AI के नकारात्मक प्रभाव के चलते सामने आई एक रिपोर्ट
अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वैसे तो बहुत तेजी से विकास कर रहा है जिससे हमे कई लाभ मिल रहे है, लेकिन इसी के साथ AI डेवलपमेंट के नकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे है, जो समाज के लिए खतरा बनते जा रहे है। AI के नकारात्मक परिणाम को देखते हुए ही कई देशों ने इस पर चिंता भी जताई है।
बता दे कि AI से बने Deepfake वीडियों बहुत तेजी से सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म पर बढ़ रहे है जिसमे कई बड़ी सिलिब्रिटी इसका शिकार हुई है, इन Deepfake वीडियों के जरिये इन सिलिब्रिटी की छवि बिगाड़ने की कोशिश की गई है। हाल ही में कई बॉलीवुड सिलिब्रिटी के Deepfake वीडियों सामने आए है, जिसमें रश्मिका मंदाना, कैटरीना कैफ, काजोल और आलिया भट्ट जैसे बड़े नाम शामिल हैं। आए दिन इस तरह के वीडियो वायरल हो रहे है, जो ना सिर्फ बड़ी हस्तियों बल्कि आम जनता के लिए भी खतरनाक साबित हो रहे है और समाज पर बुरा प्रभाव डाल रहे है।
AI के नकारात्मक प्रभाव के चलते ही एक रिपोर्ट सामने आई है जो समाज के लिए चिंता का विषय है। रिपोर्ट के अनुसार AI अनड्रेसिंग टूल्स का उपयोग बढ़ता जा रहा है। सरल भाषा में कहें तो ऐसे ऐप्स और वेबसाइटें जो महिलाओं की सहमति के बिना महिलाओं की तस्वीरों से डिजिटल रूप से कपड़े हटाने के लिए अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करते हैं, उनकी लोकप्रियता आसमान छू रही है। AI अनड्रेसिंग टूल के बढ़ते उपयोग से फेक एक्सप्लिसिट कंटेंट का निर्माण हो सकता है। वर्तमान में इससे हरैस्मेंट, सेक्सटॉर्शन और चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज जैसे मुद्दों को बढ़ावा मिल रहा है। जिसके चलते ही डार्क वेब फोरम पर चाइल्ड एब्यूज कंटेंट में बढ़ोतरी हो रही है, केवल अक्टूबर में ही चाइल्ड एब्यूज से जुड़ी 20,254 से अधिक छवियां मिलीं है।
AI के खतरों को देखते हुए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी Deepfake पर चिंता जताई थी। प्रधानमंत्री ने कहा था कि AI भारत के सामने मौजूद बड़े खतरों में से एक है, इसलिए लोगों को इसके बारे में जागरूक करने की जरुरत है। जिसके बाद संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, सरकारी अधिकारियों और साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञों सहित प्रमुख स्टेक होल्डर्स के साथ एक बैठक की। माना जा रहा है कि भारत सरकार जल्द ही AI के लिए कानून लाएगी।
इसके साथ ही सोशल मिडिया एप्स भी AI के नकारात्मक परिणामों को रोकने के लिए अपनी और से प्रयास कर रहे है। TikTok ने न्यूडिफाई ऐप्स से संबंधित खोज शब्दों को ब्लॉक कर दिया है और Meta ने भी अपने प्लेटफॉर्म पर संबंधित कीवर्ड को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है। फिर भी AI पोर्न को लेकर अधिक जागरूकता और कार्रवाई की आवश्यकता है।
यह भी पढ़िए : AI सेफ्टी के लिए OpenAI के को-फाउंडर ने लॉन्च की नई फर्म
Copyright © 2024 Crypto Hindi News. All Rights Reserved.