क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में जहां छोटी-सी खबर भी किसी टोकन की दिशा बदल सकती है, वहीं Alpaca Finance ने हाल ही में सभी को चौंकाते हुए जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है। जहां एक तरफ हाल ही में Binance जैसे बड़े एक्सचेंज द्वारा ALPACA Finance को डिलिस्ट किया गया, वहीं दूसरी तरफ इस टोकन के प्राइस में बड़ा उछाल देखने को मिला है। जिससे अब इसके यूज़र्स और इन्वेस्टर्स यह जानना चाहते है कि, आखिर इसके पीछे की वजहें क्या हैं और Alpaca Finance क्यों सुर्ख़ियों में बना हुआ है, क्या यह तेजी आगे भी बरकरार रह सकती है। तो आइये विस्तार से जानते है, इसके पीछे के कारण।
क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में आमतौर पर जब किसी टोकन को किसी बड़े एक्सचेंज से हटाया जाता है, तो उसकी वैल्यू में तेजी से गिरावट आती है। लेकिन Alpaca Finance ने इस बात को पूरी तरह से गलत साबित कर दिया है और जैसे ही Binance ने 24 अप्रैल को यह घोषणा की कि, वह ALPACA समेत चार टोकनों को 2 मई को डिलिस्ट करने जा रहा है, वैसे ही इसके प्राइस में वृद्धि देखने की मिली। वहीं इसे डिलिस्ट करने की पीछे की वजह टोकन की ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट, डेवलपमेंट एक्टिविटी की कमी और नेटवर्क क्वालिटी में गिरावट बताई गई।
Binance की इस घोषणा के बाद ALPACA के डिपॉजिट और विड्रॉल भी बंद कर दिए गए और 2 मई को इसके सभी स्पॉट ट्रेडिंग पेयर्स हटा दिए गए। वहीं अप्रैल में टोकन के प्राइस में हल्की गिरावट जरूर आई, लेकिन फिर जो हुआ उसने सभी को हैरान कर दिया। कुछ ही दिनों में ALPACA Finance ने अच्छी वापसी की और आज ख़बर लिखे जाने तक यह 45.54% की वृद्धि के साथ $0.2559 पर ट्रेड कर रहा है।
ALPACA ने 17 अप्रैल 2025 को अपना ऑल टाइम लो $0.02893 दर्ज किया था। जिसके मुकाबले अब यह करीब 787.36% की वृद्धि के साथ ट्रेड कर रहा है। इतना ही नहीं, बल्कि इसके 24 घंटे के ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी 1261.50% की वृद्धि देखी गई है, जिसके साथ ट्रेडिंग वॉल्यूम $110.79 मिलियन तक पहुँच गया है। वहीं इसका मार्केट कैप भी $38.87 मिलियन तक पहुँच गया है, जिससे यह इन्वेस्टर्स की नजरों में आ रहा है। वहीं अब इसके इन्वेस्टर्स की नज़र पूरी तरह से ALPACA Finance Price और इसके फ्यूचर पर टिकी हुई है।
कम प्राइस पर बड़ी खरीदी – जब टोकन का दाम अपने मिनिमम लेवल पर था, तब इन्वेस्टर्स ने इसे एक मौके की तरह देखा और बड़ी मात्रा में खरीदी की।
एंटी डिलिस्टिंग सेंटीमेंट्स – कई बार क्रिप्टो कम्युनिटी बड़े एक्सचेंज के फैसलों का विरोध करते हुए उलटी दिशा में रुख अपनाती हैं, जिससे प्राइस में बड़ा उछाल आता है।
मीडिया और सोशल मीडिया का प्रभाव – ALPACA Finance की डिलिस्टिंग की खबर वायरल हुई, जिससे टोकन को काफी ध्यान मिला और कई इन्वेस्टर्स ने इसमें इंटरेस्ट दिखाया।
Alpaca Finance का करंट परफॉरमेंस यह दर्शाता है कि क्रिप्टो मार्केट में कुछ भी संभव है और साथ ही यह घटना बताती है कि, डिलिस्टिंग जैसे नेगेटिव इवेंट्स भी किसी टोकन के प्राइस को बढ़ा सकते हैं, बस शर्त यह है कि, मार्केट के सेंटिमेंट उसके पक्ष में हो। फिलहाल ALPACA में तेजी बनी हुई है, लेकिन इन्वेस्टर्स को सतर्कता से आगे बढ़ना चाहिए, क्योंकि ऐसी वोलाटिलिटी के बाद सुधार भी तेजी से होता है।
यह भी पढ़िए: WLFI Airdrop से यूजर्स को मिलेंगे फ्री USD1 Stablecoinसाक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
तेजी से बदलती क्रिप्टो दुनिया में वह खुद को एक ट्रस्टेड और ग्रोइंग वॉइस के रूप में स्थापित कर रही हैं।
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