गवर्नमेंट सर्विस पेमेंट के लिए Dubai ने Crypto को दी मंजूरी
Dubai अब एक और डिजिटल रिवॉल्यूशन की ओर बढ़ चला है। अब Dubai के रेज़ीडेंस गवर्नमेंट सर्विस पेमेंट अब क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से कर सकेंगे। यह कदम Dubai Department Of Finance और Crypto.com के बीच हुई पार्टनरशिप के तहत संभव हो सका है। इस घोषणा को हाल ही में Dubai Fintech Summit में सार्वजनिक किया गया, जहां अधिकारियों ने इसे Dubai की “Cashless Strategy” की दिशा में एक बड़ा माइलस्टोन बताया।
क्या है इस नई साझेदारी की रूपरेखा?
इस पार्टनरशिप के तहत, Dubai में रहने वाले लोग अपने क्रिप्टो वॉलेट का इस्तेमाल कर गवर्नमेंट फीस, टैक्स और अन्य सेवाओं की पेमेंट कर पाएंगे। पेमेंट के बाद, Crypto.com उस क्रिप्टो अमाउंट को तुरंत Dirham (AED) में बदलकर गवर्नमेंट अकाउंट में ट्रांसफर कर देगा। इस प्रोसेस को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यूज़र्स को किसी एडिशनल एक्सचेंज या कंवर्ज़न की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।
Dubai की Cashless Strategy और D33 Agenda
Dubai की यह पहल Economic Agenda D33 का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य है Dubai को एक ग्लोबल इनोवेशन और टेक्नोलॉजी हब बनाना। इसी टारगेट के तहत, सिटी एडमिनिस्ट्रेशन चाहता है कि 2026 तक 90% पेमेंट ट्रांजैक्शंस (गवर्नमेंट और प्राइवेट दोनों) कैशलेस हो जाएं। डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देने के साथ यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि सर्विसेज ज्यादा एफिशिएंट, फ़ास्ट और एक्सेसिबल हों।
यूज़र्स के लिए क्या होगा नया और आसान?
नया सिस्टम पूरी तरह से यूज़र-फ्रेंडली होगा। यूज़र्स को बस अपने क्रिप्टो वॉलेट से पेमेंट करना होगा और बाकी का सारा प्रोसेस Crypto.com बैकएंड में संभालेगा। न कोई लंबी प्रोसेस, न किसी एक्सचेंज की ज़रूरत। इससे यह सिस्टम ना सिर्फ स्मूद और सिक्योर होगा, बल्कि यह लोगों को क्रिप्टो यूज़ करने के लिए और भी इंस्पायर करेगा।
ग्लोबल मॉडल बन सकता है Dubai का मॉडल
Crypto.com के COO Eric Anziani ने Dubai Government की इस अप्रोच की तारीफ करते हुए कहा कि Dubai वास्तव में एक ग्लोबल विजनरी है। उन्होंने कहा कि इस कदम से Dubai में पहली बार किसी पब्लिक सर्विस सिस्टम में फुल-स्केल क्रिप्टो पेमेंट को लागू किया जा रहा है, जो अन्य देशों के लिए भी एक इन्स्पिरेशन बन सकता है। इसी तरह Panama क्रिप्टो पेमेंट्स को ऑफिशियली अपनाने वाला दुनिया का पहला शहर बन गया, जहाँ अब नागरिक Bitcoin, Ethereum, USDC और USDT के ज़रिए टैक्स, फीस और परमिट्स की पेमेंट कर सकेंगे। Dubai और Panama जैसे शहर दिखा रहे हैं कि कैसे क्रिप्टोकरेंसी को गवर्नमेंट सिस्टम में शामिल कर इसे एक रिलाएबल पेमेंट टूल में बदला जा सकता है।
India और बाकी देशों के लिए क्या है सीख?
Dubai की यह पहल उन देशों के लिए एक रोल मॉडल बन सकती है, जो अब भी क्रिप्टो को लेकर कंफ्यूजन में हैं। India जैसे देशों में जहां डिजिटल पेमेंट (जैसे UPI) पहले से ही पॉपुलर हैं, वहां क्रिप्टो को सही रेगुलेशन और पार्टनरशिप के जरिए पब्लिक यूज़ में लाना संभव हो सकता है। इससे गवर्नमेंट्स नई टेक्नोलॉजी को अपना सकती हैं, साथ ही इससे ट्रांसपेरेंसी और एफिशिएंसी भी बढ़ेगी।
कन्क्लूजन
Dubai की यह पहल साबित करती है कि गवर्नमेंट्स अगर चाहे तो टेक्नोलॉजी को अपने सिस्टम का हिस्सा बना सकती हैं, वो भी यूज़र एक्सपीरियंस को बेहतर बनाते हुए। क्रिप्टोकरेंसी को एक नए और रिलाएबल फॉर्म में इंट्रोड्यूज़ करते हुए Dubai ने एक नई राह खोली है, एक ऐसी राह जो पूरी दुनिया को डिजिटल, कैशलेस और फ़ास्ट फ्यूचर की ओर ले जा सकती है।
यदि यह एक्सपेरिमेंट सक्सेसफुल होता है, तो यह अन्य देशों के लिए भी यह सन्देश देगा कि Crypto सिर्फ एक इन्वेस्टमेन्ट का जरिया नहीं, बल्कि एक कम्पलीट पेमेंट सिस्टम भी बन सकता है।