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Solana की ट्रांज़ैक्शन फीस इतनी कम क्यों है? जानिए कारण

किसी Blockchain Transaction से जुड़ी सबसे महत्वपूर्ण समस्याओं में से एक इसमें लगने वाली फीस है। अगर कोई Ethereum या Bitcoin नेटवर्क पर ट्रांज़ैक्शन करता है, तो कई बार $10 या उससे ज़्यादा भी गैस फ़ीस देनी पड़ जाती है, इसके साथ ही ट्रांज़ैक्शन में लगने वाला समय भी बहुत ज्यादा होता है। लेकिन अगर वही ट्रांज़ैक्शन सोलाना पर किया जाए तो फीस सिर्फ़ कुछ पैसे या सेंट्स ही लगती है और टाइम बहुत कम लगता है। ऐसे में यह प्रश्न अक्सर पूछा जाता है कि Solana पर ट्रांज़ैक्शन इतना सस्ता क्यों है और इसमें इतना कम समय क्यों लगता है? इस ब्लॉग में हम इसी पर गहराई से चर्चा करेंगे। 

Traditional Blockchains में Transaction Fees कैसे काम करती है?

ज़्यादातर ट्रेडिशनल ब्लॉकचेन नेटवर्क, जैसे Bitcoin और Ethereum, ट्रांज़ैक्शन को प्रोसेस करने के लिए एक बिडिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं। इसमें यूज़र्स नेटवर्क को अधिक ट्रांज़ैक्शन फीस देकर अपनी ट्रांज़ैक्शन को जल्दी एक्सिक्यूट करवा सकते हैं। इन ब्लॉकचेन से जुड़े इस सिस्टम के कारण कई समस्याएं सामने आई है, जैसे: 

  • इस सिस्टम से स्केलेबिलिटी प्राप्त करना बहुत मुश्किल हो गया है, क्योंकि हर ब्लॉक में सीमित ट्रांज़ैक्शंस ही किये जा सकते हैं।
  • जब नेटवर्क पर अधिक लोड होता है, तब यूज़र्स को अपनी ट्रांज़ैक्शन जल्दी वेरिफ़ाई करवाने के लिए अधिक फीस देनी पड़ती है।
  • Ethereum पर EIP-1559 के बाद बेस फीस और टिप के कॉम्बिनेशन के कारण थोड़ी स्टेबिलिटी ज़रूर आई है, लेकिन फीस अब भी काफ़ी ज़्यादा है।

अब आइये जानते Solana में Transaction Fees कैसे काम करती है?

Solana में Transaction Fees का बेसिक स्ट्रक्चर क्या है?

Solana में ट्रांज़ैक्शन फीस का स्ट्रक्चर ट्रेडिशनल ब्लॉकचेन की तुलना में पूरी तरह अलग और अधिक एफिशिएंट है। इसे इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि नेटवर्क पर ट्रांज़ैक्शन करना न केवल फ़ास्ट हो, बल्कि अफोर्डेबल भी हो।

  • Solana पर औसतन एक ट्रांज़ैक्शन की फीस 0.000005 SOL के आसपास होती है।
  • यहाँ फीस का कैलकुलेशन ट्रांज़ैक्शन की एक्सिक्यूशन कॉस्ट, नेटवर्क लोड और सिस्टम रिसोर्स की अवेलेबिलिटी के आधार पर होता है, न कि बिडिंग सिस्टम पर।

यह सिस्टम ट्रांज़ैक्शन को डेमोक्रेटाइज़ करता है और हाई-फीस कॉम्पिटिशन को ख़त्म करता है।

अब आइये जानते हैं की Solana के द्वारा ऐसी कौन-सी इनोवेटिव टेक्नोलॉजी अपनाई गयी है जिसके ट्रांज़ैक्शन फीस इतनी कम हो जाती है।  

Proof of History की भूमिका

Proof of History  (PoH), सोलाना का सबसे बड़ा टेक्निकल इनोवेशन है, जो ब्लॉकचेन के लिए एक क्रिप्टोग्राफ़िक क्लॉक की तरह काम करता है।

  • PoH नेटवर्क में सभी इवेंट्स को एक टाइमलाइन पर वेरिफ़ाई करता है, जिससे Validator Nodes को ट्रांज़ैक्शन का क्रम जानने की जरुरत नहीं होती है।
  • इस टेक्नोलॉजी से ब्लॉक प्रोडक्शन और कंसेंसस बेहद तेज़ और कम रिसोर्स-कंज़्यूमिंग हो जाता है।
  • इस कारण से कम्प्यूटेशन का काम बहुत कम हो जाता है, जिसके कारण एनर्जी कंसम्पशन भी कम होता है और इसमें समय भी कम लगता है। 

यही कारण है की Solana Network पर ट्रांज़ैक्शन फीस और ट्रांज़ैक्शन में लगने वाला समय बहुत कम है। 

Sealevel Execution Engine: Parallel Processing से Scalability

Solana का Sealevel Execution Engine ट्रांज़ैक्शंस को पेरेलली एक्सिक्यूट करता है, जिसके कारण यह एक साथ कई ट्रांज़ैक्शन करने में सक्षम होता है।

Ethereum और दूसरी ब्लॉकचेन में अधिकतर ट्रांज़ैक्शंस Sequentially एक्सिक्यूट होते हैं क्योंकि वे शेयर्ड स्टेट पर काम करते हैं, जबकि सोलाना में हर ट्रांज़ैक्शन की स्टेट और मेमोरी एक्सेस स्पेस अलग होती है, जिससे एक साथ हजारों ट्रांज़ैक्शंस प्रोसेस हो सकते हैं।

