Indore, भारत में सफाई का बादशाह और अब बना Crypto का भी King
स्वच्छता का चैंपियन Indore अब Crypto में भी भारत में लीड कर रहा है
भारत में क्रिप्टो अपनाने का नया दौर अब मेट्रो शहरों से निकलकर Tier-2 और Tier-3 शहरों तक पहुंच गया है। CoinDCX की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, प्लेटफ़ॉर्म के लगभग 40% यूज़र इन छोटे शहरों से आते हैं। इनमें Indore शहर सबसे आगे हैं, जहां लगभग 10% आबादी Crypto में निवेश कर रही है। इसकी तुलना में, मुंबई जैसे बड़े शहरों में यह आंकड़ा सिर्फ 2-3% तक सीमित है।

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Indore बना देश के सबसे छोटे शहरों का क्रिप्टो हब
CoinDCX के CEO सुमित गुप्ता के अनुसार, इंदौर आज भारत के सबसे एक्टिव छोटे शहरों में शामिल है। उन्होंने बताया कि लगभग 3.4 लाख लोग इंदौर में हमारे प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिजिटल एसेट्स में निवेश कर रहे हैं। यह संख्या इंडिया के Crypto मार्केट के लिए मजबूत सिग्नल है कि छोटे शहर भी Digital फाइनेंस की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।
CoinDCX के नए डेटा से खुलासा
CoinDCX की 2025 की पहली छमाही की रिपोर्ट बताती है कि प्लेटफ़ॉर्म पर रजिस्टर्ड यूज़र्स की संख्या में 30% की बढ़ोतरी हुई है, जो अब 1.9 करोड़ तक पहुंच चुकी है। यह ग्रोथ मुख्य रूप से Faridabad, Nashik और Indore जैसे Tier-2 हब्स से आई है। रिपोर्ट में बताया गया कि बेहतर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, इंटरनेट की पहुंच और डिजिटल करंसी की एजुकेशन के कारण इन सिटीज में निवेशकों का इंटरेस्ट लगातार बढ़ रहा है।
इंदौर में खुला CoinDCX का नया ऑफिस
सुमित गुप्ता ने कहा कि Indore में CoinDCX का नया ऑफिस अक्टूबर में शुरू किया गया, ताकि प्लेटफॉर्म अपनी उपस्थिति को छोटे शहरों में और मजबूत कर सके। उन्होंने बताया कि कंपनी अब ऐसे शहरों पर फोकस कर रही है जहां युवा निवेशक तेजी से Crypto को समझ रहे हैं और इसे एक नए फाइनेंशियल अवसर के रूप में देख रहे हैं। CoinDCX का मानना है कि भारत की Crypto ग्रोथ कहानी अब सिर्फ दिल्ली या मुंबई की नहीं, बल्कि इंदौर जैसे सिटीज की भी है।
Indore में निवेशकों की औसत उम्र 30 से 35 साल
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि CoinDCX प्लेटफ़ॉर्म पर एक्टिव निवेशकों की औसत उम्र 30 से 35 साल के बीच है। इसका मतलब है कि Indore के युवा अब ट्रेडिशनल इन्वेस्टमेंट ऑप्शन से आगे बढ़कर डिजिटल एसेट्स की ओर रुख कर रहे हैं। यह ट्रेंड बताता है कि नई जनरेशन न केवल टेक्निकल रूप से सक्षम है बल्कि फाइनेंशियल रूप से भी ज्यादा जागरूक हो रही है।
क्रिप्टो रेगुलेशन पर CEO की राय
सुमित गुप्ता ने कहा कि इंडिया Crypto रेगुलेशन की दिशा में सही कदम बढ़ा रहा है, हालांकि एक बड़ा डिजिटल एसेट फ्रेमवर्क आने में अभी कुछ साल लग सकते हैं। उन्होंने माना कि Indore जैसे शहरों में डिजिटल करंसी का विस्तार तभी और ज्यादा तेज़ होगा जब रेगुलेटरी क्लैरिटी पूरी तरह लागू होगी। फिलहाल, सरकार और एक्सचेंज दोनों मिलकर निवेशकों को सुरक्षित डिजिटल ट्रांज़ैक्शनका माहौल देने की दिशा में काम कर रहे हैं।
डिजिटल शिक्षा और टेक्नोलॉजी की भूमिका
CoinDCX के डेटा से यह भी स्पष्ट है कि इंदौर जैसे Tier-2 शहरों में डिजिटल शिक्षा और टेक्नोलॉजी के प्रसार ने Crypto निवेश को आसान बनाया है। स्कूलों, कॉलेजों और स्थानीय फिनटेक कम्युनिटीज़ में अब ब्लॉकचेन और डिजिटल फाइनेंस की समझ को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस Digital रिवोल्यूशन ने छोटे शहरों को भारत के नए Crypto हब में बदल दिया है।
भारत का क्रिप्टो भविष्य: मेट्रो से माइक्रो तक
CoinDCX की रिपोर्ट बताती है कि भारत में छोटे शहर भी Crypto की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। Indore, Faridabad और Nashik जैसे शहर अब Digital India की नई पहचान बन रहे हैं। इन जगहों पर लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, जिससे साफ है कि भारत अब ग्लोबल Crypto दुनिया में अपनी मजबूत जगह बनाने की ओर बढ़ रहा है।
पिछले 7 सालों से मैं भारतीय Crypto Market को करीब से देख रही हूँ और मेरा मानना है कि इंदौर जैसे Tier-2 शहर भारत की असली क्रिप्टो ग्रोथ स्टोरी लिख रहे हैं। यहाँ की युवा सोच, डिजिटल एजुकेशन और निवेश की जागरूकता आने वाले सालों में भारत को ग्लोबल क्रिप्टो लीडर बना सकती है।
कन्क्लूजन
साफ-सफाई में नंबर 1 रहने वाला Indore अब क्रिप्टो निवेश में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह शहर की नई सोच और डिजिटल प्रोग्रेस को दिखाता है। छोटी सिटीज से उठ रही यह क्रिप्टो लहर साबित करती है कि अब भारत की आर्थिक कहानी सिर्फ बड़ी सिटीज तक सीमित नहीं है, इंदौर इसका नया उदाहरण बन गया है।
