Voters के लिए वोटिंग को आसान बना सकती है Blockchain Technology
📝 By Rohit Tripathi📅 April 13, 2024
वोटिंग को आसान बना सकती है Blockchain Technologyचुनाव का दौर आ चुका हैं, जहाँ पूरा देश लोकतंत्र के इस उत्सव में भागीदार बनने के लिए तैयार है। देश का हर वह व्यक्ति चुनाव प्रक्रिया में भाग लेना चाहता हैं, जो वोट दे सकता हैं। लेकिन इसमें तब सबसे बड़ी समस्या खड़ी हो जाती हैं, जब किसी शहर या राज्य का व्यक्ति किसी अन्य शहर या राज्य में नौकरी करता हैं। क्योंकि सरकार द्वारा केवल इलेक्शन डे पर ही छुट्टी घोषित की जाती हैं और वही वोटर जो किसी अन्य राज्य में है उसे लम्बा सफ़र तय कर अपनी अस्मेबली में वोट करने जाना पड़ता है। यह कार्य एक दिन में होना संभव नहीं हैं। ऐसे में ज्यादातर वोटर्स जो घरों से दूर हैं वे वोटिंग करने के लिए नहीं जाते। इसके अतिरिक्त उन लोगों को भी वोटिंग के लिए कड़ी मशक्कत करना पड़ती हैं, जो दिव्यांग है या बुजुर्ग हैं। सरकार कितनी भी सुविधाएं क्यों न मुहैया करा दे, शारीरिक और आर्थिक परेशानियों के चलते ये लोग चुनाव में वोट करने से छुट जाते हैं। Blockchain Technology इस समस्या का पूरी तरह से समाधान करके चुनाव प्रकिया को सरल और सुविधाजनक बना सकती हैं। Blockchain बेस्ड वोटिंग सिस्टम के माध्यम से, वोटर्स सुरक्षित रूप से किसी भी स्थान से वोटिंग कर सकते हैं। दरअसल Blockchain Technology के माध्यम से वोटिंग के लिए डिजिटल आइडेंटिटी और बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन का उपयोग किया जा सकता हैं। जिसके चलते कोई भी व्यक्ति किसी भी स्थान से वोट कर सकता हैं, जो कि पूरी तरह से सुरक्षित होंगे। जैसा कि आप जानते हैं, Blockchain Technology में हर ट्रांजेक्शन ब्लॉकचेन पर रिकॉर्ड होते हैं, जो कि ट्रांसपेरेंट होते हैं। अर्थार्त किसी भी व्यक्ति के द्वारा इन्हें देखा और जांचा जा सकता हैं। साथ ही ब्लॉकचेन डिसेंट्रलाइज्ड होने से किसी व्यक्ति या समूह के द्वारा इसमें रिकॉर्ड किए गए डेटा को नियंत्रित नहीं किया जा सकता हैं। ऐसे में यह चुनाव के दौरान वोटिंग को सुरक्षित और निष्पक्ष रख सकती हैं। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग चुनाव प्रक्रिया के साथ में जुड़ेंगे और चुनावों में वोटर्स की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।
Blockchain Technology पर ग्लोबली बढ़ता भरोसा
सुरक्षित और ट्रांसपेरेंट होने के चलते ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर ग्लोबली यूजर्स का विश्वास बढ़ता जा रहा हैं। विभिन्न देशों की सरकारे Blockchain Technology के उपयोग से जुड़ी खोज कर रही हैं। सभी इस बात पर शोध कर रहे हैं कि Blockchain का उपयोग किन-किन क्षेत्रों में किया जा सकता है। ब्लॉकचेन का डिसेंट्रलाइज्ड होना इस अन्य टेक्नोलॉजी से अलग बनाता हैं, क्योंकि इसमें डेटा चोरी होने की संभावनाएं न के बराबर होती हैं। ऐसे में ग्लोबली लोग इसके उपयोग की संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं।
रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास टेक्नोलॉजी और डिजिटल मीडिया में 13+ वर्षों का अनुभव है। बीते कुछ वर्षों से वह विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी, ऑन-चेन एनालिटिक्स, DeFi इकोसिस्टम और टोकनॉमिक्स जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित हैं। रोहित की विशेषज्ञता SEO-अनुकूल, डेटा-ड्रिवन कंटेंट और इंडस्ट्री-केंद्रित रिसर्च लेख तैयार करने में है।
वह वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। उनकी लेखनी में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देना सर्वोपरि है। वे ऑन-चेन टूल्स और विश्वसनीय मार्केट डेटा का प्रयोग करते हुए प्रत्येक लेख को फैक्ट-आधारित बनाते हैं। हिंदी भाषी रीडर्स के लिए उनका मिशन है: “हाई-क्वालिटी, फैक्चुअल और यूज़र-फर्स्ट क्रिप्टो कंटेंट उपलब्ध कराना।”
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