1 Bitcoin Price in 2009 in Indian Rupees, 6 पैसे से बना 1 करोड़
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1 Bitcoin Price in 2009 in Indian Rupees, 6 पैसे बने 1 करोड़

अगर किसी ने 2009 में आपसे कहा होता कि एक वर्चुअल कॉइन, जिसका ना कोई नोट है, ना सिक्का – एक दिन 1 करोड़ रुपये की कीमत छू लेगा, तो शायद आपने हंसकर कहा होता, “भाई, पकोड़े खाओ और सो जाओ!” लेकिन जनाब, यही हुआ है! 1 Bitcoin Price in 2009 in Indian Rupees महज 6 पैसे के करीब थी। और आज? ₹1 करोड़ पार! चलिए आपको इस क्रिप्टो-कहानी का मजेदार और हैरान कर देने वाला सफर बताते हैं।

1 Bitcoin Price In 2009 in Indian Rupees

Source - Bitcoin X post

Bitcoin के बचपन की कहानी

Bitcoin की शुरुआत 2009 में Satoshi Nakamoto नाम के एक रहस्यमय शख्स या ग्रुप ने की थी। उस दौर में यह केवल एक एक्सपेरिमेंट जैसा था, ना कोई खरीदार, ना कोई बाजार। उस वक़्त 1 Bitcoin Price in 2009 in Indian Rupees लगभग 6 पैसे के आसपास थी। तब शायद किसी ने ये सोचा भी नहीं था कि यह डिजिटल टोकन एक दिन अंतरराष्ट्रीय फाइनेंशियल सिस्टम को हिला कर रख देगा।

पिज्जा खरीदने से करोड़पति बनने तक की जर्नी

बिटकॉइन से सबसे पहली खरीदी दो पिज्जा के रूप में हुई थी, जिसकी याद में हर साल Bitcoin Pizza Day सेलिब्रेट किया जाता है। दरअसल मई 2010 में Laszlo Hanyecz नाम के व्यक्ति ने 10,000 BTC देकर 2 पिज्जा खरीदे थे। उस वक्त Hanyecz ने बड़े ही मज़े से पिज्जा खाया होगा, लेकिन आज BTC जिस मुकाम पर है उसे देखकर वे सोच रहे होंगे कि, “काश वो पिज्जा नहीं खाता!” क्योंकि आज जब 1 Bitcoin Price ₹1 करोड़ है, तो वे 2 पिज्जा अब ₹1000 करोड़ को होंगे, यानी 1 पिज्जा की कीमत 500 करोड़ पड़ गयी।

2009 में ₹500 लगाने से बन सकते थे “Ambani-lite”

अगर BTC के प्राइस को देखते हुए थोडा थोड़ा गणित लगाया जाए कि अगर आपने 2009 में ₹500 के BTC खरीदे होते, जब 1 Bitcoin Price in 2009 in Indian Rupees के हिसाब से सिर्फ 6 पैसे था, तो आपको मिलते करीब 8,333 Bitcoin। अब जब हर बिटकॉइन ₹1 करोड़ के पार है, तो कुल वैल्यू होती ₹83 अरब रुपये! यानी आज आप अपने लिए IPL टीम खरीद सकते थे और शायद उसके लिए अपना खुद का स्टेडियम भी बना लेते। इस तरह आप मुकेश अंबानी तो नहीं पर Ambani-lite जरूर बन जाते। 

आज अमेरिका में Bitcoin को मिल रहा है Presidential Level का सपोर्ट

यह बात और मज़बूत हो जाती है जब दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका Bitcoin के पक्ष में खड़ी दिखाई देती है। वर्तमान राष्ट्रपति Donald Trump ने न सिर्फ BTC का खुलकर समर्थन किया है, बल्कि यह साफ कर दिया है कि वह अमेरिका को क्रिप्टो कैपिटल बनाना चाहते हैं।

इतना ही नहीं, अमेरिका सरकार Bitcoin Reserve को लगातार बढ़ा रही है, जो बताता है कि यह करेंसी अब सिर्फ "डिजिटल पैसे" नहीं, बल्कि अमेरिका की स्ट्रेटजिक असेट्स बन चुकी है। वहीं, MicroStrategy जैसी कंपनियां, जो पहले सॉफ्टवेयर बनाती थीं, अब हजारों बिटकॉइन होल्ड कर रही हैं। यह दिखाता है कि बिटकॉइन में भविष्य की ताकत है और यह करेंसी कहीं से भी फीकी नहीं पड़ रही।

Bitcoin को हल्के में लेना, भारी पड़ सकता है

लम्बे समय से मैं एक क्रिप्टो निवेशक हूँ, वो बात अलग है कि मैं भी 2009 में BTC नहीं खरीद सका, हालाँकि मेरा मानना है कि बिटकॉइन अब सिर्फ एक टेक्नोलॉजी नहीं बल्कि एक डिजिटल रिवोल्यूशन है। जब 1 Bitcoin Price in 2009 in Indian Rupees सिर्फ 6 पैसे था, तब किसी ने इसका भविष्य नहीं देखा। लेकिन आज यह ना सिर्फ 1 करोड़ के पार पहुंचा है, बल्कि देशों की नीति में शामिल हो रहा है। ट्रंप का समर्थन, सरकारी रिजर्व और कॉर्पोरेट होल्डिंग्स ये बताती हैं कि Bitcoin को अब कोई हल्के में नहीं ले सकता। अगर आपने अब भी इसे "सट्टा" समझा, तो अगली पारी भी मिस हो सकती है।

कन्क्लूजन

1 Bitcoin Price in 2009 in Indian Rupees चाहे जितनी भी कम रही हो, आज उसने खुद को दुनिया की सबसे वैल्युएबल डिजिटल असेट के रूप में साबित कर दिया है। यह सिर्फ करेंसी नहीं, बल्कि एक सोच है, आजादी की, डिसेंट्रलाइज़ेशन की और टेक्नोलॉजिकल फ्रीडम की।

आज कई देश इसे अपनाने की योजना बना रहे हैं और El Salvador जैसे देश तो पहले ही इसे अपनाकर नई राह पर चल चुके हैं। आने वाले समय में हो सकता है कि बिटकॉइन की कीमत ₹2 करोड़ भी पार कर जाए। लेकिन सवाल ये रहेगा, क्या आप भी उस सफर में होंगे?

Rohit Tripathi

रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास टेक्नोलॉजी और डिजिटल मीडिया में 13+ वर्षों का अनुभव है। बीते कुछ वर्षों से वह विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी, ऑन-चेन एनालिटिक्स, DeFi इकोसिस्टम और टोकनॉमिक्स जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित हैं। रोहित की विशेषज्ञता SEO-अनुकूल, डेटा-ड्रिवन कंटेंट और इंडस्ट्री-केंद्रित रिसर्च लेख तैयार करने में है।

वह वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। उनकी लेखनी में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देना सर्वोपरि है। वे ऑन-चेन टूल्स और विश्वसनीय मार्केट डेटा का प्रयोग करते हुए प्रत्येक लेख को फैक्ट-आधारित बनाते हैं। हिंदी भाषी रीडर्स के लिए उनका मिशन है: “हाई-क्वालिटी, फैक्चुअल और यूज़र-फर्स्ट क्रिप्टो कंटेंट उपलब्ध कराना।”

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