क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Coinbase में हुए हालिया डेटा लीक ने न केवल आर्थिक सेफ्टी को लेकर बल्कि यूज़र्स की फिजिकल सेफ्टी को लेकर भी चिंताएं बढ़ा दी हैं। वहीं TechCrunch के फाउंडर Michael Arrington ने भी इस मामले को लेकर Coinbase की लापरवाही पर कड़ी नाराज़गी जताई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि इस तरह सिक्योरिटी में चूक होने से यूज़र्स की जान भी खतरे में पड़ सकती है।
Coinbase, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है, जिसने कन्फर्म किया है कि इस हमले में उसके टोटल मंथली ट्रांजैक्शन करने वाले यूज़र्स में से 1% से भी कम प्रभावित हुए हैं। लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि 'ह्यूमन कॉस्ट' यानी यूज़र्स पर इसका असली प्रभाव कहीं अधिक गंभीर हो सकता है।
Coinbase Hack में डेटा लीक होने से सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि, हैकर्स को यूज़र्स के घर के एड्रेस जैसी सेंसेटिव इनफार्मेशन तक की पहुंच मिल गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ओवरसीज कस्टमर सर्विस एम्प्लाइज को रिश्वत देकर साइबर क्रिमिनल्स ने इंटरनल सिस्टम्स तक एक्सेस पाया और पर्सनल डेटा चुरा लिया।
TechCrunch के फाउंडर Michael Arrington ने 20 मई को X पर पोस्ट करते हुए कहा कि, “Coinbase द्वारा सस्ते कस्टमर सर्विस ऑप्शन का चुनना अब भारी पड़ रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह डेटा सोशल इंजीनियरिंग स्कैम्स या फिजिकल एक्सटॉर्शन जैसे मामलों को भी जन्म दे सकता है।
वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार, 16 मई तक ऐसे केस की पुष्टि हो चुकी है जिनमें क्रिप्टो इन्वेस्टर्स को वायलेंट मेथड से लूटा गया। सबसे चौंकाने वाली घटना 4 मई को फ्रांस की राजधानी पेरिस में सामने आई, जहां एक क्रिप्टो एंटरप्रेन्योर के पिता को किडनेप कर लिया गया। किडनेपर्स ने विक्टिम की उंगली काटकर वीडियो के ज़रिए 5 मिलियन यूरो की डिमांड की। दो दिन बाद पुलिस ने उन्हें बचाया और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
यह घटना दर्शाती है कि सिर्फ टेक्निकल प्रोटेक्शन ही काफी नहीं है। बल्कि CertiK Web3 सिक्योरिटी फर्म के को-फाउंडर Ronghui Gu के अनुसार, एक्सचेंज को 'Layered Defense Strategy' अपनानी चाहिए। इसमें प्रिविलेज्ड एक्सेस मैनेजमेंट, ज़ीरो ट्रस्ट आर्किटेक्चर, मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेशन और लगातार मॉनिटरिंग जैसे उपाय शामिल होने चाहिए।
Ronghui Gu का कहना है कि डेली फ़िशिंग सिमुलेशन, सिक्योरिटी ट्रेनिंग और थर्ड पार्टी एक्सेस को सीमित करना ऐसे साइबर अटैक को रोकने में मददगार हो सकता है।
वहीं 2024 में सोशल इंजीनियरिंग स्कैम्स से इंडस्ट्री को $1 बिलियन से अधिक का नुकसान हुआ था और अब 2025 में भी यह खतरा और तेज़ी से बढ़ता दिख रहा है। इसके साथ ही अगर आप Coinbase Hack से सम्बंधित और जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो, हमारे Crypto Exchange सेक्शन पर जा सकते है। जहाँ आपको WazirX Hack और Coinbase Hack में थी एक बड़ी समानता इस तरह की न्यूज़ पढ़ने को मिलेगी।
Coinbase का डेटा लीक होना सिर्फ एक साइबर अटैक नहीं, बल्कि यूज़र्स की फिजिकल सेफ्टी के लिए भी एक खतरा है। घर के एड्रेस लीक होने से किडनैपिंग और एक्सटॉर्शन जैसे क्राइम बढ़ सकते हैं। इसलिए क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स को अब सिर्फ टेक्निकल नहीं, बल्कि ह्यूमन सेफ्टी को भी ध्यान में रखते हुए 'लेयर्ड सिक्योरिटी' अपनाने की ज़रूरत है, वरना आगे होने वाली गलती की कीमत बहुत भारी पड़ सकती है।
यह भी पढ़िए: Binance की नई चाल, US कोर्ट में मांगा Arbitration का सहारासाक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
तेजी से बदलती क्रिप्टो दुनिया में वह खुद को एक ट्रस्टेड और ग्रोइंग वॉइस के रूप में स्थापित कर रही हैं।
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