Date:

निवेशक के साथ $2.6M का Crypto Phishing Scam, जानें कैसे बचें

क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में तेजी से निवेश बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ ही Crypto Phishing Scam जैसे खतरनाक स्कैम्स भी बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक क्रिप्टो निवेशक ने $2.6 मिलियन (लगभग ₹21.5 करोड़) गवां दिए। यह घटना न केवल निवेशकों के लिए चेतावनी है, बल्कि यह भी बताती है कि Crypto Phishing Scam अब कितनी एडवांस टेक्निक के साथ अंजाम दिए जा रहे हैं।

क्या हुआ इस Crypto Phishing Scam में?

26 May को Cyvers नामक Blockchain Security Firm ने X पर रिपोर्ट जारी की, जिसमें बताया कि एक निवेशक ने दो बार में $2.6 मिलियन की राशि एक फर्जी वॉलेट एड्रेस पर भेज दी। जिसमें उसने पहली बार $843,000 USDT और दूसरी बार $1.75 मिलियन USDT ट्रान्सफर किए।


इस पूरे Crypto Phishing Scam में “Zero-Value Transfer” नामक एक नई टेक्निक का इस्तेमाल किया गया। यह ट्रेडिशनल फिशिंग से कहीं ज़्यादा खतरनाक और भ्रमित करने वाली है।

Zero-Value Transfer Technique क्या है?

इस टेक्निक के तहत स्कैमर, विक्टिम के क्रिप्टो वॉलेट से अपने फर्जी वॉलेट पर Zero-Value का ट्रांजैक्शन करता है। इसमें कोई फंड ट्रांसफर नहीं होता, लेकिन यह एड्रेस यूज़र की ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में रिकॉर्ड हो जाता है।

जब यूज़र भविष्य में इसी हिस्ट्री से एड्रेस को Copy-Paste करता है, तो वह गलती से स्कैमर के एड्रेस पर फंड भेज देता है। Crypto Phishing Scam के इस तरीके ने Address Poisoning को और भी खतरनाक बना दिया है।

Crypto Phishing Scam आखिर काम कैसे करता है?

यूज़र पूरे वॉलेट एड्रेस को वेरीफाई नहीं करते, सिर्फ पहले और आखिरी चार-पांच लेटर्स से सेटिस्फाई हो जाते हैं।

  • Copy-Paste करने की आदत स्कैमर के एड्रेस को रिपीट करने में मदद करती है।
  • स्कैमर फर्जी ट्रांजैक्शन करवा कर ट्रस्ट बिल्ड करता है।
  • यह सारी स्ट्रेटेजी मिलकर एक सफल Crypto Phishing Scam को अंजाम देती हैं।
Crypto Phishing Scam से कैसे बचें?

1. वॉलेट एड्रेस को पूरी तरह जांचें

हर बार फंड भेजने से पहले पूरे वॉलेट एड्रेस को ध्यान से पढ़ें। शुरुआती और अंतिम कैरेक्टर से धोखा हो सकता है।

2. Copy-Paste के बाद दोबारा जांच करें

Copy करने के बाद Paste किए गए एड्रेस को फिर से जांचना बेहद जरूरी है, खासकर जब आप पिछले ट्रांजैक्शन से कॉपी कर रहे हों। इससे Crypto Phishing Scam से बचा जा सकता है।

3. Trusted Wallet और Features का उपयोग करें

ऐसे वॉलेट चुनें जो Address Labeling, Whitelisting या Contact Saving जैसी सुविधाएं देते हों। ये टूल्स Crypto Phishing Scam रोकने में आपकी मदद कर सकते हैं।

4. ट्रांजैक्शन हिस्ट्री पर आंख मूंदकर भरोसा न करें

अगर कोई एड्रेस ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में है, तो जरूरी नहीं कि वह सुरक्षित हो। स्कैमर भी Zero-Value ट्रांजैक्शन से वहाँ पहुंच सकते हैं।

5. Wallet Activity पर नज़र रखें

अगर आपके वॉलेट में किसी अनजान एड्रेस से Zero-Value ट्रांजैक्शन हो रहा है, तो वह Crypto Phishing Scam का शुरुआती संकेत हो सकता है।

Crypto Phishing Scam से खतरे क्यों बढ़ रहे हैं?

जैसे-जैसे Web3, NFTs और DeFi का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे स्कैमर भी टेक्निकली केपेबल होते जा रहे हैं। Crypto Phishing Scam अब केवल वेबसाइट या ईमेल तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये ब्लॉकचेन ट्रांजैक्शन के लेवल तक पहुंच चुके हैं।

इन स्कैम्स से न केवल आपके पर्सनल असेट खतरे में पड़ते हैं, बल्कि पूरे क्रिप्टोकरेंसी इकोसिस्टम की क्रेडिबिलिटी भी घटती है।

कन्क्लूजन

आज के डिजिटल दौर में Crypto Phishing Scam से बचाव के लिए केवल टेक्निकल नॉलेज नहीं, बल्कि सावधानी और आदतें भी महत्वपूर्ण हैं।

हर बार ट्रांजैक्शन से पहले दोबारा सोचें, जांचें और जल्दबाज़ी से बचें। याद रखें, Web3 की दुनिया में सुरक्षा आपकी अपनी जिम्मेदारी है। जितना आप सतर्क रहेंगे, उतना ही आप अपनी डिजिटल मनी को सुरक्षित रख पाएंगे।

Sheetal Bansod
Sheetal Bansod
Hindi Content Writer
LEAVE A REPLY
Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Popular

More like this

Grayscale AI Crypto Sector Launch, जानिए इसकी खासियत
डिजिटल एसेट मैनेजमेंट की दुनिया में अग्रणी नाम Grayscale...
Libra Scandal में US Court का बड़ा आदेश, $57.65 M किए फ्रीज़  
क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टर्स के लिए एक राहत भरी खबर तब...
Elon Musk क्यों छोड़ रहे हैं DOGE? जानें ऐसा क्या हुआ
मई 2025 में Elon Musk ने घोषणा की कि...