Shibarium Bridge
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Shibarium Bridge दोबारा हुआ लाइव, यूजर्स को मिला सेफ नेटवर्क

Shibarium Bridge हुआ रिस्टार्ट, अब फुल सिक्योरिटी चेक के साथ

Shiba Inu इकोसिस्टम के लिए बड़ी खबर सामने आई है। Shibarium Bridge को ऑफिशियल रूप से दोबारा लॉन्च कर दिया गया है। यह सिर्फ “Comeback” नहीं बल्कि एक फंक्शनल रिसेट है यानी टेक्निकल रूप से पूरी तरह से रीबिल्ट और टेस्ट किया गया नया सिस्टम। डेवलपर्स ने इसे और ज्यादा सिक्योर, स्टेबल और डेवलपर-फ्रेंडली बनाने के लिए कई अहम बदलाव किए हैं।

Shibarium Bridge दोबारा हुआ लाइव, यूजर्स को मिला सेफ नेटवर्क

Source: यह इमेज Shibarium | SHIB.IO की पोस्ट से ली गई है। जिसकी लिंक यहां दी गई है।

सुरक्षा अब पूरी तरह से नई और मजबूत

इस ब्रिज की रीओपनिंग के साथ ही इसके सिक्योरिटी सिस्टम को पूरी तरह से नया रूप दिया गया है। टीम ने पिछले $4.1 मिलियन के हैक (अक्टूबर 2025) के बाद Network की कमजोरियों को दूर करने पर फोकस किया। अब Shibarium Bridge Hack के बाद नए सिक्योरिटी अपग्रेड जारी किए गए हैं, वैलिडेटर्स को Resync किया गया है और कोर लॉजिक को लाइव कंडीशन में वेरिफाई किया गया है। इसका मतलब है कि Network रीयल-टाइम टेस्टिंग से गुज़रा है और स्टेबिलिटी के लिए सर्टिफाइड है।

डेवलपर्स के लिए Shibarium पर स्थिर और आसान माहौल

यह डेवलपर्स को ऐसा प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है जहाँ वे कम ट्रांजैक्शन फीस, फुल EVM कम्पैटिबिलिटी और हाई-परफॉर्मेंस नेटवर्क का फायदा उठा सकते हैं। यह अपडेट खासतौर पर उन Web3 और NFT डेवलपर्स के लिए फायदेमंद है जो Ethereum जैसी टेक्नोलॉजी के साथ Shiba Inu इकोसिस्टम पर प्रोजेक्ट बनाना चाहते हैं।

डेवलपर्स के लिए अब यह स्टेबल माहौल बन गया है, जहाँ नए एप्लिकेशंस बिना किसी बड़े रुकावट के लॉन्च किए जा सकते हैं। इस ब्रिज की नई स्ट्रक्चर यह सुनिश्चित करती है कि अगर भविष्य में कोई टेक्निकल समस्या आती भी है, तो नेटवर्क उसे तेजी से रिकवर कर सके।

1.5 मिलियन से ज़्यादा वॉलेट्स पहले से जुड़े

Shibarium Bridge की रीओपनिंग के बाद और ख़ास आंकड़ा सामने आया है। अब तक 1.5 मिलियन से ज्यादा वॉलेट्स इस नेटवर्क से जुड़ चुके हैं। इसका मतलब है कि किसी भी नए प्रोजेक्ट या एप्लिकेशन को लॉन्च करते ही बड़ी यूज़र रीच तुरंत मिल सकती है। यह आंकड़ा दिखाता है कि यह इकोसिस्टम धीरे-धीरे एक मजबूत Layer-2 नेटवर्क के रूप में उभर रहा है, जो Ethereum की तरह काम करता है लेकिन ज्यादा फ़ास्ट और अफोर्डेबल है।

यह कोई “Comeback” नहीं, एक “Reset” है

टीम ने अपने पोस्ट में साफ किया कि यह किसी Relaunch या Comeback की कहानी नहीं है। बल्कि यह सिस्टम के “मकसद के मुताबिक” काम करने का एक प्रूफ है “Tested, Fixed, And Running”। यानी नेटवर्क ने गलती से सीखा, उसे ठीक किया गया और यह पहले से कहीं ज्यादा स्टेबल रूप में चल रहा है।

Shibarium Bridge की खास बातें
  • सिक्योरिटी अपडेट्स: बेहतर नेटवर्क सुरक्षा और वैलिडेटर कोआर्डिनेशन। 
  • डेवलपर फ्रेंडली: Ethereum Virtual Machine (EVM) के साथ पूरी तरह कम्पैटिबल।
  • लो फीस: शिबेरियम पर ट्रांजैक्शन Ethereum की तुलना में काफी सस्ते हैं।
  • लाइव टेस्टेड सिस्टम: कोर लॉजिक को रीयल नेटवर्क पर टेस्ट और वेरिफाई किया गया।
  • बड़ी कम्युनिटी: 1.5 मिलियन से ज्यादा वॉलेट्स पहले से एक्टिव।
Shibarium Bridge के विजुअल लॉन्च का संदेश

इसकी वापसी को एक 6-सेकंड की एनिमेटेड वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया गया। वीडियो में “Shibarium” शब्द को रंगीन और फ्लूड इफेक्ट्स के साथ दिखाया गया, जिसमें “Bone Motifs” का उपयोग किया गया था, जो Shiba Inu थीम से मिलता है। यह विजुअल दर्शाता है कि नेटवर्क सिर्फ टेक्निकल रूप से नहीं, बल्कि ब्रांडिंग के मामले में भी तैयार है।

