Crypto Exchange की मदद से अहमदाबाद में सुलझा 2cr का Crypto Scam
तेजी से फैलते साइबर क्राइम की दुनिया में गुजरात पुलिस को एक बड़ी जीत हासिल हुई है। दरअसल Ahmedabad Cyber Crime Branch ने क्रॉस-बॉर्डर ऑपरेशन के तहत एक ऐसे Crypto Scam नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जो डिजिटल एरेस्ट जैसे फर्जी तरीकों से लोगों से लाखों की ठगी कर रहा था। इस ऑपरेशन में Binance की Financial Intelligence Unit (FIU) ने अहम भूमिका निभाई।
गंभीर मामलों में एक 90 वर्षीय बुज़ुर्ग से ₹1.25 करोड़ ($149,700) और एक युवा जॉब सीकर से नेपाल में बंधक बनाकर ₹49 लाख ($58,680) का Crypto Scam किया गया। दोनों ही घटनाओं ने साबित कर दिया कि साइबर क्रिमिनल्स द्वारा क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल अब बेहद सधे हुए और खतरनाक तरीके से किया जा रहा है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि Binance की ब्लॉकचेन ट्रेसबिलिटी और साइबर पुलिस की तत्परता ने इस जाल को काटने में सफलता पाई।

Source – Binance X Post
Crypto Scam का कैसे हुआ पर्दाफाश, Binance की क्या रही भूमिका
Crypto Scam से जुड़े इस पूरे ऑपरेशन में Binance की भूमिका टेक्निकल सपोर्ट से कहीं ज़्यादा थी। जब Ahmedabad Cyber Crime Branch ने संदिग्ध वॉलेट्स और ट्रांज़ैक्शनों की जांच शुरू की, तब Binance की FIU टीम ने तुरंत सहयोग दिया।
इस पर अहमदाबाद सिटी पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ जांच अधिकारी ने कहा, Binance की सहायता से पुलिस को यह समझने में मदद मिली कि कैसे स्कैमर्स क्रिप्टो वॉलेट्स, किराए के बैंक अकाउंट्स और ब्लैकनेटवर्क के ज़रिए फंड को इधर-उधर कर रहे थे। Crypto Scam से जुड़े इस मामले में हर एक ट्रांज़ैक्शन की ट्रेल को ट्रैक करके अहम सबूत जुटाए गए, जिससे मुख्य आरोपियों को पहचानना और गिरफ्तार करना संभव हुआ।
इस पूरे मामले पर Binance के South Asia के Regional Growth & Ops Lead Kushal Manupati ने कहा,”हमारा सहयोग मुख्य रूप से चोरी किए गए फंड्स को ट्रेस करने और उन लोगों की पहचान करने पर केंद्रित है जो क्रिप्टो का दुरुपयोग धोखाधड़ी या मनी लॉन्ड्रिंग के लिए कर रहे हैं। हमने संदिग्ध लेनदेन को ट्रेस कर कानून एजेंसियों को जरूरी सुराग दिए।
हर ब्लॉकचेन ट्रांजैक्शन एक साफ-सुथरी, जांच योग्य ट्रेल छोड़ता है जब इसे जिम्मेदारी से उपयोग किया जाए, तो यह वित्तीय अपराध के खिलाफ एक ताकतवर हथियार बन जाता है। Crypto Scam से जुड़ा यह केस दिखाता है कि कैसे क्रिप्टो अपराध को रोकने में मदद कर सकता है और ईमानदार यूजर्स की सुरक्षा कर सकता है। Binance यूज़र्स की प्राइवेसी को सुरक्षित रखने और भारत में एक सुरक्षित, भरोसेमंद क्रिप्टो इकोसिस्टम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
इस मामले में Binance के साथ काम करते हुए पुलिस ने यह दिखाया कि ब्लॉकचेन की ट्रांसपेरेंसी को सही दिशा में उपयोग कर अपराधियों को रोका जा सकता है।
साइबर क्राइम की नई चुनौती, डिजिटल एरेस्ट स्कैम
Crypto Scam से जुड़े इस केस के ज़रिए एक नया खतरा सामने आया है, जिसे “Digital Arrest Scam” कहा जा रहा है। इस स्कैम में अपराधी खुद को पुलिस या सरकारी अधिकारी बताकर लोगों को डराते हैं कि उनके खिलाफ कोई केस है और तुरंत फाइन भरना होगा।
लोग डर के मारे बिना जांच किए भारी रकम ट्रांसफर कर देते हैं और अधिकतर ट्रांज़ैक्शन क्रिप्टो में होते हैं ताकि ट्रेस करना मुश्किल हो। लेकिन Binance जैसे प्लेटफॉर्म की सहायता से इस बार ट्रांज़ैक्शन्स को ट्रैक कर लिया गया।
एक 90 साल के बुज़ुर्ग से ₹1.25 करोड़ वसूलना और एक बेरोजगार युवा को नेपाल बुलाकर ज़बरदस्ती मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल करना दर्शाता है कि यह गिरोह कितना संगठित और खतरनाक है।
Binance जैसे प्लेटफॉर्म जिम्मेदार पार्टनर बनें, तभी बचेगा क्रिप्टो
जहां एक तरफ क्रिप्टोकरेंसी को लेकर निगेटिव धारणा बनती जा रही है, वहीं करीब 2 करोड़ रूपए के इस Crypto Scam से जुड़े केस में Binance ने साबित कर दिया कि यदि एक्सचेंज खुद जिम्मेदारी से काम करें, तो क्रिप्टो का गलत इस्तेमाल रोका जा सकता है।
मेरे अनुसार, Blockchain की ट्रांसपेरेंसी केवल एक टेक्निकल विशेषता नहीं, बल्कि इसे अगर रेगुलेटर्स और प्लेटफॉर्म्स के साथ मिलाकर चलाया जाए, तो यह साइबर क्राइम के खिलाफ एक ताकतवर हथियार बन सकता है।
Binance ने जिस तरह रियल-टाइम डेटा देकर, वॉलेट्स को ट्रैक किया और स्थानीय एजेंसियों को लीड्स दीं, वह क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक पॉजिटिव बेंचमार्क है।
कन्क्लूजन
यह केस इस बात का सबूत है कि ब्लॉकचेन केवल स्कैमर्स का हथियार नहीं है, बल्कि जब Binance जैसे प्लेटफॉर्म और लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियां साथ मिलती हैं, तो यही टेक्नोलॉजी अपराधियों की कब्र भी बन सकती है।
Ahmedabad Cyber Crime Branch और Binance की संयुक्त कार्रवाई से न सिर्फ पीड़ितों को राहत मिली, बल्कि यह मेसेज भी गया कि क्रिप्टो में लेन-देन करने वाले अपराधी अब ज्यादा दिन तक छिप नहीं सकते।
क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए यह घटना एक सीख है कि ट्रांसपेरेंसी, ज़िम्मेदारी और सहयोग से क्रिप्टो को सुरक्षित बनाया जा सकता है। Binance ने जो योगदान दिया, वह आने वाले समय में अन्य प्लेटफॉर्म्स के लिए उदाहरण बनेगा।