भारत द्वारा आतंक के खिलाफ चलाए गए Operation Sindoor की सफलता के कुछ ही घंटों के अंदर ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट में भी पॉजिटिव उछाल देखने को मिला। यह पहली बार है जब मिलिटरी ऑपरेशन का सीधा असर डिजिटल इन्वेस्टमेंट मार्केट पर इतना स्पष्ट रूप से दिखा है।
भारतीय सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ सटीक कार्रवाई की, जिससे ग्लोबल लेवल पर भारत की इमेज एक स्ट्रांग और अलर्ट नेशन के रूप में उभरी है। इस पॉलिटिकल-मिलिटरी एक्शन ने क्रिप्टो इन्वेस्टर्स में नया विश्वास जगाया है, जो मार्केट के आँकड़ों में साफ नजर आता है। तो आइये इस ऑपरेशन और इसके क्रिप्टो मार्केट पर प्रभाव को विस्तार से जानते है।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान जाने के बाद भारत ने बुधवार की सुबह "Operation Sindoor" को अंजाम देते हुए आतंकवादियों को सख्त जवाब दिया। इंडियन आर्म्ड फ़ोर्स ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। यह कार्रवाई 1:44 AM पर की गई, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ माने जाने वाले मुरिदके और बहावलपुर को भी निशाना बनाया गया।
वहीं रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी किए गए ऑफिशियल बयान में बताया गया कि यह हमला पूरी तरह से टेररिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर पर फोकस्ड था और पाकिस्तान मिलिटरी को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया गया है। बयान में यह भी कहा गया कि भारत ने संयम का परिचय दिया है और केवल उन्हीं ठिकानों को निशाना बनाया है जहाँ से भारत पर हमले की योजना बनाई जाती थी। बता दे कि, PM Narendra Modi ने इस बात का संकल्प लिया था कि इस हमले के दोषियों को दुनिया के किसी भी कोने में ढूंढकर सजा दी जाएगी।
इस सैन्य कार्रवाई से कुछ ही घंटे पहले भारत सरकार ने देशभर के 244 जिलों में मॉक ड्रिल कराने की घोषणा की थी। यह मॉक ड्रिल विशेष रूप से राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, गुजरात जैसे बॉर्डर स्टेट्स में आयोजित की जानी थी। पहले इसे एक सामान्य तैयारी माना जा रहा था, लेकिन अब इसे एक पॉलिटिकल प्लानिंग और देश की सेफ्टी के प्रति अवेरनेस के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
वहीं पहले PM Narendra Modi का भी बड़ा बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि जो इस आतंकी हमले में शामिल हैं, उन्हें दुनिया के किसी भी कोने में जाकर सज़ा दी जाएगी “उनकी कल्पना से भी परे”।
मिलिटरी एक्शन के कुछ ही घंटों बाद क्रिप्टो मार्केट में भी तेजी देखी गई है। वहीं ख़बर लिखे जाने तक ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप $2.99 ट्रिलियन तक पहुँच गया, जो कि पिछले दिन की तुलना में 1.84% की वृद्धि दर्शाता है। साथ ही, पिछले 24 घंटों में टोटल ट्रेडिंग वॉल्यूम $82.1 बिलियन रहा है, जिसमें 27.63% की वृद्धि हुई है।
साथ ही इस समय तक Bitcoin का डॉमिनेंस 64.22% है, जो कि एक दिन में 0.36% की वृद्धि को दर्शाता है। वहीं DeFi सेगमेंट में $6.71 बिलियन का वॉल्यूम रिकॉर्ड किया गया, जो कि टोटल क्रिप्टो वॉल्यूम का 8.18% है। सबसे अधिक महत्वपूर्ण आंकड़ा यह है कि Stablecoins का ट्रेडिंग वॉल्यूम $76.92 बिलियन तक पहुँच गया, जो टोटल वॉल्यूम का 94.09% है।
इन आकड़ों को देखते हुए क्रिप्टो एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत की इंटरनल सेफ्टी को लेकर गवर्नमेंट की सीरियसनेस से इन्वेस्टर्स का विश्वास और बढ़ सकता है। इसके भारत और साउथ एशिया के इन्वेस्टर्स के बीच फिर से इंटरेस्ट बढ़ा है।
वहीं इससे पहले भी बड़े युद्धों के दौरान इस तरह के प्रभाव देखे गए है, जैसे कारगिल युद्ध के दौरान, जब देश सीमा पर तनावपूर्ण हालात से गुजर रहा था, उस समय शेयर मार्केट में हैरान कर देने वाली तेजी देखने को मिली थी। मई से जुलाई 1999 के बीच सेंसेक्स 33% की वृद्धि के साथ 1,115 तक बढ़ गया था। जबकि निफ्टी ने 319 अंकों की बड़ी छलांग लगाई थी।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत की ब्रेकथ्रू पॉलिसी और इंटरनल स्टेब्लिटी से इन्वेस्टर्स में विश्वास बढ़ा है। वहीं क्रिप्टो इन्वेस्टर्स विशेष रूप से Bitcoin और Altcoins की ओर बढ़े हैं, जिससे यह साफ दिखता है कि मार्केट स्टेबल और स्ट्रांग ऑप्शन की तलाश में है।
सेफ्टी और स्ट्रेटेजी के मोर्चे पर भारत की मजबूती ने डिजिटल इन्वेस्टर्स को भी यह भरोसा दिलाया है कि भारत एक सेफ और स्टेबल डिजिटल इकॉनमी की ओर बढ़ रहा है।
"Operation Sindoor" के सफल एग्जीक्यूशन ने न केवल भारत की सेफ्टी पॉलिसी में दृढ़ता को दर्शाया है, बल्कि इससे जुड़े ग्लोबल इफेक्ट्स ने क्रिप्टो मार्केट को भी पॉजिटिव दिशा में प्रभावित किया है। जैसे-जैसे भारत अपने सेफ्टी चैलेंजेस का जवाब ठोस तरीके से दे रहा है, वैसे-वैसे ग्लोबल इन्वेस्टर्स भी भारतीय मार्केट और टेक्निकल डेवलपमेंट में फिर से विश्वास जताते दिख रहे हैं। इस न्यूज़ के साथ ही अगर आप क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी और भी नई और एक्सक्लूसिव न्यूज़ पढ़ना चाहते है तो, हमारे क्रिप्टो न्यूज़ सेक्शन पर जाकर पढ़ सकते है, जहाँ आपको क्या Bitcoin Mining से बैन हटाने वाला है China? इस तरह की नई जानकारी मिलेगी।
यह भी पढ़िए: Mintable NFT यूजर्स के लिए सेफ है या रिस्की? जानिएसाक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
तेजी से बदलती क्रिप्टो दुनिया में वह खुद को एक ट्रस्टेड और ग्रोइंग वॉइस के रूप में स्थापित कर रही हैं।
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