शिबेरियम ब्रिज पर बढ़ा भरोसा, और भी रिलाएबल नेटवर्क

इस पूरे अपडेट का सबसे बड़ा असर यह हुआ है कि शिबेरियम ब्रिज डेवलपर्स और इन्वेस्टर्स दोनों के लिए भरोसेमंद साबित हो रहा है। पहले जहां हैक के बाद कई लोग प्लेटफॉर्म से दूरी बना रहे थे, वही लोग इसे एक Tested Infrastructure के रूप में देख रहे हैं। शिबेरियम अब Shiba Inu प्रोजेक्ट्स के लिए एक स्टेबल Layer-2 नेटवर्क बन चुका है।

मेरे 7 साल के ब्लॉकचेन अनुभव के अनुसार, शिबेरियम ब्रिज का यह रीओपनिंग कदम केवल टेक्निकल सुधार नहीं बल्कि एक भरोसेमंद नेटवर्क की वापसी है। यह दिखाता है कि Shiba Inu टीम प्रोजेक्ट्स को केवल मार्केट हाइप से नहीं, बल्कि असली इन्फ्रास्ट्रक्चर स्ट्रेंथ से आगे बढ़ा रही है।

कन्क्लूजन

Shibarium Bridge का दोबारा लॉन्च होना Shiba Inu इकोसिस्टम के लिए एक नया अध्याय है। यह किसी मार्केटिंग मूव से ज्यादा एक टेक्निकल उपलब्धि है। नेटवर्क न केवल सुरक्षित और स्थिर है, बल्कि डेवलपर्स के लिए भी ज्यादा उपयोगी बन गया है। अगर शिबेरियम इसी तरह अपने अपडेट्स और सिक्योरिटी पर ध्यान देता रहा, तो आने वाले समय में यह Layer-2 सेक्टर में एक बड़ी पावर बन सकता है।

About the Author Akansha Vyas

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

आकांक्षा व्यास एक स्किल्ड क्रिप्टो राइटर हैं, जिनके पास 7 वर्षों का अनुभव है और वे ब्लॉकचेन और Web3 के कॉम्पलेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने योग्य बनाने में एक्सपर्ट हैं। वे डीप रिसर्च के साथ आर्टिकल्स, ब्लॉग और न्यूज़ लिखती हैं, जिनमें SEO पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि रीडर्स का जुड़ाव बढ़ सके।

आकांक्षा की राइटिंग क्रिएटिव एक्सप्रेशन और एनालिटिकल अप्रोच का एक बेहतरीन मिश्रण है, जो रीडर्स को जटिल विषयों को स्पष्टता के साथ समझने में मदद करता है। क्रिप्टो स्पेस के प्रति उनकी गहरी रुचि उन्हें इस उद्योग में एक अच्छे राइटर के रूप में स्थापित कर रही है। अपने कंटेंट के माध्यम से, उनका उद्देश्य रीडर्स को क्रिप्टो की तेजी से बदलती दुनिया में गाइड करना है।

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Shibarium Bridge एक Layer-2 ब्लॉकचेन नेटवर्क है जो Shiba Inu इकोसिस्टम को Ethereum से जोड़ता है और तेज़, सस्ते ट्रांजैक्शन की सुविधा देता है।
अक्टूबर 2025 में $4.1 मिलियन के हैक के बाद टीम ने नेटवर्क को पूरी तरह से रीबिल्ट कर इसे दोबारा लॉन्च किया ताकि सुरक्षा और स्थिरता बेहतर हो सके।
हाँ, इसमें नए सिक्योरिटी प्रोटोकॉल, वैलिडेटर रिसिंकिंग और लाइव टेस्टेड कोर लॉजिक लगाए गए हैं, जिससे यह अब पहले से कहीं अधिक सुरक्षित है।
अब तक 1.5 मिलियन से ज्यादा वॉलेट्स Shibarium Bridge से कनेक्ट हो चुके हैं।
यह डेवलपर्स को कम ट्रांजैक्शन फीस, फुल EVM कम्पैटिबिलिटी और एक स्थिर वातावरण देता है जहाँ वे अपने Web3 प्रोजेक्ट्स लॉन्च कर सकते हैं।
इसकी सबसे बड़ी खासियत है लाइव-टेस्टेड सिस्टम, लो फीस और डेवलपर-फ्रेंडली इन्फ्रास्ट्रक्चर।
नहीं, यह एक फंक्शनल रिसेट है, यानी नेटवर्क को रीबिल्ट कर टेस्ट किया गया है ताकि यह पहले से अधिक स्थिर और सुरक्षित हो।
हाँ, यह Shiba Inu इकोसिस्टम के सभी Layer-2 प्रोजेक्ट्स के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर है।
Shibarium पर ट्रांजैक्शन फीस Ethereum की तुलना में बहुत कम है, जिससे यूज़र्स और डेवलपर्स दोनों को फायदा होता है।
अगर यह सुरक्षा और डेवलपमेंट पर इसी तरह ध्यान देता रहा, तो यह Layer-2 सेक्टर में एक बड़ी शक्ति बन सकता है।