क्रिप्टोकरेंसी दुनिया में एक बार फिर फ्रॉड से लोगों को बड़ा झटका लगा है। एक फर्जी क्रिप्टोकरेंसी टोकन, जो “Microsoft” के नाम का उपयोग करके और लोगो का इस्तेमाल कर रहा था, जिसने पहले काफी तेजी दिखाई और फिर देखते ही देखते उसके प्राइस में बड़ी गिरावट आई। यह टोकन कुछ ही घंटों में 14,000% से ज्यादा बढ़कर गयी। लेकिन जल्द ही हकीकत सामने आ गई और यह टोकन 96% तक गिरकर अब महज $386 पर ट्रेड कर रहा है।
इस टोकन में इतनी बड़ी वृद्धि इसलिए भी संभव हो पाई क्योंकि इसकी टोटल सप्लाई सिर्फ 10,000 टोकन तक लिमिटेड थी। इससे थोड़ी भी खरीदी या बिक्री से प्राइस में बड़ा उतार-चढ़ाव आ सकता था। रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 24,000 लोगों ने इस टोकन को खरीदा है, जिसमें से टॉप होल्डर के पास 4.71% टोकन हैं, जबकि बाकी होल्डर्स के पास 0.5% से भी कम टोकन हैं। यह केस दर्शाता है कि, क्रिप्टो इंडस्ट्री में स्कैम बढ़ रहे है।
CoinMarketCap पर यह टोकन अभी तक वेरीफाइड नहीं है। इसके पेज पर माइक्रोसॉफ्ट से संबंधित कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं है, सिर्फ थर्ड पार्टी लिंक और "DYOR" यानी "Do Your Own Research" की चेतावनी दी गई है। इसके बावजूद कई इन्वेस्टर्स इस भ्रम में आ गए कि यह रियल माइक्रोसॉफ्ट कंपनी से जुड़ा कोई क्रिप्टो प्रोजेक्ट है। वहीं अब सोशल मीडिया और क्रिप्टो फोरम्स पर लोग खुलकर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं और बता रहे हैं कि उन्होंने बिना रिसर्च किए इस टोकन में इन्वेस्ट कर दिया है।
इतना ही नहीं, क्रैश के बाद भी इस टोकन में 24 घंटे का ट्रेडिंग वॉल्यूम $54.4 मिलियन के आस-पास बना हुआ है, जो दर्शाता है कि या तो लोग नुकसान में टोकन बेच रहे हैं या कुछ ट्रेडर्स इस उतार-चढ़ाव में फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं।
यह मामला एक बार फिर से क्रिप्टो इन्वेस्टर्स के लिए चेतावनी बनकर आया है। सिर्फ किसी टोकन के नाम में "Microsoft", "Tesla" या किसी भी बड़ी कंपनी का नाम होने का मतलब यह नहीं कि वह रियल है या उससे जुड़ा है। बल्कि कई स्कैम प्रोजेक्ट्स भी बड़े ब्रांड्स के नाम का गलत इस्तेमाल करते हैं ताकि जल्दी लोगों का ध्यान आकर्षित किया जा सके।
Microsoft के नाम से सामने आए इस फेक टोकन की घटना से यह साफ हो गया है कि क्रिप्टो मार्केट में सिर्फ किसी नाम या लोगो को देखकर इन्वेस्ट करना खतरनाक साबित हो सकता है। बड़े ब्रांड्स के नाम का उपयोग कर स्कैम टोकन लॉन्च करना अब आम बात हो गई है। इसलिए इन्वेस्ट करने से पहले प्रोजेक्ट का वैरिफिकेशन, उसकी टीम, उसकी वेबसाइट और सोशल मीडिया की जानकारी जरूर चेक करें।
यह एक सख्त सबक है उन सभी इन्वेस्टर्स के लिए जो बिना इनफार्मेशन के सिर्फ प्रॉफिट के लालच में पैसा लगा देते हैं। क्रिप्टो में पैसा तेजी से बनता है, लेकिन उतनी ही तेजी से डूब भी सकता है। इसलिए, अगली बार किसी भी टोकन में इन्वेस्ट करने से पहले सोचें और हमेशा DYOR – Do Your Own Research करें। इसके साथ अगर आप जानना चाहते है कि, कौनसे Crypto Scams कर सकते हैं वॉलेट खाली, तो इस लिंक पर क्लिक करके जान सकते है।
यह भी पढ़िए: Understanding India's New Currency Coins, जानिए क्या है खाससाक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
तेजी से बदलती क्रिप्टो दुनिया में वह खुद को एक ट्रस्टेड और ग्रोइंग वॉइस के रूप में स्थापित कर रही हैं।
Copyright © 2025 Crypto Hindi News. All Rights Reserved.