1 Bitcoin Price in Indian Rupees, बड़ी गिरावट के पीछे क्या है वजह
Bitcoin एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार कारण उसका तेज़ी से गिरना है। खबर लिखे जाने तक 1 Bitcoin Price in Indian Rupees लगभग ₹99 लाख ($115,286.94) पर ट्रेड कर रहा था, जो कि पिछले 24 घंटों में 2.68% की गिरावट को दर्शाता है। इसकी कुल मार्केट कैप $2.29 ट्रिलियन के आसपास रही। हालाँकि इसी महीने इसने लगभग $123,000 के नए ऑल-टाइम हाई को छुआ था, लेकिन उसके बाद से लगातार दबाव में है। सवाल उठता है कि इस गिरावट के पीछे आखिर क्या कारण हैं? और 1 Bitcoin Price in Indian Rupees में इस तरह की हलचल क्यों देखने को मिल रही है?

Source - Bitcoin X post
प्रॉफिट बुकिंग ने डाला दबाव
जब कोई एसेट लगातार ऊपर चढ़ता है और नया ऑल-टाइम हाई बनाता है, तो बड़ी संख्या में निवेशक प्रॉफिट बुकिंग शुरू कर देते हैं। यही इस बार भी हुआ। Bitcoin ने $123,000 का रिकॉर्ड बनाकर जब धीरे-धीरे नीचे गिरा, तो बहुत से शॉर्ट-टर्म इन्वेस्टर्स ने अपने प्रॉफिट को सिक्योर करने के लिए बिक्री शुरू कर दी। यह सिलसिला कुछ घंटों नहीं, बल्कि कई दिनों तक चला।
प्रॉफिट बुकिंग के इस ट्रेंड का सीधा असर 1 Bitcoin Price in Indian Rupees पर पड़ा, क्योंकि जैसे ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत गिरी, वैसे ही भारत में भी इसका INR वैल्यू नीचे आ गयी। विदेशी एक्सचेंजों की एक्टिविटी, खासकर मुनाफावसूली के समय, भारतीय निवेशकों को सीधा प्रभावित करती हैं।
Bitcoin ETF से भारी निकासी
हाल ही में US-बेस्ड Bitcoin ETF से लगातार निवेशकों ने पैसा निकालना शुरू कर दिया। इसके पीछे कारण रहा अमेरिकी फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पावेल का संभावित बयान, जिसमें ब्याज दरों को लेकर कुछ कड़े कदमों के संकेत दिए गए। इस अनिश्चितता ने संस्थागत निवेशकों को सतर्क कर दिया।
Bitcoin ETF से निकलने वाला यह फंड आउटफ्लो कीमतों पर दबाव बनाता है। जब बड़ी मात्रा में Bitcoin मार्केट में बेचा जाता है, तो उसका असर पूरी ग्लोबल सप्लाई और डिमांड चेन पर पड़ता है। यही कारण रहा कि 1 Bitcoin Price in Indian Rupees में अचानक गिरावट दर्ज की गई।
ग्लोबल इकोनॉमिक टेंशन और डॉलर की मजबूती
एक और बड़ा कारण रहा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक अस्थिरता और अमेरिकी डॉलर का मजबूत होना। जैसे-जैसे डॉलर इंडेक्स मजबूत होता है, वैसे-वैसे जोखिम वाले एसेट्स जैसे Bitcoin (BTC) में निवेश घटता है। निवेशक कम जोखिम वाले विकल्पों को प्राथमिकता देते हैं, जैसे ट्रेजरी बॉन्ड्स या डॉलर-बेस्ड असेट्स।
डॉलर मजबूत होते ही Bitcoin Price में कमजोरी देखने को मिलती है, जिससे उसका भारतीय मुद्रा में मूल्य भी गिरता है। यही कारण है कि पिछले कुछ दिनों में 1 Bitcoin Price in Indian Rupees ने अपनी ऊँचाई से लगभग ₹5-7 लाख तक की गिरावट दर्ज की है।
साइबर अटैक्स और सिक्योरिटी पर चिंता
हाल ही में कुछ बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों पर साइबर अटैक हुए हैं, जिनमें भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX Hack भी शामिल हैं। जिसमें $44.2 Million की चोरी हुई। इस तरह की घटनाएं क्रिप्टो मार्केट में डर का माहौल पैदा करती हैं। निवेशकों को लगता है कि उनके फंड सिक्योर नहीं हैं, जिससे वो अपनी होल्डिंग्स को कैश में कन्वर्ट करने लगते हैं।
जब मार्केट में डर फैलता है, तो कीमतों पर उसका असर स्वाभाविक होता है। भारत में भी यह डर महसूस किया गया है और बहुत से रिटेल निवेशकों ने Bitcoin को बेचकर बाहर निकलना शुरू किया है। इससे 1 Bitcoin Price in Indian Rupees पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
1 Bitcoin Price in Indian Rupees में गिरावट हेल्थी करेक्शन है
लम्बे समय से Bitcoin को कवर करने के अपने अनुभव से में यह कह सकता हूँ कि, यह गिरावट फिलहाल हेल्थी करेक्शन है। Bitcoin ने बीते 6 महीनों में 80% से ज्यादा की तेजी दिखाई थी और इस दौरान कई लोग FOMO में आकर भी निवेश कर बैठे थे। अब जबकि प्रॉफिट बुकिंग, ETF से आउटफ्लो और ग्लोबल रिस्क साथ आ गए, तो थोड़ी गिरावट स्वाभाविक है।
1 Bitcoin Price in Indian Rupees भले ही कुछ समय के लिए ₹1 करोड़ से नीचे चला गया हो, लेकिन इसकी लॉन्ग टर्म वैल्यू अभी भी मजबूत है। अगर मार्केट में स्थिरता आती है और ETF में दोबारा निवेश बढ़ता है, तो हम आने वाले हफ्तों में फिर से नई ऊंचाइयों को छूते देख सकते हैं।
कन्क्लूजन
अभी की Bitcoin गिरावट का कारण कोई एक फैक्टर नहीं है, बल्कि ये चार बड़े पहलुओं का मिला-जुला असर है, मुनाफावसूली, ETF से निकासी, आर्थिक अस्थिरता और साइबर सुरक्षा को लेकर डर। इन सब कारणों ने मिलकर 1 Bitcoin Price in Indian Rupees को प्रभावित किया है।
हालांकि यह गिरावट चिंता की बात हो सकती है, लेकिन लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स को घबराने की जरूरत नहीं है। Bitcoin जैसे डिजिटल एसेट्स में उतार-चढ़ाव आम बात है और जो लोग स्ट्रेटजिक रूप से निवेश करते हैं, उनके लिए ऐसे मौके एक नई एंट्री पॉइंट भी हो सकते हैं।
डिस्क्लेमर - हमारा यह आर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य से बनाया गया है, निवेश से जुड़ी किसी भी तरह गतिविधि करने से पहले रिसर्च करना बेहद जरूरी है।