WazirX Hack और Binance Dispute
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WazirX-Binance Dispute और WazirX Hack के बारे में जानिए 

लम्बे इंतज़ार के बाद दिवाली से पहले फण्ड वापसी की उम्मीद

आखिरकार WazirX यूज़र्स का इंतज़ार पूरा हुआ और Singapore Highcourt से इसके Restructuring Plan को मंजूरी मिल गयी है। जिसके बाद WazirX Hack और उसके बाद के घटनाक्रम में ट्रेडर्स के फंसे हुए फण्ड की वापसी का रास्ता खुल गया है। 

इस पुरे घटनाक्रम में इस एक्सचेंज के साथ-साथ Binance का नाम भी कई बार सामने आया है। हम इस आर्टिकल में इस विवाद और Hack के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से जानेंगे।

WazirX-Binance Dispute and Singapore Highcourt Order

Source: यह इमेज WazirX की Official X Post से ली गयी है। 

2019 में Binance ने की Acquisition की घोषणा  

इसकी शुरुआत 2019 से हुई, जब Binance ने इस भारतीय एक्सचेंज के अधिग्रहण की घोषणा की। यह पहली बार था जब भारत में किसी ग्लोबल एक्सचेंज ने एक स्थापित लोकल प्लेटफॉर्म को अधिग्रहित करने का ऐलान किया। 21 नवंबर 2019 को इसअधिग्रहण के बारे में जानकारी सार्वजनिक हुई।

  • उद्देश्य: Binance भारत में INR से Crypto ऑनरैम्प बनाना चाहता था और बिनांस की लोकल पहुंच का लाभ लेना चाहता था।
  • स्ट्रक्चर: Binance ने वॉलेट सिस्टम, ट्रेडिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और IP को अपने नियंत्रण में लिया, जबकि ऑपरेशनल नियंत्रण Zanmai Labs जो बिनांस की पैरेंट कंपनी है के पास रहा।

यहीं से यह स्पष्ट नहीं था कि यह पूरा अधिग्रहण है या सिर्फ एसेट ट्रांसफर और यही आगे विवाद की जड़ बना।

पार्टनरशिप का दौर (2019–2022)

डील के बाद इन दोनों एक्सचेंज ने तेजी से ग्रोथ की, लेकिन नियंत्रण का विभाजन धुंधला रहा:

  • INR ट्रांज़ैक्शन WazirX के हाथ में रहा।
  • 90% से अधिक क्रिप्टो एसेट्स Binance के वॉलेट में थे।
  • ट्रेडिंग प्रॉफिट Binance को और INR ट्रेडिंग प्रॉफिट वज़ीरेक्स को गया।

लेकिन डील के शेयर परचेज एग्रीमेंट (SPA) और इक्विटी ट्रांसफर की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। यही अस्पष्टता बाद में बड़ा विवाद बनी।

2022: ED की कार्यवाही और मालिकाना हक़ का विवाद

अगस्त 2022 में ED ने वज़ीरेक्स के ₹64.67 करोड़ बैंक खाते फ्रीज़ किए। इसी समय Binance Founder CZ ने दावा किया कि उन्होंने “कोई इक्विटी नहीं खरीदी” और अपने पुराने ब्लॉग को एडिट कर दिया।

  • CZ ने यूज़र्स को फंड बिनांस पर ट्रांसफर करने की सलाह दी।
  • WazirX Founder Nischal Shetty ने ईमेल्स शेयर कर SPA साइन होने का दावा किया।

इससे विवाद सार्वजनिक हुआ और यूज़र्स में घबराहट फैली।

2023: संबंधों में दरार और वॉलेट ट्रांसफर

बिनांस ने चेतावनी दी कि आरोप बंद न हुए तो वॉलेट सर्विस बंद कर देगा। वज़ीरेक्स ने अपने सभी एसेट्स बिनांस से हटा लिए और अपने कस्टडी सिस्टम में ट्रांसफर कर दिए।

बिनांस ने दावा किया कि “डील रेगुलेटरी कारणों से पूरी नहीं हुई।”इसके जवाब में वज़ीरेक्स ने जवाब दिया “हमें धोखा दिया गया।”

जुलाई 2024: $230M का WazirX Hack, जिम्मेदारी पर विवाद

18 जुलाई 2024 को WazirX Hack में मल्टी-सिग वॉलेट हैक हुआ और ₹2000 करोड़ की क्रिप्टो चोरी हो गई।

  • वज़िरेक्स ने बिनांस पर नियंत्रण की जिम्मेदारी का आरोप लगाया।
  • Binance ने कहा कि उनके पार कभी ओनरशिप नहीं थी।
  • कोर्ट ने दस्तावेज़ सार्वजनिक करने के आदेश दिए।

यह भारत के इतिहास में सबसे बड़ा क्रिप्टो हैक बन गया और कानूनी लड़ाई और तेज़ हुई।

2025: Singapore High Court, Restructuring और वापसी की तैयारी
  • 13 अक्टूबर 2025: Singapore High Court ने Restructuring को मंजूरी दी।
  • यूज़र्स को Recovery Token दिए जाएंगे और BitGo को नया कस्टोडियन बनाया गया।
  • Bombay High Court ने CoinSwitch मामले में ₹62 करोड़ लौटाने का आदेश दिया।

कोर्ट के सख्त रुख से साफ है कि अब भारतीय एक्सचेंजों पर जवाबदेही का दबाव बढ़ रहा है।

इस विवाद से कुछ महत्वपूर्ण सबक सीखे जा सकते हैं,

मुद्दासबक
सीक्रेट डीलउपयोगकर्ता भरोसा कम होता है
कस्टडी कंट्रोलहैक के वक्त जिम्मेदारी तय करना ज़रूरी
ऑफ-चेन एग्रीमेंटज़्यादा जोखिम भरा
न्यायपालिका की भूमिकाअब यूज़र्स सिक्योरिटी पर सख्त रुख
ट्रांसपेरेंसी की मांगयूज़र्स अब जवाब चाहते हैं
2025 और आगे: क्या WazirX कर पाएगा वापसी?

