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Crypto Scam में फंसा हरियाणा का बिज़नेसमैन, अहमदाबाद के व्यक्ति पर आरोप

हरियाणा के बिजनेसमैन के साथ अहमदाबाद के व्यक्ति ने किया Crypto Scam

भारत में क्रिप्टो फ्रॉड्स के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और अब एक नया मामला Haryana Crypto Scam के नाम से सुर्खियों में है। हरियाणा के एक व्यापारी ने अहमदाबाद के निवासी व्यक्ति पर धोखाधड़ी और भरोसे को तोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है। व्यापारी के अनुसार, आरोपी ने USDT निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये हड़प लिए। यह मामला क्राइम ब्रांच में दर्ज किया गया है, जिसमें धोखाधड़ी, आपराधिक साज़िश और ट्रस्ट ब्रेच के तहत आरोप लगाए गए हैं।

Crypto Scam में फंसा हरियाणा का बिज़नेसमैन, अहमदाबाद के व्यक्ति पर आरोप

Source: यह इमेज Bitnning की X पोस्ट से ली गई है। जिसकी लिंक यहां दी गई है।

Dubai कनेक्शन से शुरू हुआ Haryana Crypto Scam

Haryana Crypto Scam एक दुबई कनेक्शन और व्हाट्सएप ग्रुप से शुरू हुआ। पीड़ित व्यापारी की मुलाकात आरोपी अहमदाबाद निवासी से दुबई में रहने वाले एक दोस्त के ज़रिए हुई थी। दोस्त ने बताया कि आरोपी करंसी एक्सचेंज का काम करता है, हालांकि उसके पास इसके लिए कोई लाइसेंस नहीं था। इसके बावजूद व्यापारी ने उसे भरोसे के काबिल समझा और निवेश करने का फैसला किया।

पहली डील से बढ़ा भरोसा, दूसरी में टूटा विश्वास

शिकायत के अनुसार, 18 सितंबर को व्यापारी ने दिल्ली के एक अंगड़िया फर्म के ज़रिए ₹1 करोड़ अहमदाबाद भेजे। इसके बाद आरोपी ने व्यापारी को 1,11,871 USDT भेजे, जिससे व्यापारी का भरोसा और बढ़ गया। इस शुरुआती ट्रांज़ैक्शन के बाद व्यापारी और उसके दुबई स्थित दोस्त के क्लाइंट्स ने मिलकर और ज्यादा निवेश करने का डिसीजन लिया।

19 सितंबर को व्यापारी ने फिर से लगभग ₹8.5 करोड़ का अमाउंट आरोपी को भेजा , लेकिन इस बार स्थिति बदल गई। आरोपी ने वादा किए गए USDT Token ट्रांसफर नहीं किए और तरह-तरह के बहाने बनाते हुए बात करने से बचने लगा। धीरे-धीरे कांटेक्ट पूरी तरह टूट गया और व्यापारी को एहसास हुआ कि वह एक बड़े Crypto Scam का शिकार हो चुका है।

क्राइम ब्रांच में दर्ज हुआ धोखाधड़ी केस

विक्टिम ने अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी पर धोखाधड़ी, साज़िश और भरोसा तोड़ने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। जांच में पता चला है कि इस मामले में बिना लाइसेंस वाले मनी एक्सचेंज और विदेशों में पैसे भेजने जैसी सस्पीशियस एक्टिविटीज शामिल थीं। अब पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है और दुबई में जुड़े लोगों से भी संपर्क कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके।

भारत में बढ़ते क्रिप्टो फ्रॉड्स का नया उदाहरण

आए दिन Crypto Scam के मामले सामने आते रहते हैं अभी कुछ दिनों पहले ही खबर आयी थी की, 150 लोगों के साथ Crypto Scam में Hairstylist Jawed Habib पर आरोप लगे थे। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपियों ने निवेशकों को आकर्षक रिटर्न का लालच देकर करोड़ों रुपये की ठगी की है। 

Haryana Crypto Scam केवल एक व्यक्ति की ठगी नहीं, बल्कि पूरे क्रिप्टो इकोसिस्टम के लिए एक चेतावनी है। एनसीआरबी के अनुसार, भारत में वर्ष 2024 में 1,000 से अधिक क्रिप्टो फ्रॉड केस दर्ज किए गए थे, जिनमें अधिकतर मामलों में अनवेरिफाइड एक्सचेंज, अनलाइसेंस्ड एजेंट्स और सोशल मीडिया ग्रुप्स शामिल थे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसे मामलों में निवेशकों को किसी भी ट्रांज़ैक्शन से पहले KYC और लाइसेंस वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से करना चाहिए। 

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मामला, बढ़ी जागरूकता

इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद क्रिप्टो कम्युनिटी में हलचल मच गई। कई यूज़र्स ने एक-दूसरे को अलर्ट रहने की सलाह दी और चेताया कि किसी भी अनजान व्हाट्सएप ग्रुप या बिना भरोसे वाले एक्सचेंज के साथ डील करने से पहले हमेशा पूरी इन्वेस्टीगेशन करनी चाहिए। यह खबर अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है और निवेशकों के लिए एक अहम चेतावनी बन गई है।