इसके कारण Network पर बहुत अधिक लोड के बावजूद कंजेशन नहीं होता और ट्रांज़ैक्शन फीस स्टेबल बनी रहती है।

Resource Optimization और Stateless Architecture

Solana का नेटवर्क डिज़ाइन स्टेटलेस आर्किटेक्चर है, जिसका मतलब है कि वैलिडेटर्स को हर ट्रांज़ैक्शन के लिए पूरी हिस्ट्री या अकाउंट स्टेटमेंट स्टोर नहीं करनी पड़ती। यह डिज़ाइन कंप्यूटेशनल रिसोर्सेज की एफिशिएंसी को बढ़ाता है। इसके साथ ही Solana का Runtime भी अत्यधिक कस्टमाइज्ड सिस्टम है, जो सिस्टम लेवल परफॉरमेंस को Layer 1 पर ही बेहतर बनाता है।

इसी कारण से जहाँ Ethereum में एक स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट को डिप्लॉय करने में भारी गैस खर्च होती है, वहीं Solana पर यह प्रक्रिया सस्ती और तेज़ होती है।

Minimum Fee कैसे Solana को स्पैम से बचाती है

कम फीस वाले नेटवर्क आमतौर पर स्पैम अटैक्स के प्रति वल्नरेबल होते हैं। लेकिन सोलाना ने इस रिस्क को मिनिमम फीस थ्रेशहोल्ड के द्वारा एड्रेस किया है। जिसके अनुसार,

  • हर ट्रांज़ैक्शन को एक न्यूनतम फीस देनी होती है, जिससे नेटवर्क पर ट्रैफ़िक बिना फीस चुकाए नहीं भेजा जा सकता।
  • इसके अलावा, Runtime-level QoS (Quality of Service) सिस्टम यह सुनिश्चित करता है कि रियल ट्रांज़ैक्शन को ही प्रायोरिटी दी जाए।

इसी कारण से यदि कोई स्कैमर लाखों डमी ट्रांज़ैक्शन Solana Network पर भेजने की कोशिश करता है, तो कुल लागत और बैंडविड्थ लिमिट उन्हें रोक देती है।

Validator Economics: Low Fees में भी Sustainability कैसे बनी रहती है?

Solana के वैलिडेटर नेटवर्क को कम फीस के बावजूद आर्थिक रूप से स्टेबल बनाए रखने के लिए एक खास स्ट्रेटेजी अपनाई गई है:

  • Solana Validators को ट्रांज़ैक्शन फीस के अलावा स्टेकिंग रिवार्ड्स और इन्फ्लेशनरी रिवार्ड्स मिलते हैं।
  • Stake पर आधारित वोटिंग सिस्टम वैलिडेटर्स को प्रोत्साहित करता है कि वे ईमानदार और एफिशिएंट बने रहें।

इस डिज़ाइन से वैलिडेटर को लॉन्ग टर्म में नेटवर्क को ऑपरेट करते रहने की प्रेरणा मिलती है, भले ही इंडिविजुअल ट्रांज़ैक्शन फीस बहुत कम हो।

Ethereum और Solana की Fee Dynamics में फ़र्क
फ़ीचरEthereumSolana
फीस मॉडलबिडिंग आधारितमिनिमम फीस आधारित
औसत फीस$1 – $20+<$0.001
ब्लॉक टाइम~12 सेकंड~400 मिलीसेकंड
एक्सिक्यूशन स्टाइलSequentialParallel
कंसेंसस लेटेंसीअधिकबहुत कम (PoH आधारित)

Ethereum ने स्केलेबिलिटी के लिए Layer 2 Solution अपनाए हैं, जबकि Solana यह क्षमता अपनी मैन लेयर पर ही प्राप्त की है, जिससे फीस अल्ट्रा-लो बनी रहती है।

क्या Solana की Low Fees मॉडल Long Term में Sustainable है?

यह सवाल अक्सर पूछा जाता है कि क्या इतनी कम फीस वाला नेटवर्क भविष्य में भी टिक पाएगा?

Solana के डिज़ाइन की USP हाई थ्रूपुट और हाई एफिशिएंसी है, जिससे यह स्केलेबिलिटी और लो कास्ट दोनों एक साथ संभव बनाता है। लेकिन जैसे-जैसे इस नेटवर्क का उपयोग बढ़ेगा, वैलिडेटर इंफ्रास्ट्रक्चर की मांग भी बढ़ने की सम्भावना है, जिससे ऑपरेशनल लागत में इज़ाफा हो सकता है।

Solana टीम लगातार परफॉरमेंस अपग्रेड्स पर काम कर रही है, इसमें Firedancer अपग्रेड इसके भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह अपग्रेड फिलहाल टेस्टनेट पर जांचा जा रहा है, इसके Mainnet पर आने के बाद Solana Network और भी ज्यादा ट्रैफ़िक को सस्टेनेबल तरीके से हैंडल करने में सक्षम हो सकेगा।

Solana की कम ट्रांज़ैक्शन फीस और उसमे लगने वाला समय इसके टेक्निकल इनोवेशन और बेहतरीन तरीके से डिज़ाइन किए गए आर्किटेक्चर का परिणाम है। Solana में Proof of History, Sealevel, वैलिडेटर इकोनॉमिक्स जैसे टेक्निकल कंपोनेंट इस उद्देश्य से शामिल किए गए हैं कि परफॉरमेंस, सिक्योरिटी और अफोर्डेबलिटी का संतुलन बना रहे। यही विशेषताएं Solana को भविष्य की सबसे प्रोमिसिंग ब्लॉकचेन में से एक बनाती है।  

Ronak GhatiyaRonak Ghatiya
Ronak Ghatiya
Hindi Content Writer
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