Coinbase L2 Base को क्यों सपोर्ट कर रहे हैं Ethereum Founder?
क्रिप्टो इंडस्ट्री में Layer-2 (L2) Solutions का महत्व लगातार बढ़ रहा है, जहाँ Ethereum की स्केलेबिलिटी व सिक्योरिटी चुनौतियों के बीच, Coinbase द्वारा डेवलप Base तेजी से सुर्खियों में है। हाल ही में Ethereum के को-फाउंडर Vitalik Buterin ने इस L2 Network की डिज़ाइन की सराहना करते हुए कहा कि यह Ethereum को स्केल करने के साथ-साथ यूज़र्स के फंड्स को सिक्योर रखने की क्षमता रखता है। Buterin का यह समर्थन न केवल बेस के लिए बल्कि पूरे L2 इकोसिस्टम के लिए फायदेमंद होगा।
Source - यह इमेज Vitalik Buterin की X Post से ली गई है।
आखिर Base है क्या?
बेस, Coinbase द्वारा डेवलप एक Layer-2 Network है जिसे 2023 में लॉन्च किया गया था। यह Ethereum की स्केलेबिलिटी को बढ़ाने के साथ यूज़र्स को कम गैस फीस पर फ़ास्ट ट्रांज़ैक्शन्स उपलब्ध कराएगा। DefiLlama के डेटा के अनुसार, इस प्लेटफ़ॉर्म में वर्तमान समय में $5.1 बिलियन से अधिक की Total Value Locked (TVL) है, जो इसकी तेजी से बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
इथेरियम फाउंडर का कहना है कि बेस की सबसे बड़ी खासियत इसका सिक्वेंसर मॉडल है, जो इथेरियम की Layer-1 स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़ा रहता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि यूज़र्स के फंड्स पर पूरा कंट्रोल बना रहे, साथ ही किसी सेंट्रलाइज़्ड सिस्टम की तरह कॉइनबेस खुद फंड्स पर अधिकार न जमा सके।
बेस को क्यों मिला है Vitalik का समर्थन?
Vitalik ने अपने हालिया X पोस्ट में समझाया कि L2 नेटवर्क्स इथेरियम के भविष्य के लिए कितने ज़रूरी हैं। उन्होंने Soneium का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह इसने ऑपरेटर सेंसरशिप को रोकते हुए ऑन-चेन मैकेनिज्म का उपयोग किया। इथेरियम फाउंडर ने कहा कि बेस जैसे डिज़ाइन्स Ethereum के डिसेंट्रलाइज़ेशन एथोस से मेल खाते हैं क्योंकि ये नेटवर्क यूज़र्स को फंड सिक्योरिटी का भरोसा दिलाते हैं।
उनका यह भी कहना था कि L2Beat जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स को कई लोग गलत समझते हैं, जबकि असल में यह प्लेटफ़ॉर्म्स सिक्योरिटी पैरामीटर्स मापते हैं, जो सीधे तौर पर यूज़र्स की प्रोटेक्शन से जुड़े हैं। Vitalik के अनुसार, L2s न केवल स्केलेबिलिटी बल्कि कस्टडी से जुड़े मामलों में भी L1 से बेहतर हैं क्योंकि इसमें फंड चोरी नहीं किए जा सकते और न ही विड्रॉल रोके सकते हैं।
Coinbase, Ethereum और Base का सफर
कॉइनबेस ने 2023 में बेस की शुरुआत की थी। उस समय से ही यह नेटवर्क Blockchain इंडस्ट्री में एक अहम नाम बन गया। कॉइनबेस की ग्लोबल रीच व Ethereum के सिक्योरिटी मॉडल ने मिलकर इसे लोकप्रिय बना दिया।
इथेरियम की लगातार बढ़ती गैस फीस और नेटवर्क कंजेशन ने यूज़र्स को विकल्प ढूंढने पर मजबूर किया। ऐसे में बेस ने खुद को एक ऐसा सॉल्यूशन पेश किया जो न केवल इकोनॉमी में बेहतर है, बल्कि सिक्योरिटी और स्केलेबिलिटी दोनों को बैलेंस करता है।
आज यह नेटवर्क न केवल कॉइनबेस के यूज़र्स बल्कि ग्लोबल क्रिप्टो कम्युनिटी के लिए महत्वपूर्ण हो चुका है। Binance, Polygon और Optimism जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स के बीच Base ने अपनी अलग पहचान बनाई है।
Vitalik Buterin का सपोर्ट इस L2 के लिए होगा फायदेमंद
अपने 13 सालों के बतौर डिजिटल राइटर होने के अनुभव से मेरी नज़र में Vitalik Buterin का समर्थन इस Layer-2 को लेकर क्रिप्टो कम्युनिटी की धारणाओं को बदल देगा। अक्सर कॉइनबेस को एक सेंट्रलाइज़्ड संस्था के रूप में देखा जाता है, जिससे यूज़र्स को कस्टडी रिस्क की चिंता रहती है। लेकिन बेस की संरचना इस धारणा को बदलने में सक्षम होगी।
हालांकि, यह भी सच है कि L2 नेटवर्क्स को लेकर अभी भी कई सवाल बने हुए हैं। क्रिटिक्स जैसे Eric Wall का मानना है कि बेस जैसे नेटवर्क्स को पूरी तरह डिसेंट्रलाइज़्ड होने के लिए और लंबा सफर तय करना होगा। Stage-2 डिसेंट्रलाइज़ेशन अभी बाकी है और इसी वजह से रिस्क भी मौजूद हैं।
मुझे लगता है कि बेस की पोज़िशन फिलहाल "प्रॉमिसिंग लेकिन अधूरी" है, यदि Coinbase इसे पूरी तरह डिसेंट्रलाइज़ करने में सफल हो जाता है, तो यह Ethereum Ecosystem का सबसे महत्वपूर्ण L2 नेटवर्क बन सकेगा।
कन्क्लूजन
बेस का सफर अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन Vitalik Buterin का समर्थन इसे एक नई विश्वसनीयता देगा। यह नेटवर्क इथेरियम को स्केल करने, गैस फीस कम करने और यूज़र्स को फंड सिक्योरिटी का भरोसा दिलाने में मदद करता है। हालांकि, सेंट्रलाइज़ेशन से जुड़ी चिंताएँ अभी भी बरकरार हैं।
क्रिप्टो इंडस्ट्री में अक्सर वही प्रोजेक्ट्स लंबी रेस में टिकते हैं जो न केवल टेक्नोलॉजी बल्कि ट्रस्ट को भी मजबूत बनाते हैं। बेस अगर इस दिशा में ट्रांसपेरेंसी व डिसेंट्रलाइज़ेशन को लगातार सुधारता है, तो यह आने वाले वर्षों में Ethereum का सबसे भरोसेमंद Layer-2 सॉल्यूशन बनने में सक्षम होगा।