Ripple Labs के CEO, Brad Garlinghouse ने हाल ही में एक इंटरव्यू में उम्मीद जताई कि XRP को जल्द ही US Digital Asset Stockpile में शामिल किया जाएगा। इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि XRP के फ्यूचर को लेकर वह होपफुल हैं और इसका उपयोग US Government द्वारा डिजिटल असेट के स्टॉकपाइल में किया जाएगा। उनका मानना है कि US में XRP की एक्सेप्टेंस और रेगुलेटरी अप्रूवल इसके बढ़ते हुए उपयोग के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि, वर्तमान में XRP की स्थिति कुछ उतार-चढ़ाव से गुजर रही है, लेकिन Garlinghouse का विश्वास है कि आने वाले समय में इसे बढ़ावा मिलेगा, खासकर गवर्नमेंट सपोर्ट और रेगुलेटरी इनिशिएटिव्स के कारण।
मार्च में, US President Donald Trump ने एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर सिग्नेचर किए थे, जिसके तहत डिजिटल असेट्स के स्टॉकपाइल और एक Strategic Bitcoin Reserve की स्थापना की घोषणा की गई थी। हालांकि, इस आदेश में XRP का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया गया था, लेकिन Trump के Truth Social पर एक पोस्ट में XRP का सपोर्ट किया गया था, जो यह दर्शाता है कि यह क्रिप्टोकरेंसी US Government के डिजिटल असेट में शामिल हो सकती है। Garlinghouse का मानना है कि यदि US Government XRP को Stockpile में शामिल करती है, तो यह डिजिटल असेट के लिए एक अहम कदम होगा।
Garlinghouse ने यह भी कहा कि US Government को XRP Stockpile के लिए जब्त की गई असेट के माध्यम से XRP प्राप्त करना आसान हो सकता है, जिससे यह प्रोसेस तेजी से पूरी हो सकती है। यह कदम Ripple और XRP के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जो इसे फाइनेंशियल वर्ल्ड में एक और स्ट्रांग पोजीशन में लाने में मदद करेगा।
Garlinghouse को उम्मीद है कि 2025 के सेकंड हाफ में XRP ETFs को SEC से मंजूरी मिल सकती है। Bitwise और Franklin Templeton जैसे लीडिंग फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस द्वारा XRP ETFs के लिए अप्लाई किया गया है और Garlinghouse को विश्वास है कि ये एप्लीकेशन अप्रूव होंगे। इससे XRP के मार्केट में प्रेजेंस बढ़ेगी और इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए यह एक इम्पोर्टेन्ट इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बन जाएगा। XRP के ETF के रूप में अप्रूवल मिलने से इसकी वैलिडिटी और मार्केट में इन्वेस्टर्स का विश्वास बढ़ेगा, जो XRP Price और स्टेबिलिटी को प्रभावित कर सकता है।
XRP का फ्यूचर बहुत इंटरेस्टिंग और पॉसिबिलिटीज़ से भरा हुआ नजर आता है। Brad Garlinghouse की होपफुलनेस और US Government के सपोर्ट से यह क्रिप्टोकरेंसी और भी स्ट्रांग हो सकती है। XRP के लिए नए रूल्स और इसके अप्रूवल से यह क्लियर होता है कि डिजिटल असेट का फ्यूचर अब ज्यादा स्ट्रक्चर्ड और वैलिड हो रहा है। हालांकि, रेगुलेटरी अप्रूवल और मार्केट कंडीशन्स के आधार पर इस जर्नी में कुछ चेलेंजिंग मूमेंट आ सकते हैं, लेकिन Ripple और XRP के लिए एक स्ट्रांग पोजीशन स्थापित करने की दिशा में कई पॉजिटिव स्टेप उठाए जा रहे हैं। XRP को US Digital Asset Stockpile में शामिल होने की उम्मीद और ETFs की मंजूरी इसके लिए एक गेम चेंजर साबित हो सकती है।
यह भी पढ़िए: Ripple की जीत के बाद Pump.Fun पर लॉन्च हुए कई Fake Memecoinsशीतल बंसोड एक क्रिप्टो राइटर हैं, जो ब्लॉकचेन और Web3 जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने में आसान तरीके से प्रस्तुत करने में एक्सपर्ट हैं। लगभग एक वर्ष के अनुभव के साथ, वह SEO-ऑप्टिमाइज्ड ब्लॉग और न्यूज़ आर्टिकल्स लिखती हैं। शीतल की लेखन शैली टेक्निकल और क्रिएटिव अप्रोच का बेहतरीन मिश्रण होती है, जो कठिन विषयों को सरल और पाठकों के लिए आकर्षक बनाती है।
वह हमेशा ट्रेंड्स और मार्केट मूवमेंट्स के बारे में अपडेट रहती हैं, जिससे उनका कंटेंट हमेशा प्रासंगिक और इनफॉर्मेटिव होता है। क्रिप्टो स्पेस में निरंतर हो रहे बदलावों के बीच, शीतल ने खुद को एक ट्रस्टेड और उभरते हुए राइटर के रूप में स्थापित किया है, जो पाठकों को सही और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करती हैं।
Copyright © 2025 Crypto Hindi News. All Rights Reserved.