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Coinbase Hack Update, एक्सचेंज पर डेटा ब्रीच का एक और मुकदमा

क्रिप्टो दुनिया का प्रमुख नाम Coinbase एक बार फिर विवादों में है। हाल ही में हुए डेटा ब्रीच के बाद कंपनी पर अब निवेशकों ने मुकदमा ठोका है। यह नया क्लास-एक्शन मुकदमा खासतौर पर उन लोगों की ओर से आया है, जिन्होंने शेयर प्राइस गिरने से नुकसान झेला।

इस बार मामला केवल यूज़र डेटा से जुड़ा नहीं है, बल्कि शेयर मार्केट में आई गिरावट और पहले से छुपाई गई जानकारियों को लेकर भी है।

क्या है नया मुकदमा?

22 मई को पेन्सिलवेनिया की एक फेडरल कोर्ट में निवेशक ब्रैडी नेसलर ने Coinbase के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। उनका आरोप है कि मई में Coinbase Hack और यूके के रेग्युलेटर FCA के साथ हुए समझौते के उल्लंघन की जानकारी कंपनी ने समय रहते सार्वजनिक नहीं की।

इसके कारण Coinbase के शेयरों की कीमत में अचानक भारी गिरावट आई और निवेशकों को बड़ा घाटा हुआ।

डेटा ब्रीच की टाइमलाइन

Coinbase ने 15 मई को जानकारी दी थी कि वह 20 मिलियन डॉलर की जबरन वसूली की धमकी का सामना कर रहा है। इससे चार दिन पहले एक्सचेंज के कुछ कस्टमर सपोर्ट एजेंटों को रिश्वत देकर इंटरनल सिस्टम तक पहुंच बनाई गई थी और सीमित मात्रा में यूज़र डेटा चुराया गया।

यह घटना शेयर मार्केट पर भारी पड़ी। उसी दिन कंपनी के शेयर 7.2% गिरकर $244 पर बंद हुए। हालांकि, अगले दिन शेयरों में 9% की वापसी देखी गई और यह $266 पर बंद हुआ। हालाँकि इससे पहले Coinbase ने एक ट्विट में प्राइम अकाउंट्स के अनटच होने की बात कही थी। 

Coinbase Hack Update, एक्सचेंज पर डेटा ब्रीच का एक और मुकदमा
FCA के साथ समझौता उल्लंघन

यह विवाद केवल डेटा चोरी तक सीमित नहीं है। Coinbase की यूके यूनिट पर जुलाई 2024 में FCA ने 4.5 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया था। आरोप था कि कंपनी ने 2020 के स्वैच्छिक समझौते का उल्लंघन किया, जिसमें जोखिमभरे यूज़र्स को न जोड़ने की बात थी।

इसके बावजूद कंपनी ने 13,416 हाई-रिस्क यूजर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर जोड़ा और उन्हें क्रिप्टो सर्विसेज दीं।

निवेशकों की आपत्ति

नेसलर का दावा है कि अगर यह जानकारी पहले से सार्वजनिक होती तो वे Coinbase के शेयर कभी नहीं खरीदते। उनका मानना है कि कंपनी की ओर से जानकारी छिपाने की वजह से स्टॉक की कीमत कृत्रिम रूप से बढ़ी हुई थी, जो असली मार्केट स्थिति को नहीं दर्शाती थी।

Coinbase की स्थिति

फिलहाल Coinbase ने इस नए मुकदमे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। कंपनी पहले ही छह अन्य क्लास-एक्शन मुकदमों का सामना कर रही है, जिनमें साइबर सुरक्षा की विफलता और यूजर्स डेटा की रक्षा में लापरवाही के आरोप हैं।

एक और मुकदमा, जो 13 मई को इलिनॉय में दर्ज हुआ, कंपनी पर बायोमेट्रिक डेटा के संग्रहण और उपयोग से जुड़ी पारदर्शिता में कमी के आरोप लगाता है। हाल ही में Coinbase Hack Update में डेटा ब्रीच को लेकर एक बड़ी चेतावनी सामने आयी थी।

अब Coinbase क्या कर सकता है?  

