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Thailand Crypto Conversion Scheme, भारत में बन सकती है गेम-चेंजर

आज की ग्लोबल डिजिटल इकॉनमी में क्रिप्टोकरेंसी न केवल एक इन्वेस्टमेंट टूल बन चुकी है, बल्कि धीरे-धीरे टूरिज़्म और इंटरनेशनल पेमेंट्स में भी इसकी भूमिका बढ़ रही है। इसी दिशा में Thailand Crypto Conversion Scheme ने दुनिया का ध्यान खींचा है। थाईलैंड ने हाल ही में विदेशी टूरिस्ट्स के लिए एक खास स्कीम लॉन्च की है, जिसके तहत वे अपने क्रिप्टो को Thai Baht में कन्वर्ट कर पाएंगे और देश में खर्च कर सकेंगे।

अगर भारत भी इसी तरह का कदम उठाता है, तो यह न केवल टूरिज़्म इंडस्ट्री के लिए गेम-चेंजर साबित होगा, बल्कि भारत को ग्लोबल क्रिप्टो हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम हो सकता है।

Thailand Crypto Conversion Scheme और भारत के लिए संभावनाएं

थाईलैंड ने “TouristDigiPay” नाम से इस प्रोग्राम की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य विदेशी विजिटर्स को आसान और सिक्योर पेमेंट ऑप्शन देना है। हालांकि, यह स्कीम अभी एक रेगुलेटरी सैंडबॉक्स में चलाई जा रही है, ताकि रिस्क और सिक्योरिटी को बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सके।

भारत के लिए भी इस तरह का कदम बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। अगर भारत में आने वाले विदेशी पर्यटकों के तीन साल के आंकड़ों पर नज़र डालें तो 2022 में भारत में 64.37 लाख विदेशी पर्यटक आए। वहीँ 2023 में यह संख्या बढ़कर 95.21 लाख हो गई। 2024 में भी करीब 99.52 लाख टूरिस्ट्स ने भारत का रुख किया। Ministry of Tourism के अनुसार इस साल सिर्फ जनवरी-अप्रैल 2025 में ही 32.41 लाख विदेशी टूरिस्ट भारत पहुंच चुके हैं।

यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि भारत टूरिज़्म सेक्टर में लगातार ग्रोथ कर रहा है। अगर यहां Thailand Crypto Conversion Scheme जैसी सुविधा मिलती है, तो विदेशी पर्यटकों के लिए भारत और भी अट्रैक्टिव डेस्टिनेशन बन सकता है।

Thailand Crypto Conversion Scheme - Ministry of Tourism

Source- यह तस्वीर Ministry of Tourism की ऑफिशियल वेबसाइट से ली गई है।

आर्थिक प्रभाव और Crypto Reserves में बढ़ोतरी

भारत में पर्यटन से होने वाली Foreign Exchange Earnings (FEEs) भी लगातार बढ़ रही हैं. हाल ही में भारत के केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने लोकसभा सत्र में विदेशी पर्यटन से जुड़े आंकड़े साझा किये थे, जिसके अनुसार 2022 में Foreign Exchange Earnings ₹1,69,917 करोड़ रही, वहीँ 2023 में यह आंकड़ा ₹2,66,045 करोड़ के आसपास रहा। वर्ष 2024 की बात करें तो इसमें एक बड़ा उछाल देखने को मिला और यह ₹2,93,033 करोड़ के आसपास हो गई। वर्ष 2025 में जनवरी से अप्रैल के बीच यह अर्निंग ₹98,289 करोड़ तक पहुँच गई।

इस तरह सिर्फ दो सालों में भारत की पर्यटन से कमाई में 73% की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। अगर सरकार विदेशी टूरिस्ट्स को क्रिप्टो के जरिए पेमेंट की सुविधा देती है, तो यह विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) बढ़ाने में भी मददगार हो सकता है। साथ ही, भारत क्रिप्टो फ्रेंडली देशों की लिस्ट में शामिल होकर इंटरनेशनल इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता है।