Singapore High Court की मंजूरी के बाद WazirX के पास वापसी का मौका है। लेकिन Binance डील पर अभी कोर्ट में विवाद जारी है, जो इसके भविष्य को तय करेगा।
Recovery Token Model पर भी यूज़र्स के बीच अभी स्पष्टता नहीं आ पायी है। सफल वापसी के लिए कंपनी को और ट्रांसपेरेंसी दिखानी होगी।

कन्क्लूज़न

मैंने पिछले 6 सालों के क्रिप्टो और फाइनेंस सेक्टर में काम करते हुए कई अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज डील्स को नज़दीक से ट्रैक किया है। WazirX–Binance केस भारतीय क्रिप्टो इतिहास में सबसे बड़ा सबक है अधिग्रहण और कस्टडी जैसे मामलों में पारदर्शिता और कानूनी स्पष्टता बेहद ज़रूरी है। 

इस क्रिप्टो एक्सचेंज के Hack मामला भले ही अपने अंत के करीब हो लेकिन इससे जुड़े सबक लम्बे समय तक याद किए जाएंगे।

Disclaimer: क्रिप्टो मार्केट अत्यधिक वोलेटाइल और जोखिमपूर्ण है। किसी भी निवेश से पहले स्वयं रिसर्च करें और आवश्यकता पड़ने पर वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। यह लेख निवेश सलाह नहीं है।

About the Author Ronak Ghatiya

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

Ronak Ghatiya एक उभरते हुए क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका एजुकेशन और टेक्नोलॉजी में मजबूत बैकग्राउंड रहा है। उन्होंने पिछले 6 वर्ष में फाइनेंस, ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे विषयों पर डेटा-ड्रिवन और SEO-अनुकूल कंटेंट लिखा है, जो नए और प्रोफेशनल रीडर्स दोनों के लिए उपयोगी साबित हुआ है। रोनक की लेखनी का फोकस जटिल तकनीकी टॉपिक्स को आसान भाषा में समझाना है, जिससे क्रिप्टो स्पेस में ट्रस्ट और क्लैरिटी बनी रहे।

उन्होंने CoinGabbar.com, Medium और अन्य क्रिप्टो प्लेटफ़ॉर्म्स के लिए ब्लॉग्स और न्यूज़ स्टोरीज़ लिखी हैं, जिनमें क्रिएटिविटी और रिसर्च का संतुलन होता है। रोनक की स्टाइल डिटेल-ओरिएंटेड और रिस्पॉन्सिव है, और वह तेजी से बदलते क्रिप्टो परिदृश्य में एक विश्वसनीय आवाज़ बनने की ओर अग्रसर हैं। LinkedIn पर प्रोफ़ाइल देखें या उनके आर्टिकल्स यहाँ पढ़ें।

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Singapore High Court ने 13 अक्टूबर 2025 को WazirX के Restructuring Plan को मंजूरी दी है, जिससे यूज़र्स के फंसे फंड्स की वापसी का रास्ता खुल गया है।
WazirX Hack 18 जुलाई 2024 को हुआ था, जिसमें लगभग ₹2000 करोड़ मूल्य की क्रिप्टो एसेट्स चोरी हुईं। यह भारत के इतिहास का सबसे बड़ा क्रिप्टो हैक था।
Restructuring Plan के तहत यूज़र्स को Recovery Token दिए जाएंगे, जिनके माध्यम से वे अपने नुकसान की भरपाई धीरे-धीरे कर सकेंगे।
विवाद की शुरुआत 2019 में हुई अधिग्रहण डील से जुड़ी अस्पष्टता से हुई। Binance ने दावा किया कि उसने WazirX की इक्विटी नहीं खरीदी, जबकि WazirX ने इसके विपरीत सबूत पेश किए।
अगस्त 2022 में Enforcement Directorate (ED) ने WazirX के ₹64.67 करोड़ के बैंक खाते फ्रीज़ कर दिए थे, जिससे Binance और WazirX के बीच विवाद सार्वजनिक हो गया।
डील के शेयर परचेज एग्रीमेंट (SPA) और इक्विटी ट्रांसफर की शर्तें कभी सार्वजनिक नहीं की गईं। इसी अस्पष्टता ने दोनों पक्षों के बीच Ownership विवाद को जन्म दिया।
2023 में Binance के साथ मतभेद बढ़ने के बाद WazirX ने अपने सभी क्रिप्टो एसेट्स Binance वॉलेट से हटाकर अपने कस्टडी सिस्टम में ट्रांसफर कर लिए।
Singapore High Court के आदेश के बाद BitGo को WazirX का नया कस्टोडियन बनाया गया है, जो यूज़र्स के फंड की सुरक्षा संभालेगा।
इस विवाद ने दिखाया कि एक्सचेंजों के बीच डील में पारदर्शिता, कस्टडी कंट्रोल और कानूनी स्पष्टता बेहद जरूरी हैं ताकि यूज़र्स का भरोसा बना रहे।
अगर Recovery Token मॉडल सफल रहता है और कंपनी पारदर्शिता दिखाती है, तो WazirX के लिए वापसी की संभावना बनी हुई है। हालांकि Binance विवाद का निपटारा अभी बाकी है।