Pi Network ने अपने करोड़ों यूज़र्स यानी Pioneers के लिए एक बड़ा अपडेट जारी किया है। नेटवर्क ने अपने Mainnet Migration का नया रोडमैप शेयर किया है, जिसमें बताया गया है कि किस प्रकार माइग्रेशन चरणबद्ध तरीके से पूरे किए जाएंगे और किन प्राथमिकताओं के आधार पर यह काम होगा। साथ ही, टोकनोमिक्स और माइनिंग मॉडल से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी शेयर की गई हैं।
Pi Network ने अपने माइग्रेशन को तीन मुख्य फेजेस में बांटा है:
पहला फेज: इस चरण में उन Pioneers को माइग्रेट किया जा रहा है जो पहले से KYC पास कर चुके हैं। इनकी Base Mining Rewards, Security Circle Rewards, Lockup Rewards, Utility Apps Usage Rewards, और Confirmed Node Rewards को वॉलेट में ट्रांसफर किया जा रहा है।
दूसरा फेज: इसमें Pioneers को उनके Referral Bonuses दिए जाएंगे, बशर्ते उनके टीम मेंबर्स ने भी KYC Process पूरी कर ली हो।
तीसरा फेज: भविष्य में Pi Network नियमित अंतराल (जैसे मासिक या तिमाही) में माइग्रेशन करता रहेगा, जिससे सभी बोनस और रिवॉर्ड्स सही ढंग से डिस्ट्रीब्यूट किए जा सकें।
यूज़र्स को अपने ऐप में जो "Transferable Balance" दिखाई देता है, वह असल में एक अनुमान होता है। रियल माइग्रेशन में बेहद सटीक और डिटेल्ड गणनाएं की जाती हैं, जो पिछले 6 वर्षों के माइनिंग हिस्ट्री पर आधारित होती हैं। यही कारण है कि कई बार UI में दिखने वाला बैलेंस माइग्रेटेड बैलेंस से कम या अलग होता है।
Pi Network ने 100B टोकन सप्लाई के साथ Pi Tokenomics जारी की है, जिसमें से:
65% माइनिंग रिवॉर्ड्स के लिए
10% फाउंडेशन रिजर्व के लिए
5% लिक्विडिटी के लिए
20% Core Team के लिए निर्धारित हैं।
इन सभी हिस्सों को "Migrated Mining Rewards" की गति के अनुसार ही एक्टिवेट किया जाता है, जिससे नेटवर्क में ट्रांसपेरेंसी बनी रहती है और किसी भी पक्ष को अनुचित लाभ नहीं मिल पाता।
Pi का माइनिंग मॉडल "Exponential Decay" पर आधारित है, यानी समय के साथ माइनिंग रेट कम होती जाती है। हर महीने एक निर्धारित Pi Coin की मात्रा ही माइन की जाती है। यूज़र्स को ज्यादा रिवॉर्ड्स पाने के लिए Security Circles, Utility Apps, और Pi Nodes जैसी एक्टिविटीज में हिस्सा लेना होता है। इससे नेटवर्क की सुरक्षा, उपयोगिता और स्थिरता भी बढ़ती है।
गौरतलब है कि इससे पहले All Mainnet Developers के लिए Pi Ad Network Open हुआ था।
Pi Network का यह नया रोडमैप यह दर्शाता है कि टीम माइग्रेशन प्रक्रिया को पारदर्शी, निष्पक्ष और सभी Pioneers के लिए समावेशी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। चाहे बात UI और बैलेंस में अंतर की हो या टोकन डिस्ट्रीब्यूशन की, हर पहलू को टेक्नीकल और नैतिक दृष्टिकोण से मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
ऐसे में अब अब बारी है Pioneers की, कि वे एक्टिव रहें, KYC पूरा करें और नेटवर्क में अपना योगदान बढ़ाएं, क्योंकि Mainnet का भविष्य उन्हीं के हाथों में है।
यह भी पढ़िए: CoinSwitch की रिपोर्ट, Ripple है भारत का टॉप Trading Coinरोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास 13+ वर्षों का अनुभव है। जिसमें बीते कुछ वर्षों से उनका फोकस विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर रहा है। वे ऑन-चेन मेट्रिक्स, डेफी ट्रेंड्स, प्राइस मूवमेंट्स और टोकनॉमिक्स का व्यावहारिक ज्ञान रखते हैं। उनकी विशेषज्ञता डेटा-ड्रिवन आर्टिकल्स, डीप मार्केट रिसर्च, SEO-ऑप्टिमाइज्ड कंटेंट और इंडस्ट्री-फोकस्ड एनालिसिस तैयार करने में है।
रोहित वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। जहाँ लगातार कंटेंट डिलीवर करके, रोहित ने खुद को हिंदी क्रिप्टो मीडिया स्पेस में एक भरोसेमंद और प्रभावशाली आवाज़ के रूप में स्थापित किया है। उनका कंटेंट रिलायबल डेटा सोर्स, ऑन-चेन टूल्स और मार्केट रिसर्च से प्राप्त फैक्ट्स पर आधारित होता है। वे हर आर्टिकल में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देने को प्राथमिकता देते हैं।
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