Pi Network KYC System Process से कैसे आपका अकाउंट अनलॉक होगा
Pi Network KYC System Process में आई नई अपडेट, करें तुरंत Liveness Check
पाई नेटवर्क ने हाल ही में एक बड़ा अपडेट जारी किया है, जो उन लाखों यूज़र्स के लिए राहत लेकर आया है जिनके KYC स्टेटस “Tentative” यानी अधूरे थे। कंपनी के नए AI-ऑपरेटेड सिस्टम प्रोसेस Pi Network Kyc System Process के ज़रिए अब लगभग 3 मिलियन पायनियर्स को फुल वेरिफिकेशन पाने का मौका मिलेगा।

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एक्स्ट्रा लिवनेस चेक से KYC अनलॉक
ऑफिशियल घोषणा के अनुसार, अब वे यूज़र्स जिनका केवाईसी स्टेटस Tentative है, वे ऐप में दिए गए “लिवनेस चेक” यानी चेहरे के विभिन्न एंगल स्कैन जैसे प्रोसेस को पूरा करके अपनी पहचान को वेरीफाई कर सकते हैं। यह नया केवाईसी System Process AI-बेस्ड है, जो फेक या डुप्लीकेट अकाउंट्स को पहचानने में मदद करता है।
यदि आपका KYC “Tentative” दिखा रहा है और ऐप में लिवनेस चेक का ऑप्शन दिखाई दे रहा है, तो इसे तुरंत पूरा करना ज़रूरी है। ऐसा करने से आपका अकाउंट अनब्लॉक होकर पूरी तरह वेरिफाइड हो जाएगा।
अक्टूबर 2025 तक 3.36 मिलियन यूज़र्स हुए वेरिफाइड
यह अपडेट इस नेटवर्क की 23 अक्टूबर 2025 की ब्लॉग रिपोर्ट पर आधारित है, जिसमें बताया गया था कि 3.36 मिलियन यूज़र्स पहले ही सफलतापूर्वक अनब्लॉक किए जा चुके हैं। अब इस Pi Network Kyc System Process के ज़रिए कंपनी बाकी 3 मिलियन Tentative केसों को भी फुल KYC वेरिफिकेशन तक पहुंचाना चाहती है।
यह कदम प्रोजेक्ट के “Enclosed Mainnet Migration” फेज़ को तेज़ करने के लिए लिया गया है, ताकि 2019 से अटके हुए पुराने यूज़र्स को आखिरकार नेटवर्क पर ट्रांसफर किया जा सके।
कम्युनिटी के रिएक्शन
पाई नेटवर्क कम्युनिटी में इस अपडेट को लेकर उत्साह के साथ-साथ थोड़ी शंका भी दिखी है। बहुत से पायनियर्स का कहना है कि नया Pi Network Kyc System Process काफी आसान और तेज़ है, जिससे लंबे समय से रुके KYC केस अब तेजी से सॉल्व हो सकेंगे। हालांकि, कुछ यूज़र्स का कहना है कि यह नेटवर्क बार-बार नई डेट्स और प्रोसेस लाकर Open Mainnet लॉन्च को टालता रहा है। हाल ही में घोषित Testnet v23 के एक्टिवेशन के बावजूद, अभी भी फुल मेननेट के लिए कोई निश्चित तारीख नहीं दी गई है।
पाई की कीमत में दिखी तेजी
इन सभी अपग्रेड्स Pi Network Kyc System Process, ISO 20022 इंटीग्रेशन और Protocol v23 Activation के चलते पाई कॉइन प्राइस में वृद्धि देखी गई है। मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि जैसे-जैसे सफल माइग्रेशन पूरा होगा, पाई की सर्कुलेटिंग सप्लाई घटेगी, जिससे Scarcity बनेगी और Pi Coin Bullish Crossover इफेक्ट दिखेगा।

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Protocol v23 Activation से बढ़ी उम्मीदें
28 अक्टूबर 2025 को पाई नेटवर्क ने Testnet v23 को एक्टिव किया है। इस वर्ज़न में KYC Authority को और मज़बूत किया गया है, साथ ही Stellar प्रोटोकॉल की तरह स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट इंटीग्रेशन की तैयारी की गई है। यह अपडेट ब्लॉकचेन को और सक्षम बनाता है और आने वाले मेननेट लॉन्च के लिए एक पॉजिटिव साइन माना जा रहा है।
ISO 20022 Integration, ग्लोबल ट्रांसफर की दिशा में बड़ा कदम
पाई नेटवर्क अब ISO 20022 स्टैंडर्ड को अपनाने जा रहा है, जिससे यह दुनिया की बड़ी बैंकिंग नेटवर्क्स जैसे SWIFT के साथ इंटरकनेक्ट हो सकेगा। नवंबर 2025 तक यह इंटीग्रेशन पूरा करने का टारगेट रखा गया है।
Pi Network ISO 20022 Integration से यूज़र्स पाई नेटवर्क के ज़रिए इंटरनेशनल ट्रांसफर कर सकेंगे, वह भी तेज़, सुरक्षित और कम कॉस्ट में। यह ब्लॉकचेन को ट्रेडिशनल बैंकिंग सिस्टम के और करीब लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल मानी जा रही है।
मेरे 7 साल के ब्लॉकचेन और क्रिप्टो एनालिसिस अनुभव के आधार पर, पाई नेटवर्क का यह नया KYC System Process प्रोजेक्ट की वैलिडिटी और यूज़र ट्रस्ट बढ़ाने की दिशा में अहम कदम है। AI-बेस्ड वेरिफिकेशन और ISO 20022 इंटीग्रेशन इसके ग्लोबल एडॉप्शन के लिए मजबूत नींव साबित होंगे।
कन्क्लूजन
पाई नेटवर्क अब धीरे-धीरे उस दिशा में बढ़ रहा है जहाँ यूज़र्स का भरोसा और नेटवर्क की ट्रांसपेरेंसी दोनों मजबूत होंगे। यदि ISO इंटीग्रेशन और KYC प्रोसेस इसी स्पीड से आगे बढ़ते हैं, तो आने वाले महीनों में यह प्रोजेक्ट क्रिप्टो इकोसिस्टम में एक मजबूत स्थिति हासिल कर सकता है।
