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Mantra CEO बोले- OM Coin Recovery है टॉप प्रायोरिटी

हाल ही में क्रिप्टो वर्ल्ड में हुए Mantra (OM) Token क्रैश ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है। 14 April को Cointelegraph द्वारा आयोजित एक AMA (Ask Me Anything) सेशन में Mantra के CEO John Mullin ने इस पूरे घटनाक्रम पर विस्तार से बात की। उन्होंने निवेशकों को आश्वासन दिया कि हमारी टीम पूरी ताकत के साथ OM Coin की रिकवरी पर काम कर रही है। हालांकि, टोकन बायबैक और बर्न जैसे प्लान्स अभी अर्ली स्टेज में हैं।

OM Coin की रिकवरी है “प्राइमरी कंसर्न”

John Mullin ने साफ कहा कि Mantra की सबसे बड़ी प्रायोरिटी OM Coin Price को स्टेबल करना और उसे रिकवर कराना है। उन्होंने बताया कि बायबैक या बर्न की योजना अभी बन रही है और कंपनी इस दिशा में स्ट्रेटेजिक स्टेप्स ले रही है। उन्होंने कहा, “हम इस प्लान के अर्ली स्टेज पर हैं, लेकिन टोकन रिकवरी इस वक्त हमारे लिए सबसे ज़रूरी है।”

$0.52 तक गिरी कीमत, अब हल्का सुधार

OM Coin की कीमत 13 April को $0.52 तक गिर गई थी, जो इसका लोएस्ट पॉइंट था। यह गिरावट इतनी फ़ास्ट थी कि कम्युनिटी में रुमर्स और डर का माहौल बन गया, जिससे मार्केट पर और भी ज्यादा प्रेशर आया। हालांकि यह आर्टिकल लिखे जाने तक कीमत $0.73 तक वापस आ चुकी थी। 

“Baseless Allegations” पर CEO की सफाई

कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि Mantra की टीम के पास 90% OM Coin हैं और उन्होंने क्रैश से पहले टोकन डंप किया। Mullin ने इसे बेसलेस बताया और कहा कि टीम ने हाल ही में एक ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी की है जिसमें सभी वॉलेट्स की जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि OM Coin के दो वर्जन हैं – Ethereum Based और Mainnet Based। OM Coin का सबसे बड़ा एक्सचेंज होल्डर Binance है, जबकि OKX Wallet के पास 14% सर्कुलेटिंग सप्लाई है।

MEF Fund और निवेशकों का सपोर्ट

Mullin ने Mantra Ecosystem Fund (MEF) के बारे में भी जानकारी दी, जो $109 मिलियन का फंड है और 7 April को लॉन्च किया गया था। इसमें Laser Digital, Shorooq, Brevan Howard Digital और Amber Group जैसे बड़े निवेशक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह फंड सिर्फ OM Coin पर आधारित नहीं है, बल्कि इसमें डॉलर बेस्ड इन्वेस्टमेंट भी शामिल हैं। टीम इस फंड के जरिए इकोसिस्टम को स्ट्रांग करने पर काम करेगी।

Binance Staking और Exchange-Based Selling का खुलासा

AMA Session में Mullin ने बताया कि 38 मिलियन OM की जो ट्रांजैक्शन Binance की कोल्ड वॉलेट में हुई, वह Binance के स्टेकिंग प्रोग्राम के खत्म होने के कारण थी। साथ ही, उन्होंने कहा कि कुछ OM Coin नेमलेस एक्सचेंज द्वारा कोलैटरल के रूप में इस्तेमाल किए गए थे। जब उस एक्सचेंज ने पोजीशन क्लोज की, तो बड़े लेवल पर टोकन सेलिंग हुई, जिससे क्रैश और फ़ास्ट हो गया। 

कन्क्लूजन

OM Coin Price में हुई गिरावट और मार्केट में फैले डर के बीच Mantra CEO John Mullin के ट्रांसपेरेंट वर्ड्स से कम्युनिटी को कुछ राहत मिली है। उन्होंने क्लियर किया कि टीम इस सिचुएशन से भाग नहीं रही, बल्कि जिम्मेदारी से इसका सामना कर रही है। टोकन बायबैक, MEF Fund और ट्रांसपेरेंसी के जरिए कंपनी अपनी रेपुटेशन और टोकन वैल्यू को फिर से मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। हालांकि रिकवरी का रास्ता अभी लम्बा है, लेकिन Mantra ने यह साफ कर दिया है कि वे पीछे हटने वाले नहीं हैं।

Sheetal BansodSheetal Bansod
Sheetal Bansod
Hindi Content Writer
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