Pi Network Users के लिए खड़ी हुई नई समस्या, क्या होंगे प्रभाव
Pi Network 28 जून को अपने अगले बड़े मेननेट माइग्रेशन की तैयारी कर रहा है, लेकिन इस बीच दुनिया भर के Pi Network Users को टेक्नीकल समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं ने न केवल यूज़र्स के पेशेंस को टेस्ट लिया है, बल्कि प्रोजेक्ट पर भरोसे को भी चुनौती दी है।
जहां एक तरफ Pi Coin की कीमत में गिरावट आ रही है, वहीं दूसरी तरफ KYC से लेकर 2FA तक, हर कदम पर रुकावटें आ रही हैं। यह स्थिति ऐसे समय में पैदा हुई है जब Pi Network को अपने यूज़रबेस को मजबूत करने की ज़रूरत है। आइए विस्तार से जानते हैं कि क्या है ये मुद्दे, क्या होगा इसका असर और यूज़र्स को अब क्या करना चाहिए।
क्या हैं ये समस्याएं?
KYC वेरिफिकेशन में फंसे यूज़र्स
Pi Network Users की सबसे बड़ी शिकायत KYC से जुड़ी है। कई ऐसे यूज़र्स हैं जिन्होंने महीनों पहले ही KYC प्रोसेस पूरा कर लिया था। लेकिन अब, जब वे अपने Pi को मेननेट में माइग्रेट करने की कोशिश करते हैं, तो उनका स्टेटस “tentative approval” पर अटक जाता है या फिर बार-बार वही प्रोसेस दोहराने को कहा जाता है। फोटोज़ और ID डॉक्यूमेंट पास होने के बावजूद भी सिस्टम सही तरीके से सिंक नहीं कर रहा है।
Core Team ने “Synchronize Status on Mining App” नाम का एक नया बटन पेश किया है, जो कुछ यूज़र्स के लिए काम कर रहा है, लेकिन बहुतों के लिए इससे कोई फर्क नहीं पड़ा है।

Source – Pi Network Alerts
2FA ने बढ़ाई मुश्किलें
Pi Network में सुरक्षा बढ़ाने के लिए इस साल की शुरुआत में 2FA (Two-Factor Authentication) लागू किया गया था। लेकिन यह सुविधा भी यूज़र्स के लिए सिरदर्द बनती जा रही है। कई लोग OTP या ईमेल लिंक ही प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। और जिनके पास लिंक पहुंच भी रहा है, उन्हें क्लिक करने पर एरर मैसेज मिल रहा है। कुछ मामलों में तो 2FA एक्टिवेट होने के बाद यूज़र का Pi वापस मोबाइल ऐप में लौट जाता है, यानि पूरी माइग्रेशन प्रक्रिया फिर से करनी पड़ती है।
Pi Network और इसके टोकन पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
Pi Network Users के सामने आ रही इन दिक्कतों का सीधा असर Pi Coin की कीमत और नेटवर्क की विश्वसनीयता पर दिख रहा है। Pi Coin इस समय $0.5409 पर ट्रेड कर रहा है और पिछले 1 महीने में इसकी कीमत में 32% की गिरावट दर्ज की गई है। टोकन की मार्केट कैप $4.04 बिलियन है, लेकिन यदि यूज़र विश्वास खोते हैं, तो यह संख्या और घट सकती है।
सोशल मीडिया पर हजारों यूज़र्स ने “Zero Pi in Wallet” जैसे स्क्रीनशॉट पोस्ट किए हैं, जिससे मार्केट में भ्रम और घबराहट फैल रही है। इसके अलावा, एक वायरल वीडियो में Pi Network के को-फाउंडर्स से एक यूज़र ने सार्वजनिक जगह पर सवाल किया, जिससे यह तनाव और भी उजागर होता है।
Pi Network Users को क्या करना चाहिए?
- अगर आपका KYC स्टेटस अटका हुआ है, तो “Synchronize Status” बटन का उपयोग करें। साथ ही आप Pi Network KYC में देरी से जुड़े पोटेंशियल रिस्क क्या हैं जानना चाहते हो तो लिंक पर क्लिक करें।
- ऐप को अपडेट करें और वर्जन 1.41.0 इंस्टॉल करें।
- कैश क्लियर करें और ऐप को रीइंस्टॉल करके दोबारा लॉगिन करें।
- 2FA से जुड़ी दिक्कतों के लिए, OTP आने तक प्रतीक्षा करें, कई बार ये मेल स्पैम में भी पहुंचती है।
- सोशल मीडिया पर Core Team के नए अपडेट्स और टेलीग्राम चैनल को एक्टिव रूप से फॉलो करें।
हालांकि, अभी तक Pi Core Team की ओर से किसी भी मुद्दे पर स्पष्ट और पब्लिक स्टेटमेंट नहीं आया है, इसलिए यूज़र्स को अपनी रिसर्च पर भी निर्भर रहना होगा।
6 साल का इंतजार, लेकिन यूजर्स को मिली निराशा
एक प्रोजेक्ट जो 6 साल से डेवलपमेंट में है और जिसने क्रिप्टो को आम जनता तक पहुंचाने का वादा किया था, उससे यह उम्मीद नहीं थी कि इतने बड़े माइग्रेशन में बेसिक चीज़ें जैसे KYC और 2FA ही काम न करें।
Pi Network Users ने वर्षों तक धैर्य और भरोसे के साथ इस नेटवर्क को अपनाया है, लेकिन मौजूदा स्थिति उन सभी प्रयासों पर पानी फेर सकती है। एक स्ट्रांग और ट्रांसपेरेंट कम्युनिकेशन ही इस समय की सबसे बड़ी ज़रूरत है, जिससे यूज़र्स को यकीन दिलाया जा सके कि ये सिर्फ टेक्निकल ग्लिच हैं, न कि कोई गंभीर जोखिम।
हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह के सवाल खड़े हुए है, इससे पहले इस Blockchain के बिक रहे Domains को लेकर भी यूजर्स ने सवाल उठाए थे। जिसमें कहा गया था कि Domains सेल को लेकर Pi Core Team बड़े दावे कर रही है, लेकिन वर्तमान में इससे जुड़े प्रोजेक्टस पूरी तरह से गायब हैं।
कन्क्लूजन
Pi Network के अगले मेननेट माइग्रेशन से पहले ही यूज़र्स को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। KYC अटक जाना, 2FA में एरर और वॉलेट में जीरो बैलेंस जैसी समस्याएं केवल टेक्निकल नहीं, बल्कि यूज़र ट्रस्ट को भी प्रभावित कर रही हैं।
अगर Core Team जल्द ही इन समस्याओं का समाधान नहीं करती, तो Pi Network Users का भरोसा डगमगा सकता है और इसका असर सीधे टोकन की वैल्यू और नेटवर्क के भविष्य पर पड़ सकता है।
जब तक समाधान न मिले, यूज़र्स को सतर्क रहने, अपडेट्स फॉलो करने और किसी भी झूठे दावे से बचने की ज़रूरत है।