Crypto Hindi Advertisement Banner

कोडिंग के बाद अब Smart Contracts भी लिख सकता है ChatGPT

Published:April 20, 2024 Updated:April 26, 2025
Author: Rohit Tripathi
कोडिंग के बाद अब Smart Contracts भी लिख सकता है ChatGPT

Artificial Intelligence वर्तमान में अपने पैर पसारता जा रहा है, जहाँ कोडिंग जैसे जटिल कार्य को करने वाला AI अब Smart Contracts भी आसानी से लिख सकता है। दरअसल ब्लॉकचेन सिक्योरिटी कंपनी Salus Security ने ChatGPT और अन्य Artificial Intelligence टूल्स को लेकर एक परिक्षण किया हैं। इस परिक्षण में जो परिणाम आए हैं वे काफी चौकाने वाले हैं, दरअसल रिसर्च में यह जानकारी मिली हैं कि ChatGPT का GPT 4 और उसके जैसे AI टूल्स कोड बनाने और पार्सिंग करने में काफी अच्छे हैं। ऐसे में स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट ऑडिटिंग में सहायता करने के लिए ये AI टूल्स काफी उपयोगी हो सकते हैं। Smart Contracts ऑडिटिंग में इन टूल्स का उपयोग विशेष रूप से कोड पार्सिंग और वल्नेरेबिलिटी हिंट्स प्रोवाइड करने में किया जा सकता है। हालाँकि रिसर्च से यह भी जानकारी मिलती हैं कि वर्तमान में इन टूल्स की कुछ लिमिट्स है, ऐसे में ये AI टूल्स अभी पूरी तरह प्रोफेशनल ऑडिटिंग टूल और एक्सपीरियंस रखने वाले ऑडिटर्स को रिप्लेस नहीं कर सकते है। रिसर्च इस ओर भी इशारा करती हैं कि वर्तमान में न सही लेकिन भविष्य में ChatGPT जैसे AI टूल्स ऑडिटर्स की नौकरियों के लिए भी खतरा हो सकते हैं। 

हयूमन जॉब्स के लिए खतरा बन रहे हैं ChatGPT जैसे AI टूल्स  

Coin Gabbar की माने तो ChatGPT जैसे AI टूल्स ह्यूमन जॉब्स के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं। Google News के पूर्व सीनियर डायरेक्टर के हालिया बयान से भी यह बात सामने आती है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ChatGPT जैसे AI मॉडल जर्नलिस्ट्स को रिप्लेस कर सकते हैं। इतना ही नहीं Cambridge University के Queens College के प्रेसिडेंट अपने बयान में कह चुके हैं कि ChatGPT जैसे AI टूल्स मिड-लेवल के एसेट्स मैनेजर्स के रोल को पूरी तरह ख़त्म कर सकते हैं। ऐसे में ह्युमन जॉब्स पर Artificial Intelligence के चलते खतरा साफ़ दिखाई देता है। गौरतलब है कि ChatGPT की निर्माता फर्म OpenAI अब अपने इस चैटबॉट को मेमोरी भी देने वाली हैं, जिसके माध्यम से ChatGPT पुराने टास्क को याद रखेगा। इस मेमोरी फीचर के माध्यम से ChatGPT की शक्ति और भी ज्यादा बढ़ जाएगी। जो मनुष्य के लिए चिंता का विषय है। AI की बढ़ती ताकत को देखकर बीते सालों में कई बड़ी टेक कम्पनियां इस स्पेस में कदम रख चुकी हैं, इनमें Google, Meta, Microsoft, xAI और OpenAI शामिल हैं। साथ ही AI के बढ़ते उपयोग से कई बड़ी टेक फर्म अपने स्टाफ की भी छंटनी कर चुकी हैं। ऐसे में अगर AI का उपयोग ऐसे ही बढ़ता रहा तो भविष्य में Mass Layoffs देखने को मिल सकता है।

यह भी पढ़िए: ChatGPT और Google Bard में कौन सा चैटबॉट है बेहतर, जानिए इनमें अंतर
User
Author: Rohit Tripathi

रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास 13+ वर्षों का अनुभव है। जिसमें बीते कुछ वर्षों से उनका फोकस विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर रहा है। वे ऑन-चेन मेट्रिक्स, डेफी ट्रेंड्स, प्राइस मूवमेंट्स और टोकनॉमिक्स का व्यावहारिक ज्ञान रखते हैं। उनकी विशेषज्ञता डेटा-ड्रिवन आर्टिकल्स, डीप मार्केट रिसर्च, SEO-ऑप्टिमाइज्ड कंटेंट और इंडस्ट्री-फोकस्ड एनालिसिस तैयार करने में है।

रोहित वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। जहाँ लगातार कंटेंट डिलीवर करके, रोहित ने खुद को हिंदी क्रिप्टो मीडिया स्पेस में एक भरोसेमंद और प्रभावशाली आवाज़ के रूप में स्थापित किया है। उनका कंटेंट रिलायबल डेटा सोर्स, ऑन-चेन टूल्स और मार्केट रिसर्च से प्राप्त फैक्ट्स पर आधारित होता है। वे हर आर्टिकल में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देने को प्राथमिकता देते हैं।

रोहित का मिशन है, हिंदी भाषा में हाई क्वालिटी वाला, फैक्चुअल और अप-टू-डेट क्रिप्टो कंटेंट प्रदान करना, जिससे रीडर्स डिजिटल फाइनेंस की दुनिया में स्मार्ट निर्णय ले सकें।

WHAT'S YOUR OPINION?
सम्बंधित खबर
संबंधित ब्लॉग
bitget

Copyright © 2025 Crypto Hindi News. All Rights Reserved.