
PM Modi की डिजिटल करेंसी पर मन की बात, CoinDCX Founder को जगी उम्मीद
Digital India की दिशा में एक और बड़ा कदम
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने X अकाउंट (@narendramodi) से एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “I am confident that the digital currency initiative being advanced by the RBI will further strengthen India’s growth story.”यह बयान देश के डिजिटल ट्रांज़ैक्शन इकोसिस्टम को लेकर एक बड़ा संदेश देता है। PM Modi का यह आत्मविश्वास न सिर्फ भारत के #DigitalIndia मिशन को बल देता है, बल्कि डिजिटल करेंसी के भविष्य को भी उज्जवल बनाता है।
इसी ट्वीट को रिपोस्ट करते हुए CoinDCX Founder Sumit Gupta ने अपनी प्रतिक्रिया शेयर करते हुए लिखा कि उन्हें यह जानकर खुशी है कि प्रधानमंत्री डिजिटल करेंसी इनिशिएटिव को लेकर आश्वस्त हैं और यह कदम भारत की ग्रोथ स्टोरी को और मजबूत बनाएगा। उन्होंने बताया कि RBI के डिजिटल रुपया पायलट में अब तक 70 लाख से अधिक यूज़र्स शामिल हो चुके हैं और ₹1,034 करोड़ की डिजिटल करेंसी पहले से सर्कुलेशन में है।
Source - यह इमेज CoinDCX Founder Sumit Gupta की X Post से ली गई है।
RBI की डिजिटल करेंसी से कैसे बदलेगा भारत का ट्रांज़ैक्शन सिस्टम
डिजिटल करेंसी यानी CBDC (Central Bank Digital Currency) को Reserve Bank of India द्वारा जारी किया जा रहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री Piyush Goyal के अनुसार, यह करेंसी पारंपरिक रुपया जैसी ही होगी, फर्क सिर्फ इतना होगा कि यह पूरी तरह इलेक्ट्रॉनिक और ब्लॉकचेन-आधारित होगी।
Blockchain Technology की वजह से हर ट्रांज़ैक्शन ट्रैसेबल, वेरिफाएबल और ट्रांसपेरेंट रहेगा, जिससे धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी गतिविधियों पर रोक लगेगी। इस व्यवस्था से भारत की फाइनेंशियल सिस्टम में तेज़ी, सुरक्षा और भरोसे का नया अध्याय शुरू होगा।
इसी दिशा में Prime Minister Narendra Modi का यह बयान स्पष्ट करता है कि सरकार डिजिटल करेंसी को केवल एक टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि देश की आर्थिक रीढ़ का हिस्सा मान रही है।
Source - यह इमेज PM Modi की X Post से ली गई है।
CoinDCX Founder का विज़न, भारत को Web3 में लीडर बनाना
CoinDCX Founder Sumit Gupta ने के अनुसार उनकी कंपनी देश की डिजिटल करेंसी और ब्लॉकचेन इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए सरकार के साथ निरंतर काम कर रही है। CoinDCX न सिर्फ ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, बल्कि यह भारत में क्रिप्टो एजुकेशन और ब्लॉकचेन अवेयरनेस को भी बढ़ावा देता है।
हाल ही में कंपनी ने “India’s Crypto Landscape Report 2025” जारी की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 3.5 करोड़ से अधिक एक्टिव क्रिप्टो यूज़र्स हैं, जिनमें से करीब 60% निवेशक Tier-2 और Tier-3 शहरों से आते हैं। यह दर्शाता है कि क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल असेट्स अब सिर्फ मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि छोटे शहरों तक भी गहराई से पहुंच चुके हैं।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि भारत का Web3 सेक्टर 2024 में $1.1 बिलियन की वैल्यू क्रिएट कर चुका है, और आने वाले वर्षों में यह आंकड़ा 3X तक पहुंच सकता है। CoinDCX Founder के अनुसार, इस वृद्धि में सरकार की नीति और RBI की डिजिटल करेंसी दोनों का बड़ा योगदान होगा।
Digital Rupee भारत की इकॉनमी का गेम-चेंजर
अपने 13 सालों के डिजिटल मार्केट में बतौर क्रिप्टो राइटर के अनुभव से कहूँ तो मेरे विचार से, भारत में डिजिटल करेंसी का इकोसिस्टम आने वाले वर्षों में कई स्तरों पर क्रांति लाएगा। सबसे बड़ा बदलाव यह होगा कि बैंकिंग सर्विसेज और फास्ट, आसान और किफायती बनेंगी। ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में भी लोग डिजिटल ट्रांज़ैक्शन को अपनाएंगे।
इसके अलावा, CoinDCX Founder Sumit Gupta जैसे उद्यमियों की भूमिका इस परिवर्तन में निर्णायक होगी। उनके नेतृत्व में भारत की क्रिप्टो इंडस्ट्री न केवल ग्लोबल स्तर पर पहचान बना रही है, बल्कि युवाओं को भी Web3 और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नए अवसर दे रही है।
CoinDCX के एजुकेशनल प्रोग्राम्स जैसे “Web3 Made Easy” और “DCX Learn” इस दिशा में माइलस्टोन साबित हुए हैं। ये प्रोग्राम सिर्फ ट्रेडिंग नहीं सिखाते, बल्कि लोगों को क्रिप्टो की रियल वैल्यू और उसका सुरक्षित उपयोग भी समझाते हैं।
कन्क्लूजन
प्रधानमंत्री मोदी का डिजिटल करेंसी को लेकर दिया गया बयान यह दर्शाता है कि भारत अब पूरी तरह से डिजिटल इकॉनमी की ओर बढ़ चुका है। सरकार, RBI और निजी सेक्टर के बीच यह सहयोग आने वाले समय में भारत को Blockchain Technology का ग्लोबल सेंटर बना सकता है।
CoinDCX Founder Sumit Gupta जैसे युवा भारतीय टेक्नोप्रेन्योर इस मिशन में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। उनकी सोच स्पष्ट है, “भारत को केवल डिजिटल करेंसी का यूजर नहीं, बल्कि इनोवेशन का क्रिएटर बनाना है। अगर भारत इसी दिशा में आगे बढ़ता रहा, तो आने वाले वर्षों में Digital Rupee और Crypto Adoption दोनों ही भारत की आर्थिक शक्ति को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे।