India Crypto Adoption
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India Crypto Adoption में लगातार तीसरे साल बना ग्लोबल लीडर

India Crypto Adoption में तीसरे साल भी बना टॉप लीडर। युवा, डेवलपर्स और रिटेल इन्वेस्टर्स का योगदान

भारत ने लगातार तीसरे साल India Crypto Adoption में टॉप स्थान बनाए रखा है। यह उपलब्धि भारत की युवा और टेकसेवी आबादी, एक्टिव डेवलपर कम्युनिटी और रिटेल इन्वेस्टर्स के बढ़ते इंटरेस्ट की वजह से संभव हुई है। TRM Labs की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से जुलाई 2025 के सात महीनों में भारत ने ग्लोबल रूप से क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने और Stablecoin उपयोग में सबसे आगे रहने का रिकॉर्ड बनाया है।

India Crypto Adoption में लगातार तीसरे साल बना ग्लोबल लीडर

Source: यह इमेज Sourav Majumdar की X पोस्ट से ली गई है। जिसकी लिंक यहां दी गई है। 

भारत में Crypto Adoption क्यों है इतना ज्यादा

भारत में क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना, बेचना या ट्रेड करना फिलहाल पूरी तरह से कानूनी है, क्योंकि यह इनकम टैक्स एक्ट के तहत आता है। हालांकि, इसे रुपये जैसी लीगल करंसी नहीं माना गया है, इसलिए आप इसका उपयोग सीधे भुगतान के लिए नहीं कर सकते। इसके बावजूद, भारत में डिजिटल करंसी को अपनाने की रफ्तार लगातार बढ़ रही है।

भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के पार्टिसिपेशन ने दक्षिण एशिया को दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते क्रिप्टो क्षेत्रों में शामिल कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र में क्रिप्टो ट्रांज़ैक्शन वॉल्यूम में साल-दर-साल करीब 80% की बढ़ोतरी हुई है, जो अब $300 मिलियन तक पहुँच चुकी है।

रिपोर्ट यह भी बताती है कि भारत में क्रिप्टो को अपनाने के पीछे कई वजहें हैं, जैसे यूथ की बढ़ती दिलचस्पी, टेक्नोलॉजी की समझ और डेवलपर कम्युनिटी का सहयोग। इन कारणों से India इस क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है।

रीटेलर्स, डेवलपर्स और युवा का योगदान

India Crypto Adoption में सबसे बड़ा रोल देश के युवाओं और डेवलपर्स का है। भारत के यंगस्टर्स अब डिजिटल एसेट्स में निवेश को एक नए मौके के रूप में देख रहे हैं और तेजी से क्रिप्टोकरेंसी की ओर बढ़ रहे हैं। दूसरी ओर, भारतीय डेवलपर्स लगातार नए प्रोजेक्ट्स और प्लेटफॉर्म बना रहे हैं, जिससे यूज़र्स को आसान और सुरक्षित अनुभव मिल रहा है।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बड़े निवेशक और आर्गेनाइजेशन अब क्रिप्टो में इंटरेस्ट दिखा रहे हैं। उनकी भागीदारी से मार्केट में भरोसा बढ़ा है और India Crypto Adoption और भी मज़बूत हुआ है।

South Asia में तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो इकोसिस्टम

इंडिया के बाद अमेरिका, पाकिस्तान, फिलीपींस और ब्राजील जैसे देश भी Crypto को अपनाने में आगे हैं। वहीं इंडोनेशिया, वियतनाम, कोरिया, जापान और यूक्रेन जैसे देश टॉप 10 में शामिल हैं। TRM रिपोर्ट के अनुसार, इंडिया की यह सफलता उसकी बड़ी और युवा आबादी, डिजिटल एसेट्स में बढ़ते इंटरेस्ट और मजबूत डेवलपर नेटवर्क के कारण संभव हुई है।

इसके अलावा, रिटेल ट्रांज़ैक्शन और रेमिटेंस में तेजी ने इस क्षेत्र को दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते क्रिप्टो मार्केट्स में शामिल कर दिया है। 2025 में रिटेल ट्रांजैक्शन में 125% की बढ़ोतरी बताती है कि लोग अब डिजिटल करंसी को सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि डेली ट्रांज़ैक्शन और पैसे भेजने जैसे कामों में भी इस्तेमाल कर रहे हैं।