सावधानी ही असली सुरक्षा, निवेश से पहले जांचें लाइसेंस और स्रोत

यह मामला फिर साबित करता है कि चाहे डिजिटल करेंसी कितनी भी लोकप्रिय क्यों न हो, उसमें जोखिम बना रहता है। अगर किसी डील में लाइसेंस, वैलिडिटी या ट्रांसपेरेंसी की कमी दिखे, तो निवेशकों को तुरंत दूरी बना लेनी चाहिए। Haryana Crypto Scam जैसे केस दिखाते हैं कि लालच में किया गया एक गलत कदम करोड़ों का नुकसान कर सकता है।

इस तरह के क्रिप्टो स्कैम आए दिन होते हैं लेकिन इन्वेस्टीगेशन टीम इन आरोपियों को पकड़ने में भी सफल रहती है कुछ समय पहले हुए Crypto Scam का CBI ने पर्दाफाश किया था। जिसमें 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था।  

Crypto Scam पर मेरा ओपिनियन 

मेरे 7 साल के क्रिप्टो मार्केट अनुभव से मैं कह सकती हूं कि ऐसे फ्रॉड्स तब होते हैं जब निवेशक “जल्दी प्रॉफिट” के लालच में बिना जांचे-परखे पैसे लगाते हैं। किसी भी ट्रांज़ैक्शन से पहले लाइसेंस, रेप्युटेशन और ट्रांसपेरेंसी को कन्फर्म करना जरूरी है। यही सुरक्षित क्रिप्टो इन्वेस्टिंग का पहला नियम है।

कन्क्लूजन 

Haryana Crypto Scam एक बार फिर दिखाता है कि क्रिप्टो ट्रेडिंग में भरोसे से ज्यादा जरूरी है सतर्कता। किसी भी निवेश से पहले लाइसेंस, वैरिफिकेशन और ट्रांज़ैक्शन के हर पहलू को जांचना जरूरी है। डिजिटल करेंसी में प्रॉफिट के साथ जोखिम भी जुड़ा है और जागरूकता ही इसकी सबसे बड़ी सुरक्षा है। भरोसे से पहले रिसर्च ज़रूरी है।

About the Author Akansha Vyas

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

आकांक्षा व्यास एक स्किल्ड क्रिप्टो राइटर हैं, जिनके पास 7 वर्षों का अनुभव है और वे ब्लॉकचेन और Web3 के कॉम्पलेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने योग्य बनाने में एक्सपर्ट हैं। वे डीप रिसर्च के साथ आर्टिकल्स, ब्लॉग और न्यूज़ लिखती हैं, जिनमें SEO पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि रीडर्स का जुड़ाव बढ़ सके।

आकांक्षा की राइटिंग क्रिएटिव एक्सप्रेशन और एनालिटिकल अप्रोच का एक बेहतरीन मिश्रण है, जो रीडर्स को जटिल विषयों को स्पष्टता के साथ समझने में मदद करता है। क्रिप्टो स्पेस के प्रति उनकी गहरी रुचि उन्हें इस उद्योग में एक अच्छे राइटर के रूप में स्थापित कर रही है। अपने कंटेंट के माध्यम से, उनका उद्देश्य रीडर्स को क्रिप्टो की तेजी से बदलती दुनिया में गाइड करना है।

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यह एक धोखाधड़ी का मामला है जिसमें हरियाणा के व्यापारी ने अहमदाबाद निवासी पर USDT निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप लगाया।
यह स्कैम दुबई कनेक्शन और एक व्हाट्सएप ग्रुप से शुरू हुआ, जहां पीड़ित व्यापारी की मुलाकात आरोपी से हुई थी।
व्यापारी ने लगभग ₹9.5 करोड़ ट्रांसफर किए थे, जिनमें से दूसरी डील में ₹8.5 करोड़ की धोखाधड़ी हुई।
पुलिस ने धोखाधड़ी, आपराधिक साज़िश और भरोसा तोड़ने जैसे गंभीर आरोप दर्ज किए हैं।
हां, व्यापारी को आरोपी से उसके दुबई स्थित दोस्त ने मिलवाया था, जिससे यह कनेक्शन जुड़ा है।
हां, अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच इस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है और दुबई से भी संपर्क में है।
NCRB रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत में 1,000 से अधिक क्रिप्टो फ्रॉड केस दर्ज किए गए थे।
हमेशा लाइसेंस, KYC और प्लेटफॉर्म की वैधता की जांच करें तथा अनजान ग्रुप्स से दूरी रखें।
हां, इस घटना ने सोशल मीडिया पर काफी चर्चा बटोरी और क्रिप्टो कम्युनिटी को सतर्क किया।
यह सिखाता है कि डिजिटल इन्वेस्टमेंट में सतर्कता, रिसर्च और वैरिफिकेशन ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।