एक क्रिप्टो राइटर के टूर पर मेरा मनना है कि Coinbase को अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए तुरंत और ट्रांसपरेंट  कदम उठाने होंगे।

  1. पारदर्शिता बढ़ाना – कंपनी को अपने यूज़र्स और निवेशकों को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि वह क्या कर रही है और क्या सुधार लागू कर रही है।
  2. साइबर सुरक्षा में निवेश – केवल PR के भरोसे चलना अब संभव नहीं। उन्हें अपने सिस्टम को और मजबूत बनाना होगा।
  3. विनियामक सहयोग – अंतरराष्ट्रीय रेग्युलेटर्स के साथ तालमेल बढ़ाना अब जरूरी हो गया है ताकि ऐसे उल्लंघन दोबारा न हों।
  4. निवेशकों का भरोसा लौटाना – शेयरधारकों को यह भरोसा दिलाना जरूरी है कि कंपनी लंबे समय में स्थिर और सुरक्षित है।
क्या यह Coinbase के लिए खतरे की घंटी है?

यह मुकदमा केवल एक कानूनी लड़ाई नहीं, बल्कि Coinbase की साख और भविष्य की रणनीति के लिए एक गंभीर चेतावनी है। यदि यह साबित हो जाता है कि कंपनी ने जानबूझकर जानकारी छुपाई, तो इससे उसके ऊपर भारी आर्थिक और प्रतिष्ठागत दबाव आ सकता है।

कन्क्लूजन 

Coinbase एक बार फिर मुश्किल दौर से गुजर रहा है। डेटा ब्रीच और FCA उल्लंघन ने मिलकर कंपनी की छवि और निवेशकों के विश्वास को झटका दिया है। हालांकि, अभी भी वक्त है कि कंपनी इन मुद्दों को गंभीरता से लेकर सही दिशा में कदम उठाए।

यदि Coinbase पारदर्शिता, सुरक्षा और जिम्मेदारी की राह पर चलता है, तो वह इस संकट से निकल सकता है। अन्यथा, यह घटनाक्रम उसके लिए एक लंबी कानूनी और व्यावसायिक लड़ाई की शुरुआत हो सकता है।

Rohit TripathiRohit Tripathi
Rohit Tripathi
रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास 13+ वर्षों का अनुभव है। जिसमें बीते कुछ वर्षों से उनका फोकस विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर रहा है। वे ऑन-चेन मेट्रिक्स, डेफी ट्रेंड्स, प्राइस मूवमेंट्स और टोकनॉमिक्स का व्यावहारिक ज्ञान रखते हैं। उनकी विशेषज्ञता डेटा-ड्रिवन आर्टिकल्स, डीप मार्केट रिसर्च, SEO-ऑप्टिमाइज्ड कंटेंट और इंडस्ट्री-फोकस्ड एनालिसिस तैयार करने में है। रोहित वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। जहाँ लगातार कंटेंट डिलीवर करके, रोहित ने खुद को हिंदी क्रिप्टो मीडिया स्पेस में एक भरोसेमंद और प्रभावशाली आवाज़ के रूप में स्थापित किया है। उनका कंटेंट रिलायबल डेटा सोर्स, ऑन-चेन टूल्स और मार्केट रिसर्च से प्राप्त फैक्ट्स पर आधारित होता है। वे हर आर्टिकल में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देने को प्राथमिकता देते हैं। रोहित का मिशन है, हिंदी भाषा में हाई क्वालिटी वाला, फैक्चुअल और अप-टू-डेट क्रिप्टो कंटेंट प्रदान करना, जिससे रीडर्स डिजिटल फाइनेंस की दुनिया में स्मार्ट निर्णय ले सकें।
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