भारत के इस जिले ने अपनाई Avalanche Blockchain, जानिए वजह
भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के दंतेवाड़ा जिले ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपने लैंड रिकॉर्ड्स को डिजिटल रूप में बदल दिया है और उन्हें Avalanche Blockchain पर सुरक्षित किया है। इस कदम से न केवल ट्रांसपेरेंसी बढ़ी है, बल्कि लैंड रिकॉर्ड्स को बदला नहीं जा सकेगा, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि इन रिकॉर्ड्स में कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी।
दंतेवाड़ा जिला प्रशासन ने 6 मार्च को यह घोषणा की कि उसने 700,000 से ज्यादा लैंड रिकॉर्ड्स को डिजिटल रूप में बदल दिया है। इन रिकॉर्ड्स को Avalanche Blockchain पर सुरक्षित किया गया है। यह पहल भारतीय ब्लॉकचेन स्टार्टअप LegitDoc और Zupple Labs के सहयोग से पूरी की गई है।
Dantewada के जिलाधिकारी (IAS) Mayank Chaturvedi ने इस पहल की अहमियत पर जोर देते हुए कहा, “हमारे नागरिकों को दशकों से अपने भूमि रिकॉर्ड्स तक पहुंचने में काफी समय लगता था, कभी-कभी तो वेरिफिकेशन में हफ्ते भी लग जाते थे। अब इन रिकॉर्ड्स को डिजिटल करने और ब्लॉकचेन पर सुरक्षित करने के बाद, ये रिकॉर्ड्स आसानी से उपलब्ध होंगे और इन्हें बदला नहीं जा सकेगा।
लैंड रिकॉर्ड्स तक आसान पहुंच
इस पहल के तहत, सरकार ने शहर के हर सब-डिस्ट्रिक्ट में एक Kiosk स्थापित किया है, जहां नागरिक और सरकारी अधिकारी लैंड रिकॉर्ड्स को देख सकते हैं। इस प्रोसेस को पूरी तरह से सुरक्षित रखने के लिए, केवल ऑथोराइज़्ड व्यक्तियों को ही इन रिकॉर्ड्स तक पहुंचने की परमिशन दी जाती है। क्या आप Avalanche Price के बारे में जानना चाहते हैं, तो दी गई इस लिंक पर जाकर चेक कर सकते हैं।
ब्लॉकचेन पर सर्टिफाइड रिकॉर्ड्स
इस एप्लिकेशन के माध्यम से अधिकारी भूमि की विभिन्न प्रकार की सरकारी रिकॉर्ड्स जैसे B-1 फॉर्म्स (एलिवेटर इंस्टालेशन), अधिकारों के रिकॉर्ड, प्लॉट रजिस्टर, ओनरशिप रिकॉर्ड्स और कैडस्ट्रल मैप्स को देख सकते हैं और वेरीफाई कर सकते हैं। अधिकारी इन डिजिटल डाक्यूमेंट्स से जुड़े स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स को भी Avalanche Explorer के जरिए वेरीफाई कर सकते हैं, जिससे रिकॉर्ड्स की Tamper-Proof Security सुनिश्चित होती है।
दंतेवाड़ा में ब्लॉकचेन का रिवोल्यूशनरी कदम
Avalanche India के ग्रोथ कंसल्टेंट Devika Mittal ने कहा, “Avalanche को गर्व है कि वह Dantewada के भूमि रिकॉर्ड ऑफिस का सपोर्ट कर रहा है। यह रिवोल्यूशनरी कदम लाखों नागरिकों को ट्रस्ट और ट्रांसपेरेंसी प्रदान करेगा। ब्लॉकचेन भूमि रिकॉर्ड डिजिटलाइजेशन का फ्यूचर है और छत्तीसगढ़ इस क्षेत्र में लीडर है।”
इस प्रोजेक्ट को IAS Jayant Nahata ने लीड किया है, जो पहले दंतेवाड़ा में सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) थे और वर्तमान में दंतेवाड़ा जिला पंचायत के CEO हैं। उन्होंने कहा, “यह पहल ऐतिहासिक है क्योंकि इसने 1950s से अब तक सभी लैंड रिकॉर्ड्स को पूरी तरह से डिजिटल और ब्लॉकचेन द्वारा वेरीफाई कर दिया है, जिससे डॉक्यूमेंट की सुरक्षा, कानूनी खर्चों में कमी और नागरिकों की सुविधा बढ़ी है।”
आसान और सुरक्षित भूमि रिकॉर्ड्स
इस पहल से न केवल दंतेवाड़ा जिले में लैंड रिकॉर्ड्स की खोज करना आसान हुआ है, बल्कि आदिवासी कम्युनिटी और किसानों को भी अपने स्वामित्व रिकॉर्ड को सुरक्षित करने और भूमि विवादों को कम करने में मदद मिल रही है। इससे यह सुनिश्चित हुआ है कि भूमि के मालिकाना हक को लेकर अब कोई गलतफहमी या विवाद नहीं होगा।
बता दे कि LegitDoc ने पहले भी भारत के विभिन्न स्टेट लेवल ब्लॉकचेन पहलों में मदद की है, जैसे कि जाति प्रमाणपत्र, डिप्लोमा प्रमाणपत्र और कौशल प्रमाणपत्र रिलीज़ और वेरीफाई करने में।
कन्क्लूजन
इस पहल ने एक नया रास्ता दिखाया है, जिसमें ब्लॉकचेन का इस्तेमाल ट्रांसपेरेंसी, सिक्योरिटी और आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है। यह एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे टेक्निकल सोल्यूशन गवर्नमेंट प्रोसेस को ज्यादा एफ्फेक्टिस और नागरिकों के लिए सुविधाजनक बना सकते हैं। Blockchain क्या हैं इसकी पूरी जानकारी आप इस लिंक पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।