भारत में Thailand Crypto Conversion Scheme, क्यों हो सकती है गेम-चेंजर
  1. क्रिप्टो एडॉप्शन में बढ़ोतरी - भारत दुनिया में सबसे ज्यादा क्रिप्टो यूज़र्स वाले देशों में शामिल है। अगर टूरिस्ट्स के लिए भी Thailand Crypto Conversion Scheme की तरह कोई स्कीम आती है तो यह आम लोगों के बीच क्रिप्टो एडॉप्शन को और तेज़ कर सकती है।
  2. डिजिटल इंडिया मिशन को सपोर्ट - सरकार पहले से ही UPI और डिजिटल पेमेंट्स को प्रमोट कर रही है। ऐसे में क्रिप्टो-टू-फिएट कन्वर्जन सिस्टम भारत को ग्लोबल डिजिटल पेमेंट्स लीडर बना सकता है।
  3. टूरिज़्म सेक्टर में बूम - विदेशी पर्यटकों के लिए पेमेंट्स आसान होंगे तो वे ज्यादा खर्च करेंगे, जिससे होटल, ट्रैवल, रेस्टोरेंट्स और शॉपिंग इंडस्ट्री को सीधा फायदा होगा।
  4. नया रेवेन्यू मॉडल - सरकार क्रिप्टो कन्वर्जन पर मामूली ट्रांजैक्शन टैक्स लगाकर अतिरिक्त राजस्व कमा सकती है।
चुनौतियां और समाधान

भारत को भी Thailand Crypto Conversion Scheme की तरह की स्कीम लागू करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा:

  • रेगुलेशन और KYC: टूरिस्ट्स को KYC और सिक्योरिटी चेक्स से गुजरना होगा।
  • सेंट्रल बैंक की पॉलिसी: भारतीय रिजर्व बैंक अभी तक क्रिप्टो पेमेंट्स को सीधे मान्यता नहीं देता।
  • साइबर सिक्योरिटी: हैक्स और फ्रॉड्स को रोकने के लिए सख्त साइबर सिक्योरिटी फ्रेमवर्क तैयार करना होगा।

लेकिन अगर सरकार इसे रेगुलेटेड सैंडबॉक्स मॉडल में शुरू करती है और UPI जैसी सुविधा से जोड़ देती है, तो यह स्कीम बिना किसी बड़ी दिक्कत के सफल हो सकती है।

मेरा ओपिनियन और अनुभव

बतौर क्रिप्टो रिसर्चर और मार्केट एनालिस्ट, मैं पिछले कई सालों से देख रहा हूं कि भारत में क्रिप्टो को लेकर अपार संभावनाएं हैं। हालांकि रेगुलेटरी अनसर्टेनिटी के कारण अब तक यह सेक्टर पूरी तरह खुलकर सामने नहीं आ पाया है। हालाँकि हाल ही में Bitcoin Policy Institute of India Launch हुआ है, जिसने भी एक बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं।

मेरे एक्सपीरियंस में, अगर भारत Thailand Crypto Conversion Scheme जैसी पहल करता है, तो यह न केवल विदेशी टूरिस्ट्स के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि भारत की छवि एक क्रिप्टो-फ्रेंडली नेशन के रूप में भी बनेगी। यह कदम भारत के डिजिटल फाइनेंस स्ट्रक्चर को मजबूती देगा और ग्लोबल लेवल पर हमें प्रतिस्पर्धी बढ़त दिलाएगा।

कन्क्लूजन

थाईलैंड ने विदेशी पर्यटकों के लिए क्रिप्टो को लोकल करेंसी में कन्वर्ट करने का कदम उठाकर एक साहसिक पहल की है। भारत के लिए यह और भी बड़ा अवसर है, क्योंकि यहां पर्यटन तेजी से बढ़ रहा है और डिजिटल पेमेंट्स पहले से ही वर्ल्ड-क्लास लेवल पर हैं।

अगर भारत सरकार Thailand Crypto Conversion Scheme जैसे मॉडल को अपनाती है और Crypto to INR की सुविधा देती है, तो यह न केवल टूरिज़्म सेक्टर को बूस्ट देगा, बल्कि भारत को क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल पेमेंट्स की दुनिया में ग्लोबल हब बना देगा।

Rohit TripathiRohit Tripathi
Rohit Tripathi
रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास टेक्नोलॉजी और डिजिटल मीडिया में 13+ वर्षों का अनुभव है। बीते कुछ वर्षों से वह विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी, ऑन-चेन एनालिटिक्स, DeFi इकोसिस्टम और टोकनॉमिक्स जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित हैं। रोहित की विशेषज्ञता SEO-अनुकूल, डेटा-ड्रिवन कंटेंट और इंडस्ट्री-केंद्रित रिसर्च लेख तैयार करने में है। वह वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। उनकी लेखनी में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देना सर्वोपरि है। वे ऑन-चेन टूल्स और विश्वसनीय मार्केट डेटा का प्रयोग करते हुए प्रत्येक लेख को फैक्ट-आधारित बनाते हैं। हिंदी भाषी रीडर्स के लिए उनका मिशन है: “हाई-क्वालिटी, फैक्चुअल और यूज़र-फर्स्ट क्रिप्टो कंटेंट उपलब्ध कराना।” LinkedIn पर प्रोफ़ाइल देखें | रोहित के लेख पढ़ें-
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