Binance और WazirX की कभी नहीं हुई डील, सच आया सामने
WazirX के $230-मिलियन हैक के बाद, Binance ने हाल ही में इस मामले में एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया था। जिसके बाद से Binance और WazirX की उस डील को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं, जिसके अनुसार Binance, WazirX को एक्वायर करने वाला था।
अपने हाल ही के बयान में Binance ने आरोप लगाया है कि WazirX टीम और इसके संस्थापक, Nischal Shetty, यूजर्स और मार्केट को अपनी कंपनी और Binance के बीच संबंधों के बारे में गुमराह कर रहे हैं। यह घटनाक्रम तब सामने आया जब 18 जुलाई को WazirX के एक मल्टीसिग वॉलेट से बड़े पैमाने पर क्रिप्टो एसेट्स की चोरी हुई थी।
हाल ही में एक टाउन हॉल मीटिंग के दौरान, Nischal Shetty और उनकी कानूनी टीम ने दावा किया था कि Binance, WazirX की पैरेंट कंपनी, Zettai के रेवेन्यू और कैश फ्लो का अधिकांश हिस्सा कंट्रोल करता है। उनका कहना था कि इससे WazirX को, प्रभावित कस्टमर्स को अपनी बुक से भुगतान करने में कठिनाई हो रही है। हालांकि, BNB ने इन दावों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि उसने कभी WazirX की ओनरशिप या कंट्रोल नहीं किया है।
Binance ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा, “WazirX टीम और निश्चल शेट्टी WazirX यूजर्स और मार्केट को Binance और WazirX के बीच संबंधों के बारे में गुमराह कर रहे हैं। BNB ने कभी भी की ओनरशिप या कंट्रोल या ओपरेशन नहीं किया है, न ही जुलाई 2024 के हमले के दौरान या बाद में।”
WazirX बनाम Binance विवाद: यूजर्स के फंड की सुरक्षा पर बहस तेज
क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज WazirX और उसके पूर्व पार्टनर Binance के बीच जारी विवाद ने एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। Binance ने हाल ही में एक आधिकारिक ब्लॉगपोस्ट के माध्यम से WazirX प्रबंधन (Zanmai Labs/Zettai Inc) को यूजर्स के खोए हुए फंड की भरपाई करने की स्पष्ट मांग की है।

मुख्य बिंदु: Binance का रुख
जिम्मेदारी का सीधा आह्वान:
Binance ने स्पष्ट किया कि WazirX का संचालन और यूजर फंड्स की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह से Zanmai Labs टीम पर है, भले ही दोनों प्लेटफॉर्म्स के बीच तकनीकी सहयोग समाप्त हो चुका हो।
“विचलन रणनीति” पर आपत्ति:
एक्सचेंज ने WazirX टीम द्वारा जिम्मेदारी से बचने के प्रयासों को “निराशाजनक” बताया, जिसमें मुद्दे को Binance पर थोपने की कोशिश शामिल है।
यूजर प्रोटेक्शन पर जोर:
बयान में कहा गया कि यह विवाद WazirX की बुनियादी जिम्मेदारी – यूजर्स के फंड्स की सुरक्षा और उनकी शिकायतों का समाधान – को नकारता नहीं है।
विवाद की पृष्ठभूमि
मामला 2022 से चल रहा है, जब भारतीय प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने WazirX पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच शुरू की। Binance ने तब से दावा किया है कि उसने 2019 में केवल टेक्नोलॉजी सपोर्ट प्रदान किया था, जबकि WazirX का संचालन और कंप्लायंस पूरी तरह से भारतीय टीम के हाथों में था।
क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए निहितार्थ
यह मामला क्रिप्टो एक्सचेंजों में दो महत्वपूर्ण सिद्धांतों को रेखांकित करता है:
पारदर्शिता: यूजर्स को स्पष्ट जानकारी मिलनी चाहिए कि उनके फंड्स कहाँ और कैसे मैनेज हो रहे हैं।
जवाबदेही: एक्सचेंजों को विनियमन अनुपालन और यूजर फंड्स की सुरक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
आगे की राह
जैसे-जैसे मामला आगे बढ़ेगा, इन बातों पर नजर रहेगी:
क्या WazirX प्रभावित यूजर्स को मुआवजा देगा?
भारतीय क्रिप्टो रेगुलेटर्स इस मामले में क्या रुख अपनाएंगे?
अन्य एक्सचेंज इससे सबक लेकर अपने यूजर प्रोटेक्शन मैकेनिज्म को मजबूत करेंगे?
इस विवाद का परिणाम न केवल दोनों प्लेटफॉर्म्स के भविष्य, बल्कि भारतीय क्रिप्टो इकोसिस्टम में निवेशकों के विश्वास को भी प्रभावित करेगा। यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे अपने फंड्स की सुरक्षा के लिए केवल रेगुलेटेड और पारदर्शी प्लेटफॉर्म्स का ही उपयोग करें।
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