमेल या किसी वेबसाइट के जरिए धोखा देकर उसकी लॉगिन जानकारी प्राप्त कर ली थी। इसके बाद संदिग्धों ने फंड्स को एक के बाद एक 6 से अधिक एक्सचेंजों के माध्यम से घुमाया गया और आखिर में इस फंड को Monero (XMR) में बदल दिया गया, जो कि एक प्राइवेसी कॉइन है। Monero में अचानक ट्रेड वॉल्यूम और कीमत में उछाल आने से भी इसी ट्रांजैक्शन की ओर संकेत मिलते हैं। 

कन्क्लूजन

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में जहां एक ओर स्वतंत्रता और गोपनीयता है, वहीं दूसरी ओर धोखाधड़ी और साइबर हमलों का खतरा भी उतना ही बड़ा है। बुजुर्ग से 330 मिलियन डॉलर की चोरी जैसे मामले यह दर्शाते हैं कि व्यक्तिगत सुरक्षा, जानकारी की गोपनीयता और सतर्कता आज की डिजिटल फाइनेंशियल दुनिया में कितनी महत्वपूर्ण है।


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