Samsung और Coinbase की पार्टनरशिप, Galaxy Users को मिलेंगे एडवांस फीचर
दो दिग्गजों की पार्टनरशिप लिखेगी नया अध्याय
क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री में तेजी से बदलाव हो रहे हैं और बड़े टेक दिग्गज इसके साथ जुड़ते जा रहे हैं। हाल ही में Coinbase के Co-founder और CEO Brian Armstrong ने अपने ऑफिशियल X अकाउंट पर एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि कंपनी ने Samsung के साथ पार्टनर की है। इस पार्टनरशिप के तहत 75 मिलियन से अधिक Samsung Galaxy Users को U.S. में Coinbase One की फ्री एक्सेस दी जाएगी। इसके अलावा Samsung Pay को पूरी तरह क्रिप्टो एक्सचेंज से इंटीग्रेट कर दिया गया है, जिससे U.S. के हर कॉइनबेस यूज़र को सीधे Samsung Pay के जरिए क्रिप्टोकरेंसी खरीदने की सुविधा मिलेगी।
यह कदम न केवल Galaxy यूज़र्स को एडवांस फीचर देगा बल्कि यह कॉइनबेस की बढ़ती मार्केट प्रजेंस और ग्लोबल स्ट्रेटेजी का भी हिस्सा है। साथ ही कंपनी ने भारत में अपनी वापसी की घोषणा की है, जो देश के क्रिप्टो इकोसिस्टम के लिए एक बड़ा संकेत है।
Source - यह इमेज Brian Armstrong की X Post से ली गई है।
Samsung और Coinbase की पार्टनरशिप
सैमसंग और अमेरिका के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज की यह पार्टनरशिप टेक्नोलॉजी और क्रिप्टो के बीच एक अहम पुल बनाने का काम कर रही है। Galaxy Users के लिए Coinbase One की फ्री एक्सेस उन्हें बिना किसी अतिरिक्त लागत के प्रीमियम फीचर का लाभ देगी। इसमें जीरो ट्रेडिंग फीस, प्रायोरिटी सपोर्ट और एडवांस सिक्योरिटी जैसी सुविधाएँ शामिल होंगी।
Samsung Pay के साथ कॉइनबेस का इंटीग्रेशन इस सहयोग को और मजबूत बनाता है। अब यूज़र्स सीधे Samsung Pay का उपयोग कर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं। यह कदम न केवल डिजिटल पेमेंट्स को आसान बनाएगा बल्कि यह यूज़र्स को Web3 इकोसिस्टम की ओर ले जाने में भी मदद करेगा।
भारत में वापसी और उसका असर
हाल ही में आधिकारिक तौर पर Coinbase ने भारत में अपनी वापसी की घोषणा की। कंपनी ने Early Access Program के तहत भारतीय मार्केट में कदम रखा है। लंबे समय से भारतीय निवेशक और ट्रेडर्स इस प्लेटफ़ॉर्म की वापसी का इंतजार कर रहे थे।
कॉइनबेस का इस बार का फोकस सिर्फ एक्सचेंज चलाने तक सीमित नहीं है। कंपनी ब्लॉकचेन इनोवेशन, साइबर सिक्योरिटी और गवर्नेंस इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी काम करेगी। यह रणनीति भारतीय क्रिप्टो इकोसिस्टम को नई मजबूती दे सकती है और देश में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की एडॉप्शन को तेज कर सकती है।
इस बीच, FIU-IND ने हाल ही में 25 ऑफशोर क्रिप्टो एक्सचेंजों जैसे BingX, LBank, CoinW और ProBit Global पर एक्शन लिया है। ऐसे समय में कॉइनबेस की वापसी भारतीय निवेशकों के लिए भरोसे की नई किरण है।
Galaxy Users को क्या मिलेंगे एडवांस फीचर्स
सैमसंग और कॉइनबेस की इस पार्टनरशिप से Galaxy Users को कई एडवांस फीचर्स का फायदा मिलेगा। सबसे पहले, 75 मिलियन से अधिक यूज़र्स को Coinbase One का फ्री एक्सेस दिया जा रहा है, जिसमें ज़ीरो ट्रेडिंग फीस और प्रीमियम कस्टमर सपोर्ट जैसी सुविधाएँ शामिल होंगी। इसके अलावा, Samsung Pay का पूरा इंटीग्रेशन Galaxy डिवाइस यूज़र्स को सीधे अपने फोन से क्रिप्टो खरीदने और पेमेंट करने की सुविधा देगा। साथ ही, यूज़र्स को ब्लॉकचेन सिक्योरिटी, स्टेबल वॉलेट एक्सपीरियंस और आसान ऑनबोर्डिंग प्रोसेस भी मिलेगा। इन फीचर्स के ज़रिए Samsung Galaxy Users बिना किसी जटिल प्रोसेस के क्रिप्टो ट्रेडिंग और Web3 सेवाओं का अनुभव कर पाएंगे।
दोनों कंपनियों के लिए फायदेमंद है यह पार्टनरशिप
Coinbase और सैमसंग की यह साझेदारी दोनों कंपनियों के लिए विन-विन स्थिति है। एक ओर सैमसंग अपने Galaxy यूज़र्स को एडवांस फीचर देकर Web3 इकोसिस्टम में कदम बढ़ा रहा है, वहीं कॉइनबेस अपनी मार्केट उपस्थिति को और मजबूत कर रहा है।
भारत में Coinbase की वापसी भी निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए एक अच्छा संकेत है। यह देश के क्रिप्टो इकोसिस्टम को ग्लोबल लेवल से जोड़ने में मदद कर सकता है। हालांकि रेगुलेटरी चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं, लेकिन कॉइनबेस जैसी कंपनियों की मौजूदगी लोकल सिस्टम को और पारदर्शी बना सकती है।
कन्क्लूजन
Samsung और Coinbase की पार्टनरशिप क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा माइलस्टोन है। यह न केवल यूज़र्स को बेहतर एक्सपीरियंस देगा बल्कि कॉइनबेस की ग्लोबल ग्रोथ को भी तेज करेगा। भारत में कंपनी की वापसी स्थानीय निवेशकों के लिए एक नया भरोसा और अवसर लेकर आई है।
आने वाले समय में यह साझेदारी और भारत में कॉइनबेस का कदम दोनों ही क्रिप्टो मार्केट को नई दिशा देने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।