Whale ने जमा किए 290M Pi Coins, कहीं कोई गड़बड़ तो नहीं
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Whale ने जमा किए 290M Pi Coins, कही मामला गड़बड़ तो नहीं

Pi Network से जुड़ी एक चौंकाने वाली घटना ने पूरे क्रिप्टो कम्युनिटी का ध्यान खींचा है। बीते तीन महीनों में एक बड़ी व्हेल ने करीब 290 मिलियन Pi Coins जमा किए हैं, जिसकी अनुमानित कीमत $150 मिलियन के आसपास है। यह कदम ऐसे समय में आया है जब Pi Coins की वैल्यू गिरावट में है और पासवर्ड लीक की खबरों से यूजर्स पहले ही सतर्क हो चुके हैं। इस अचानक और भारी मात्रा में Accumulation से कई सवाल खड़े हो गए हैं, क्या ये इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टमेंट का संकेत है या फिर कोई गड़बड़?

Whale की एक्टिविटी कब और कैसे हुई?

इस भारी भरकम जमा की शुरुआत 6 मार्च को हुई और हाल ही में 22 घंटे पहले 2 मिलियन Pi Coins की एक और बड़ी ट्रांजैक्शन की गई। व्हेल की इन सभी एक्टिविटी को बारीकी से ट्रैक किया गया है और रिपोर्ट्स के मुताबिक अधिकांश टोकन सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों पर भेजे गए हैं।

जब मार्केट में मीम कॉइन्स में तेजी और उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, उस समय इस व्हेल का एक्टिव होना कई संभावनाओं की ओर इशारा करता है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह निवेशक संभवतः Binance जैसे बड़े एक्सचेंजों पर Pi Coins की लिस्टिंग की तैयारी में है।

पासवर्ड लीक और टाइमिंग पर सवाल

यह व्हेल मूवमेंट ऐसे समय पर हुआ है जब Pi Network Password Leak की खबरें सामने आईं और यूजर्स में असुरक्षा की भावना बढ़ गई। यह संयोग ही है या कोई रणनीति,  यह सवाल अब Pi Community में चर्चा का विषय बन गया है।

यह भी एक संभावना है कि यह मूवमेंट एक रणनीतिक प्रयास हो जिससे यूजर्स को यह विश्वास दिलाया जा सके कि बड़ी व्हेल्स अभी भी Pi Coins में भरोसा रखती हैं। हालांकि, इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि कहीं यह कोई इंटरनल टीम मूवमेंट तो नहीं है, क्योंकि यदि ऐसा है तो ट्रांसपेरेंसी और सिक्योरिटी दोनों पर सवाल उठते हैं।

मार्केट का हाल और Pi Coins की मौजूदा स्थिति

वर्तमान में Pi Coins $0.55 पर ट्रेड हो रहा है, जिसका 24 घंटे का ट्रेडिंग वॉल्यूम $100 मिलियन से ऊपर है। कुल मार्केट कैप लगभग $4 बिलियन पार कर चुकी है, हालांकि इसका बड़ा हिस्सा अभी भी लॉक है।

कुल सप्लाई 100 बिलियन Pi Coins है, जबकि सिर्कुलेटिंग सप्लाई सिर्फ 7.5 बिलियन के करीब है। इसका मतलब है कि अभी भी एक बड़ा इन्वेस्टर वेव आना बाकी है। ATH यानी ऑल टाइम हाई से तुलना करें तो Pi Coin अपने $2.98 के हाई से 80% नीचे है।

Pi Coins price

Source - coingecko

व्हेल की योजना क्या हो सकती है?

एक क्रिप्टो राइटर होने के नाते मेरा मानना है कि यह व्हेल केवल शॉर्ट टर्म प्रॉफिट के लिए नहीं, बल्कि किसी लॉन्गटर्म स्ट्रेटजी के तहत काम कर रही है।

  1. संभावित Binance लिस्टिंग को लेकर यह accumulation smart move हो सकता है, क्योंकि लिस्टिंग के बाद टोकन की वैल्यू में उछाल आना सामान्य होता है।
  2. पासवर्ड लीक के बाद गिरती कीमत को देखते हुए यह व्हेल Dip Buying कर रही हो सकती है।
  3. या फिर यह अंदरूनी जानकारी रखने वाले किसी व्यक्ति का मूवमेंट हो सकता है, जो यह जानता है कि आने वाले महीनों में Pi Network के डेवलपमेंट्स की वजह से कीमत बढ़ेगी।

अगर Pi Coins $1 पर भी पहुंचता है तो इस व्हेल के पास $300 मिलियन का पोर्टफोलियो होगा और यदि यह दोबारा ATH को छूता है तो यह आंकड़ा $600 मिलियन तक जा सकता है।

कन्क्लूजन

Pi Network में यह हालिया Whale Activity बहुत कुछ कहती है। एक ओर यह संस्थागत निवेश या बड़े निवेशकों की दिलचस्पी का संकेत दे सकती है, वहीं दूसरी ओर यह यूजर्स को भ्रमित करने का प्रयास भी हो सकता है।

पासवर्ड लीक जैसी घटना के बाद इतना बड़ा ट्रांजैक्शन का होना सवाल खड़े करता है, क्या यह भरोसा लौटाने का प्रयास है या फिर अपने हितों को सिक्योर करने का तरीका?

अब सारी निगाहें Pi Core Team पर हैं कि क्या वे इस विषय में कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी करेंगे? जब तक कोई स्पष्टता नहीं आती, यूजर्स को अपनी निजी सुरक्षा के साथ-साथ निवेश को लेकर भी सतर्क रहना चाहिए।

About the Author Rohit Tripathi

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास टेक्नोलॉजी और डिजिटल मीडिया में 13+ वर्षों का अनुभव है। बीते कुछ वर्षों से वह विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी, ऑन-चेन एनालिटिक्स, DeFi इकोसिस्टम और टोकनॉमिक्स जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित हैं। रोहित की विशेषज्ञता SEO-अनुकूल, डेटा-ड्रिवन कंटेंट और इंडस्ट्री-केंद्रित रिसर्च लेख तैयार करने में है।

वह वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। उनकी लेखनी में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देना सर्वोपरि है। वे ऑन-चेन टूल्स और विश्वसनीय मार्केट डेटा का प्रयोग करते हुए प्रत्येक लेख को फैक्ट-आधारित बनाते हैं। हिंदी भाषी रीडर्स के लिए उनका मिशन है: “हाई-क्वालिटी, फैक्चुअल और यूज़र-फर्स्ट क्रिप्टो कंटेंट उपलब्ध कराना।”

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