एक समय था जब NFTs डिजिटल वर्ल्ड का सबसे बड़ा ट्रेंड बन चुके थे। 2021 में जब NFTs का क्रेज अपने पीक पर था, तब हर कोई डिजिटल आर्ट को करोड़ों में सेल कर रहा था। लेकिन आज NFT Market पूरी तरह बदल चुका है। इसी विषय पर Rarible NFT के को-फाउंडर Alexander Salnikov ने कहा है कि, NFTs अब सिर्फ एक ट्रेंड नहीं, बल्कि डिजिटल ओनरशिप का फ्यूचर बनने की ओर आगे बढ़ रहे हैं।
Salnikov ने यह भी कहा कि 2021 तक NFT के दो हिस्से थे। पहला, उसका बेसिक यूज़ और दूसरा, 90% का एक स्पेकुलेटिव बबल जो सिर्फ प्रॉफिट अर्न करने के लिए था। लेकिन अब ये स्पेकुलेशन Memecoins की ओर शिफ्ट हो गई है। CoinGecko के अनुसार, ग्लोबल NFT Market Cap जो 2021 में $13 बिलियन तक पहुंचा था, वह अब घटकर $3.8 बिलियन के आस-पास रह गया है। हालांकि इससे NFT के रियल यूज़ की संभावनाएं कम नहीं हुईं है।
अब सवाल उठता है कि NFT होल्डर्स और इन्वेस्टर्स को आगे क्या उम्मीद करनी चाहिए? इस पर Salnikov ने दो प्रमुख ट्रेंड्स की ओर इशारा किया है, जिसमें Consumer Applications और Tokenized Intellectual Property (IP) शामिल है।
Salnikov के अनुसार, आने वाले सालों में NFT का इस्तेमाल आम कंज्यूमर एप्लिकेशंस में देखने को मिलेगा। जैसे कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स, मेसेजिंग ऐप्स और ऑनलाइन गेम्स। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी अब इतनी स्केलेबल हो चुकी है कि वह करोड़ों यूज़र्स को संभाल सकती है।
वहीं Ethereum जैसे प्लेटफॉर्म्स पर स्केलिंग सॉल्यूशन्स ने NFT को ज्यादा सस्ता और फ़ास्ट बना दिया है। इससे NFT-बेस्ड प्रोडक्ट्स को अपनाना आसान हो रहा है। Salnikov ने यह भी कहा कि कई वेंचर कैपिटल कंपनियां अब NFT से जुड़ी कंज़्यूमर एप्लिकेशंस में इन्वेस्ट कर रही हैं, क्योंकि उन्हें विश्वास है कि यही आने वाले 5 सालों के लिए महत्वपूर्ण होगा।
दूसरा बड़ा ट्रेंड है इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी का टोकनाइजेशन। जिसमें Story Protocol और CAMP Network जैसे प्रोजेक्ट्स का लक्ष्य है कि क्रिएटिव कंटेंट और आईडियाज़ को ऑन-चेन लाया जाए। इससे IP का इस्तेमाल और डुप्लिकेशन ट्रैक करना आसान हो जाएगा। खासकर तब, जब AI के द्वारा कंटेंट की रिपीट किया जा रहा हो।
इसके साथ ही उम्होने कहा कि, जब आप IP को NFT के रूप में ब्लॉकचेन पर डालते हैं, तो वह प्रोग्रामेबल बन जाता है। इससे AI के जरिए जब कंटेंट रिप्रोड्यूस होता है, तो उसकी ट्रैकिंग और लाइसेंसिंग ट्रांसपेरेंट हो जाती है।
हालांकि NFT और AI एजेंट्स का कॉम्बिनेशन अभी लिमिटेड है, लेकिन Salnikov ने एक इंट्रेस्टिंग एक्साम्पल शेयर किया, जिसमें एक AI एजेंट को NFT Avatar के लिए पेमेंट किया गया था।
Rarible NFT के को-फाउंडर ने कहा कि, NFTs अब सिर्फ एक ट्रेंड नहीं रह गए हैं, बल्कि डिजिटल ओनरशिप और कंटेंट प्रोटेक्शन के भविष्य का महत्वपूर्ण हिस्सा बनते जा रहे हैं। जहां 2021 में NFT मार्केट में भारी स्पेकुलेशन और ट्रेडिंग का बोलबाला था, वहीं अब इसका फोकस रियल वर्ल्ड यूज़-केसेज़ पर शिफ्ट हो रहा है। Alexander Salnikov के अनुसार, आने वाले सालों में NFTs का उपयोग सोशल मीडिया, गेमिंग और मैसेजिंग जैसे कंज़्यूमर एप्लिकेशंस में बढ़ेगा। साथ ही, AI एरा में कंटेंट की सेफ्टी और ट्रैकिंग के लिए टोकनाइज़्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी एक नए रिवोल्यूशन लाएगी। क्योंकि NFT अब टेक्नोलॉजी और ओनरशिप का फ्यूचर है। इसके साथ ही अगर आप NFT से जुड़ी अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो, हमारे NFT News या Project Review सेक्शन पर जाकर जान सकते है। जहाँ आपको Treasure NFT Vs Rarible NFT, क्या है दोनों में प्रमुख अंतर? इस तरह की ख़बरें पढ़ने को मिलेगी।
यह भी पढ़िए: Pi Coin Price क्यों बढ़ रहा है, क्या है इसके पीछे के कारण?साक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
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