रिपोर्ट का अनुमान है कि 2025 तक, AI निवेश U.S. GDP में 4% और China जैसे टेक्नोलॉजी में निवेश करने वाले अन्य देशों में GDP का 2.5% हो सकता है। अकेले जेनरेटिव AI से ग्लोबल इकॉनमी को सालाना 4.4 ट्रिलियन डॉलर का फायदा हो सकता है। यह अनुमान है कि 2030 तक AI का टोटल इकनोमिक इम्पैक्ट $15.7 ट्रिलियन तक होगा। रिपोर्ट ने AI का उपयोग करने वाली कंपनियों की बढ़ती संख्या पर भी प्रकाश डाला है। जिसके अनुसार 3000 कंपनियों में से 16% ने अपनी अर्निंग्स कॉल्स में AI का उल्लेख किया है, जो कि 2016 में 1% से भी कम थी।
भले ही AI निवेश चक्र के सटीक समय की भविष्यवाणी करना मुश्किल है, लेकिन हाल के उद्योग सर्वेक्षणों से पता चलता है कि निवेश पर AI का प्रभाव 2025 के बाद सबसे बड़ा होगा। इससे पता चलता है कि अर्थव्यवस्था पर AI के प्रभाव के लिए अभी भी समय है।
हालाँकि, जैसे-जैसे इकनोमिक ऑपरेशन्स में AI का उपयोग बढ़ा है, वैसे-वैसे प्राइवेसी और AI अल्गोरिथम द्वारा ह्यूमन वर्कर्स की जगह लेने के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं। हालाँकि, यदि यह अनुमान सटीक साबित होते हैं, तो ऐसा माना जा सकता है कि हम परिवर्तनकारी अर्थव्यवस्था की शुरुआत देख रहे है।
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