क्रिप्टोकरेंसी वर्ल्ड में मार्केट की स्थिति कभी स्टेबल नहीं रहती और इसमें कई तरह के उतार-चढ़ाव होते रहते है। आये दिन कई बड़ी ख़बरें सामने आती है, वहीं शुक्रवार को भी क्रिप्टो फेंस को एक चौंकाने वाली खबर मिली, जब एक यूरोपीयन क्रिप्टो एक्सचेंज के टोकन "WhiteBIT Coin (WBT)" ने CoinGecko पर Pi Network के Pi Coin को मार्केट कैप में पीछे छोड़ दिया। हालांकि, यह ख़बर यहीं तक सिमित नहीं है, इसमें इंट्रेस्टिंग बात यह रही कि, WBT की मार्केट कैप CoinMarketCap पर Pi Network से काफी पीछे है। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि यह असमानता क्यों दिखी और इसके पीछे क्या वजह है। तो आइये विस्तार से जानते है इसके पीछे की कहानी।
ख़बर लिखे जाने तक CoinGecko पर WBT Price $29.22 है और इसमें 24 घंटे में 0.1% की मामूली गिरावट दिखी है। वहीं इसकी मार्केट कैप करीब $4.2 बिलियन है, जो इसे 32वी पॉजिशन दिलाती है। वहीं, Pi Network की मार्केट कैप भी $4 बिलियन के आस-पास है, जिसके साथ यह 33वें स्थान पर है और इसका प्राइस $0.60 है, जो पिछले 24 घंटे में 2.8% की गिरावट को दर्शाता है। वहीं पिछले एक सप्ताह में Pi Network का परफॉरमेंस काफी खराब रहा है, जिसमें इसके प्राइस में 9% की गिरावट आई है। Pi Network का 24 घंटे का ट्रेडिंग वॉल्यूम $72 मिलियन के आस-पास है, जबकि WBT का वॉल्यूम $18 मिलियन के आस-पास है। हालांकि, Pi का वॉल्यूम अधिक होने के बावजूद, WBT ने मार्केट कैप में Pi को पीछे छोड़ दिया है।
CoinGecko से CoinMarketCap पर स्थिति काफी अलग दिखाई दे रही है। यहां Pi Network को 27वी पॉजिशन पर रखा गया है और ख़बर लिखे जाने तक इसकी मार्केट कैप $4.17 बिलियन है, जबकि WBT इस प्लेटफार्म पर काफी पीछे 3168वी पॉजिशन पर है, जहां इसकी मार्केट कैप केवल $2.53 बिलियन दिखाई दे रही है। वहीं CoinMarketCap पर Pi Coin का ट्रेडिंग वॉल्यूम $61.02 मिलियन है, जो पिछले 24 घंटे में 50% से ज्यादा की गिरावट को दर्शाती है, जबकि WBT का ट्रेडिंग वॉल्यूम $22.13M मिलियन है, जो 16.11% बढ़ा है। इन आकड़ों के देखने के बाद अब लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि, इस तरह के बड़े अंतर के पीछे कारण क्या हो सकते हैं? ऐसा TLC Coin में भी हुआ था और CoinMarketCap और CoinGecko दोनों अलग-अलग डेटा बता रहे थे। जिससे क्रिप्टो कम्युनिटी में सवाल उठे थे कि, TLC Coin सेफ है या फिर है कोई स्कैम?
CoinGecko और CoinMarketCap दोनों प्लेटफॉर्म्स डेटा को अलग-अलग तरीके से इकठ्ठा करते हैं। विशेष रूप से, क्रिप्टो एक्सचेंजों द्वारा कंट्रोल्ड टोकन के लिए उनकी सर्कुलेटिंग सप्लाई का कैलकुलेशन करने का तरीका अलग-अलग हो सकता है। वहीं WBT, WhiteBIT Exchange द्वारा सपोर्टेड है और इस बात की स्पष्टता भी नहीं है कि इसका कितना हिस्सा वास्तव में ओपन मार्केट में अवेलबल है। दूसरी ओर, Pi Network कुछ दिन पहले ऑफिशियली लॉन्च हुआ है और कई लोग इस बात पर डाउट कर रहे हैं कि, उसकी मार्केट कैप पूरी तरह से एक्यूरेट है या नहीं।
यह असमानता यह भी दर्शाती है कि क्रिप्टो मार्केट में कभी-कभी डेटा की एक्यूरेसी सस्पिशियस हो सकती है और किसी भी टोकन के मार्केट कैप की वास्तविकता को समझने के लिए रिपीटेड एनालिसिस की आवश्यकता होती है। इसलिए, एक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध आंकड़े दूसरे प्लेटफॉर्म के आंकड़ों से काफी अलग हो सकते हैं।
इस पूरी घटना से यह स्पष्ट होता है कि क्रिप्टो मार्केट में टोकन की मार्केट कैप और रैंकिंग हमेशा उतनी एक्यूरेट नहीं होती जितनी दिखती है। CoinGecko और CoinMarketCap जैसे प्लेटफॉर्म्स डेटा को अलग-अलग तरीके से इकठ्ठा और प्रेजेंट करते हैं, जिससे कभी-कभी असमानताएं उत्पन्न हो सकती हैं। खासकर जब बात होती है ऐसे टोकन्स की, जो एक्सचेंजों द्वारा कंट्रोल्ड होते हैं, जैसे Pi Network और WBT।
क्रिप्टो इन्वेस्टर्स को यह याद रखना चाहिए कि किसी भी टोकन के मार्केट कैप और रैंकिंग को केवल एक ही प्लेटफॉर्म पर देखकर इन्वेस्टमेंट का फैसला नहीं लेना चाहिए। अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध आंकड़ों के बीच अंतर को समझने से इन्वेस्टर्स को अपनी स्ट्रेटेजी को सही दिशा में निर्धारित करने में मदद मिल सकती है। इस प्रकार, किसी भी टोकन की रियल कंडीशन जानने के लिए कई सौर्सेस से इनफार्मेशन लेना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही अगर आप क्रिप्टो मार्केट के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो, आप हमारे Nft News, Crypto Exchanges और Blockchain News सेक्सन में जा सकते हैं। जहाँ आपको मिलेंगी इस Crypto Platform ने क्यों किया अपने को-फाउंडर को सस्पेंड? ऐसी यूनिक ख़बरें पढ़ने को मिलगी।
यह भी पढ़िए: Snow Leopard Coin का कमाल, 24 घंटे में 6500% बढ़ी कीमतसाक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
तेजी से बदलती क्रिप्टो दुनिया में वह खुद को एक ट्रस्टेड और ग्रोइंग वॉइस के रूप में स्थापित कर रही हैं।
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