India Bitcoin को अपनाए, जानिए CoinDCX CEO के बयान के मायने
भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बहस एक बार फिर तेज हो गई है। CoinDCX CEO Sumit Gupta ने हाल ही में एक साहसिक बयान देकर देश को चेताया है कि अगर भारत ने अब भी Bitcoin को अपनाने में देर की, तो वह ग्लोबल पावर बैलेंस में पिछड़ सकता है। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब दुनिया भर में क्रिप्टो अपनाने की रफ्तार तेज हो रही है और भारत की नीतियां अब भी संदेह के घेरे में हैं।
जानकारी के लिए बता दे कि CoinDCX Founder अपनी बेबाक राय के लये जाने जाते हैं, इससे पहले एक खबर काफी वायरल हुई थी, जसके अनुसार CoinDCX Founder के लिए हरामी गाली नहीं है और वे इसे प्रमोट भी कर चुके हैं। हालाँकि उन्होंने यह बात क्रिप्टोकरेंसी के नॉलेज को बढ़ाने से जुड़े एक कैम्पेन के तहत कही थी।
CoinDCX CEO का संदेश, वक्त कम है, फैसला बड़ा चाहिए
CoinDCX CEO Sumit Gupta ने X पर एक वीडियो शेयर किया और भारत सरकार को चेतावनी दी कि “Bitcoin अब केवल एक डिजिटल करेंसी नहीं, बल्कि एक स्ट्रेटजिक असेट बन चुका है।” उन्होंने अमेरिकी सीनेटर JD Vance की बातों का समर्थन करते हुए लिखा कि यदि अमेरिका Bitcoin की ओर झुकाव दिखा रहा है और चीन इसका विरोध कर रहा है, तो भारत को स्पष्ट निर्णय लेना चाहिए।
गुप्ता ने लिखा, “यह एक ग्लोबल पावर बैलेंस का मामला है। पाकिस्तान तक इस बात को समझ चुका है, अब भी समय है भारत के पास।” यह बयान केवल चेतावनी नहीं, बल्कि एक रणनीतिक मार्गदर्शन है – विशेष रूप से तब, जब CoinDCX CEO खुद भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो प्लेटफॉर्म का नेतृत्व कर रहे हैं।
उनका कहना है कि अगर हम अब भी देरी करेंगे, तो आने वाले दशक में हम ग्लोबल इकोनॉमिक कम्पटीशन में पिछड़ जाएंगे।
भारत में क्रिप्टो टैक्स और पॉलिसी का बदलता लैंडस्कैप
CoinDCX CEO के इस बयान का महत्व तब और बढ़ जाता है जब हम भारत में क्रिप्टो इंडस्ट्री की मौजूदा स्थिति को देखें। फिलहाल भारत में 30% कैपिटल गेन्स टैक्स और 1% TDS जैसे कठोर टैक्स कानून लागू हैं। 2022 में लागू हुए इन कानूनों के चलते भारतीय निवेशकों का 90% से अधिक क्रिप्टो ट्रेडिंग विदेशों में शिफ्ट हो चुका है, यह आंकड़ा Esya Centre के एक अध्ययन में सामने आया।
हालाँकि भारत सरकार का रुख बीते समय में कुछ बदलता नजर आया है, जिसपर CoinSwitch के सह-संस्थापक आशीष सिंघल कहते हैं कि, पहले सरकार से मिलने के मौके साल में एक बार मिलते थे, अब ये मीटिंग्स हर महीने हो रही हैं। इस बदलाव का एक कारण ट्रंप का अमेरिका में दोबारा राष्ट्रपति बनना भी माना जा रहा है, जिन्होंने डिजिटल एसेट्स के प्रति सकारात्मक रुख अपनाया है।
मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि Binance और Coinbase जैसी दिग्गज एक्सचेंजों की भारत में वापसी इस ओर इशारा करती है कि भारत का क्रिप्टो मार्केट 2035 तक $15 बिलियन का हो सकता है, जो 2024 में मात्र $2.5 बिलियन था। लेकिन RBI अब भी क्रिप्टो को लेकर सतर्क है।
CoinDCX CEO के बयान से बदल सकता है भारत का क्रिप्टो लैंडस्केप
CoinDCX CEO Sumit Gupta का यह बयान न केवल नीति निर्धारकों के लिए चेतावनी है, बल्कि एक अवसर भी है। आज जब भारत अपनी डिजिटल इकोनॉमी को मजबूत करना चाहता है, तो Bitcoin जैसे इनोवेशन को नजरअंदाज करना स्वयं को भविष्य से काट लेने जैसा है।
Sumit Gupta ने जिस तरह से Bitcoin को एक रणनीतिक हथियार बताया है, वह यह दर्शाता है कि अब समय केवल प्रयोग का नहीं, बल्कि नीति निर्धारण का है। उनका यह कथन “We will simply lose if we don’t adopt” एक रियलिस्टिक चेतावनी है।
यदि सरकार टैक्स को व्यवहारिक बनाकर इंडस्ट्री को विश्वास दे, तो भारत इस रेस में अग्रणी हो सकता है। यह तभी स्थायी होगा जब नीति स्थिर और स्पष्ट हो।
कन्क्लूजन
CoinDCX CEO का बयान एक दिशा सूचक है न केवल सरकार के लिए, बल्कि आम निवेशकों के लिए भी। जिस तरह से अमेरिका इस क्षेत्र में लीड लेने को तैयार है, भारत को भी Bitcoin और डिजिटल एसेट्स को राष्ट्रीय रणनीति का हिस्सा बनाना चाहिए।
जहां एक ओर सरकार को मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी पर चिंता है, वहीं दूसरी ओर एक नीति बैलेंस्ड और प्रो इनोवेटिव पॉलिसी बनाकर वह इस क्षेत्र को एक नए आर्थिक इंजन में बदल सकता है।
यदि CoinDCX CEO की बातों को नजरअंदाज किया गया, तो भारत टेक्नीकल रिवोल्यूशन की इस दौड़ में सिर्फ दर्शक बनकर रह जाएगा और यह स्थिति किसी भी दृष्टि से स्वीकार्य नहीं है।