मेरे 7 साल के अनुभव के हिसाब से, India Crypto Adoption का तेजी से बढ़ना कोई हैरानी की बात नहीं है। आज के युवा टेक्नोलॉजी को समझते हैं और नए इन्वेस्टमेंट ऑप्शन अपनाने में पीछे नहीं रहते। डेवलपर्स भी लगातार ऐसे प्रोजेक्ट बना रहे हैं जो लोगों के लिए क्रिप्टो को आसान और भरोसेमंद बना रहे हैं। आने वाले समय में इंडिया क्रिप्टो की दुनिया में बड़ी भूमिका निभा सकता है।

कन्क्लूजन 

कुल मिलाकर, India Crypto Adoption तेजी से बढ़ रहा है और भारत को दुनिया में सबसे आगे ले जा रहा है। युवा यूज़र्स, डेवलपर्स और रिटेल इन्वेस्टर्स की एक्टिविटी ने इसे नई ऊंचाई दी है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत का क्रिप्टो इकोसिस्टम अब पहले से अधिक सुरक्षित, भरोसेमंद और तेजी से बढ़ता हुआ मार्केट बन चुका है, जो डिजिटल भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है।

About the Author Akansha Vyas

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

आकांक्षा व्यास एक स्किल्ड क्रिप्टो राइटर हैं, जिनके पास 7 वर्षों का अनुभव है और वे ब्लॉकचेन और Web3 के कॉम्पलेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने योग्य बनाने में एक्सपर्ट हैं। वे डीप रिसर्च के साथ आर्टिकल्स, ब्लॉग और न्यूज़ लिखती हैं, जिनमें SEO पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि रीडर्स का जुड़ाव बढ़ सके।

आकांक्षा की राइटिंग क्रिएटिव एक्सप्रेशन और एनालिटिकल अप्रोच का एक बेहतरीन मिश्रण है, जो रीडर्स को जटिल विषयों को स्पष्टता के साथ समझने में मदद करता है। क्रिप्टो स्पेस के प्रति उनकी गहरी रुचि उन्हें इस उद्योग में एक अच्छे राइटर के रूप में स्थापित कर रही है। अपने कंटेंट के माध्यम से, उनका उद्देश्य रीडर्स को क्रिप्टो की तेजी से बदलती दुनिया में गाइड करना है।

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भारत की युवा आबादी, तकनीकी समझ और डेवलपर इकोसिस्टम के कारण क्रिप्टो अपनाने की दर सबसे अधिक है।
रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से जुलाई 2025 तक भारत क्रिप्टो अपनाने और स्टेबलकॉइन उपयोग में विश्व में नंबर 1 रहा।
हां, भारत में क्रिप्टो खरीदना और बेचना कानूनी है, लेकिन यह अभी तक वैध मुद्रा के रूप में मान्य नहीं है।
युवा निवेशक तेजी से डिजिटल एसेट्स को अपना रहे हैं और डेवलपर्स नए प्लेटफॉर्म्स बनाकर इसे आसान बना रहे हैं।
दक्षिण एशिया में क्रिप्टो लेनदेन साल-दर-साल 80% बढ़ा है और अब यह $300 मिलियन तक पहुंच गया है।
अमेरिका, पाकिस्तान, फिलीपींस, ब्राजील, वियतनाम, कोरिया, जापान और यूक्रेन शीर्ष 10 में शामिल हैं।
नहीं, क्रिप्टो को वैध मुद्रा नहीं माना गया है, लेकिन टैक्स नियमों के तहत इसका ट्रेड करना कानूनी है।
भारतीय डेवलपर्स नए ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट्स बना रहे हैं, जिससे यूज़र्स को सुरक्षित और आसान अनुभव मिल रहा है।
2025 में खुदरा लेनदेन में 125% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
भारत का क्रिप्टो इकोसिस्टम तेजी से बढ़ रहा है और यह डिजिटल अर्थव्यवस्था में प्रमुख भूमिका निभा सकता है।