भारत सरकार का रुख क्रिप्टो करंसी को लेकर स्पष्ट नहीं होने कर कारण अब तक देश में क्रिप्टो को लेकर कोई स्पष्ट नियम नहीं बनाए जा सके है। हालाँकि हाल ही में भारतीय वितमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण का एक बयान भारत सरकार के क्रिप्टो को लेकर नजरिये को थोडा स्पष्ट करता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने Bitcoin (BTC) और अन्य डिजिटल एसेट पर कड़ा रुख अपनाया है, और इस बात पर जोर दिया है कि उन्हें करंसी नहीं माना जा सकता है। सीतारमण ने इस बात पर भी जोर डाला कि क्रिप्टो एसेट का उपयोग मुख्य रूप से केंद्रीय बैंकों द्वारा जारी ट्रेडिशनल कर्रेंसी के रूप में कार्य करने के बजाय ट्रेडिंग, स्पैक्यूलेशन और प्रॉफिट-मेकिंग एक्टिविटी के लिए किया जाता है।
हालाँकि वितमंत्री ने ग्लोबल क्रिप्टो रेगुलेशन पर सहमती जताई और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि G20 क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार करेगा। वित्तमंत्री का मानना है कि क्रिप्टो रेगुलेशन की कमी के चलते क्रिप्टो के जरिये नशीली दवाओं की तस्करी या आतंकवाद जैसी अवैध गतिविधियाँ बढ़ रही है, जिसका प्रभाव ग्लोबल लेवल पर पड़ रहा है। इसलिए इसे रेगुलेट किया जाना आवश्यक है। वितमंत्री के इस बयान से स्प्ष्ट है कि भारत का नजरिया क्रिप्टो को लेकर काफी नकारात्मक है। जिसके चलते ही अब तक देश में क्रिप्टो को पूरी तरह से अपनाया नहीं जा सका है न ही कोई कानून लाया गया है।
भारत सरकार ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को तो तेजी से अपना रही है लेकिन क्रिप्टोकरेंसी की अस्थिरता के कारण इसे लेकर आपत्तियां बरकरार रखती है। इसके अलावा देश की सेन्ट्रल बैंक भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) भी क्रिप्टो को लेकर हमेशा से ही विरोध में रही है। 2018 में RBI ने क्रिप्टोकरंसी पर पूरी तरह से बैन लगा दिया था। जिसके बाद 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने RBI के सर्कुलर को खारिज करते हुए क्रिप्टोकरंसी पर से बैन हटा दिया था। हालंकि RBI इसके बाद भी क्रिप्टोकरंसी के खिलाफ समय-समय पर अपना बयान जारी करता रहता है।
वितमंत्री के इस बयान से क्रिप्टो को लेकर भारत सरकार का नकारात्मक रुख सामने आता है। जिसका प्रभाव भारतीय क्रिप्टो स्पेस में देखने को मिल सकता है। इससे भारतीय निवेशकों का क्रिप्टो को लेकर विश्वास कम हो सकता है। जिसका खामियाजा भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंजों को भुगतना पड़ सकता है। इसके साथ ही अब भारत में क्रिप्टो का भविष्य भी खतरे में नजर आ रहा है। जहाँ देश में क्रिप्टो एडॉप्शन तेजी से बढ़ रहा है वहां सरकार की और से क्रिप्टो को लेकर इस तरह का बयान आना किसी बड़े फेरबदल का संकेत देता है।
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रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास 13+ वर्षों का अनुभव है। जिसमें बीते कुछ वर्षों से उनका फोकस विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर रहा है। वे ऑन-चेन मेट्रिक्स, डेफी ट्रेंड्स, प्राइस मूवमेंट्स और टोकनॉमिक्स का व्यावहारिक ज्ञान रखते हैं। उनकी विशेषज्ञता डेटा-ड्रिवन आर्टिकल्स, डीप मार्केट रिसर्च, SEO-ऑप्टिमाइज्ड कंटेंट और इंडस्ट्री-फोकस्ड एनालिसिस तैयार करने में है।
रोहित वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। जहाँ लगातार कंटेंट डिलीवर करके, रोहित ने खुद को हिंदी क्रिप्टो मीडिया स्पेस में एक भरोसेमंद और प्रभावशाली आवाज़ के रूप में स्थापित किया है। उनका कंटेंट रिलायबल डेटा सोर्स, ऑन-चेन टूल्स और मार्केट रिसर्च से प्राप्त फैक्ट्स पर आधारित होता है। वे हर आर्टिकल में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देने को प्राथमिकता देते हैं।
रोहित का मिशन है, हिंदी भाषा में हाई क्वालिटी वाला, फैक्चुअल और अप-टू-डेट क्रिप्टो कंटेंट प्रदान करना, जिससे रीडर्स डिजिटल फाइनेंस की दुनिया में स्मार्ट निर्णय ले सकें।
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