CoinDCX CEO का मानना, India के पास Web3 Leader बनने का चांस
CoinDCX CEO Sumit Gupta ने हाल ही में एक बड़ा बयान देकर भारत सरकार और टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री का ध्यान अपनी और खींचा है। उनका कहना है कि भारत के पास Web3 में ग्लोबल लीडर बनने का एक बेहद ही सुनहरा मौका है, लेकिन इसके लिए जल्द से जल्द स्पष्ट और सटीक निर्णय की आवश्यकता है।
CoinDCX CEO का बयान, भारत में है सारी संभावनाएं
Sumit Gupta ने X पर अपने रीसेंट पोस्ट में कहा कि वर्तमान में भारत के पास Web3 में लीडर बनने की पूरी काबिलियत है। उन्होंने बताया कि भारत के पास इस टेक्नोलॉजी के लिए कुशल यूज़र्स, कुशल डेवलपर्स और डेवलपमेंट की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। लेकिन इसके साथ ही सुमित गुप्ता ने एक बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने समय रहते स्पष्ट नियम नहीं बनाए, तो भारत इस रिवोल्यूशन में बहुत ज्यादा पीछे छूट सकता है।
उन्होंने Fortune India को दिए गए एक इंटरव्यू में इस विषय को और गहराई से समझाया है। CoinDCX CEO Gupta की माने तो, Web3 सिर्फ एक टेक्नीकल रिवोल्यूशन नहीं, बल्कि इंटरनेट का अगला चेप्टर है, जिसमें भारत लीडर बन सकता है, बशर्ते सही निर्णय और नीतियां समय पर आएं।
भारत में पॉलिसी क्लैरिटी की कमी बनी बड़ी चुनौती
CoinDCX CEO ने यह भी ज़ोर दिया कि वर्तमान में भारत में Web3 और क्रिप्टोकरेंसी के लिए स्पष्ट नियमों की कमी है। इसी के चलते देश में इनोवेशन की रफ़्तार बेहद धीमी पड़ी है और फॉरेन कंट्रीज इस मौके का पूरा फायदा उठा रही हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि वह जल्द से जल्द ट्रांसपेरेंट और इनोवेशन-फ्रेंडली रेगुलेशन लागू करे ताकि भारत इस टेक्नोलॉजिकल रेस में आगे रह सके।
उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने प्रतिक्रिया दी। कई लोगों का मानना है कि यदि सरकार ने अब भी इस मामले में देरी की, तो भारत की Web3 लीडरशिप की संभावना पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। भारत के पास संसाधन और टैलेंट दोनों है, लेकिन एक स्थिर और कोलैबोरेटिव पॉलिसी फ्रेमवर्क के बिना वह आगे नहीं बढ़ सकता।
क्रिप्टो टैक्स और मौजूदा माहौल पर सुमित गुप्ता का कटाक्ष
CoinDCX CEO का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत में 30% क्रिप्टो टैक्स और 1% TDS जैसे कठोर नियम लागू हैं। इसके चलते निवेशकों का एक बड़ा हिस्सा विदेशों में ट्रेडिंग कर रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय ट्रेडर्स का 90% वॉल्यूम विदेशी एक्सचेंजों पर जा चुका है।
इससे पहले Sumit Gupta ने India को Bitcoin को अपनाने की बात कही थी। Sumit Gupta पहले भी यह कह चुके हैं कि देश में क्रिप्टोकरेंसी को स्टॉक्स जैसा सामान्य बनाना CoinDCX का मिशन है। लेकिन मौजूदा नीतियों के चेलते यह लक्ष्य दूर लगता है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यदि हम नई टेक्नोलॉजी को समर्थन नहीं देंगे, तो इनोवेटर्स भारत छोड़कर दूसरे देशों में बस जाएंगे।
CoinDCX CEO का यह स्टैंड एक रणनीतिक चेतावनी के रूप में भी देखा जा सकता है। उनके शब्द “We will simply lose if we don’t adopt” केवल चिंता नहीं, बल्कि एक रियलिटी है जिसे अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
क्या है भारत के पास मौका और समाधान?
CoinDCX CEO के अनुसार, भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा युवा और टेक-सैवी टैलेंट पूल है, जो Web3 और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में अग्रणी भूमिका निभा सकता है। भारत में डेवलपर्स, स्टार्टअप्स और टेक्नोलॉजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर पहले से मौजूद है। आवश्यकता है तो बस एक विज़नरी नीति और सरकार की प्रतिबद्धता की।
उनकी इस राय को अमेरिका में हो रहे बदलावों से भी जोड़कर देखा जा सकता है। अमेरिका में डिजिटल एसेट्स को लेकर पॉज़िटिव माहौल बन रहा है और राष्ट्रपति ट्रंप जैसे नेता इसे अपनाने की बात कर रहे हैं। ऐसे में भारत को भी यह तय करना होगा कि वह इस रेस में भागीदार बनना चाहता है या दर्शक बनकर रह जाएगा।
CoinDCX CEO का मानना है कि सरकार अगर टैक्स को व्यवहारिक बनाए, DeFi और क्रिप्टो पर स्पष्ट दिशा-निर्देश दे और भारतीय यूज़र्स को सुरक्षा के साथ इनोवेशन की छूट दे, तो भारत Web3 में ग्लोबल हब बन सकता है।
कन्क्लूजन
एक क्रिप्टो राइटर होने के नाते Sumit Gupta का बयान केवल CoinDCX के विज़न का प्रतिबिंब नहीं है, बल्कि एक बड़ी रणनीतिक सोच का हिस्सा है। उन्होंने जिस तरह से भारत को Web3 लीडर बनने का मौका बताया है, वह दिखाता है कि अब फैसला लेने का वक्त आ गया है। सरकार को चाहिए कि वह समय की मांग को समझे और ऐसी नीति बनाए जो इनोवेशन को बढ़ावा दे, टैलेंट को रोके और भारत को टेक्निकली रूप से एम्पावर बनाए।